Rajasthan Politics: राजस्थान विधानसभा चुनाव में पहली बार मैदान में उतरे संत बालमुकंद आचार्य इन दिनों काफी चर्चा में हैं. जयपुर की हवामहल से जीत हासिल करने वाली बीजेपी के विधायक पिछले दिनों जलैब चौक में अवैध नॉनवेज दुकानों को बंद करने की मांग कर सुर्खियों में आ गए थे. उन्होंने निगम के अधिकारियों से बिना लाइसेंस के खुले में नॉनवेज बेच रहे लोगों पर कार्रवाई करने की मांग की थी. ऐसे में उनके समर्थकों एवं पुलिसकर्मियों के आपस में गर्मागर्मी के कई वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुए थे. अब विधायक बालमुकंद का एक नया वीडियो सामने आ रहा है जिसमें आचार्य बालमुकंद पुलिस थाने में एसएचओ से भिड़ते हुए दिखाई दे रहे हैं.
वीडियो में देखा जा सकता है कि बालमुकुंद आचार्य और एक एसएचओ के बीच बहस हो रही है. बालमुकुंद एक रिपोर्ट दर्ज करवाने की बात कहते नजर आ रहे हैं जबकि एसएचओ उन्हें रिपोर्ट को लिखकर देने की बात कह रहे हैं. एसएचओ ने जब ऊंगली दिखाकर बात की तो बालमुकुंद भड़क गए और पूछने लगे कि ये ऊंगली किसे दिखा रहे हो?
एसएचओ ने बालमुकुंद से पूछा कि आप पुलिस थाने में आकर दादागिरी करेंगे? इसके बाद बालमुकुंद के समर्थकों और पुलिसकर्मियों के बीच भी बहस हई, जिसका वीडियो वायरल हो रहा है. बालमुकुंद के समर्थकों और SHO के बीच काफी देर तक बहस होती रही. SHO को यह कहते हुए सुना जा सकता है कि आप धमका रहे हैं क्या? जवाब मिलता है कि आप धमका रहे हैं हम लोगों को.
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अब यह वीडियो कब का है, कितने दिन पहले का है और कहां का है, इससे जुड़ी जानकारी तो नहीं मिल पाई है लेकिन बताया जा रहा है कि यह घटना बालमुकुंद के विधायक बनने के पहले की है. अब यह वीडियो उनके चर्चा में आने के बाद शेयर किया जा रहा है. कई लोगों ने दावा किया है कि यह वीडियो पुराना है. यह भी माना जा रहा है कि यह वीडियो दो महीने पुराना है जिसमें बालमुकंद गलता इलाके में एक मंदिर से मूर्तियां चोरी होने और मंदिर परिसर में समाज कंटकों के द्वारा शराब पीने जैसी वारदातों के विरोध में पुलिस थाने में रिपोर्ट लिखवाने के लिए गए थे. इस बीच उनके समर्थकों और पुलिस अधिकारियों के बीच गर्मागर्मी देखी गयी थी.
गौरतलब है कि कि चुनाव जीतने के बाद ही आचार्य बालमुकुंद एक्शन में दिखाई दिए थे. उन्होंने निगम के अफसरों को फोन लगाकर तुरंत नॉनवेज की दुकानों को बंद करवाने का आदेश दिए थे. इसका वीडियो सोशल मीडिया पर काफी वायरल हुआ था. सवालों के घेरे में आने और सोशल मीडिया पर ट्रोल होने के बाद उन्होंने इसके लिए माफ़ी मांगी थी. उन्होंने कहा था कि मैंने नॉन वेज की दुकानों की जांच के लिए बोला था लेकिन किसी वर्ग विशेष के लिए नहीं बोला. उन्होंने कहा कि मैं अपनी बातों के लिए सार्वजनिक रूप से माफी मांगता हूं. अब इस वीडियो के सामने आने के बाद आचार्य बालमुकंद एक बार फिर से सुर्खियां बटौर रहे हैं.



























