पॉलिटॉक्स न्यूज़/राजस्थान. प्रदेश में तेजी से फैलते कोरोना संक्रमण के चलते कोरोना संक्रमितों की संख्या बढ़कर 1076 हो गई है. प्रदेश में सबसे ज्यादा संक्रमित वाले जिलों की बात करें तो जयपुर, जोधपुर, और कोटा के बाद टोंक का नम्बर आता है. टोंक में सबसे पहले दो अप्रैल को एक साथ 4 संक्रमित केस सामने आने के बाद से वहां कर्फ्यू लगाया हुआ है. बुधवार को ही शहर के बमोर गेट इलाके के कोरोना वायरस संक्रमित माता-पिता केे साथ जयपुर के एसएमएस अस्पताल में रह रही 5 साल की मासूम भी संक्रमित पाई गई है. ऐसे में टोंक में अब तक 60 कोरोना संक्रमित मरीज सामने आ चुके हैं. इनमें से एक टोडारायसिंह निवासी है बाकी सभी टोंक के हैं, जबकि एक पॉजिटिव की मौत हो गई है. वहीं सआदत अस्पताल से भेजे गए 828 नमूनों की रिपोर्ट आनी अभी बाकी है. अपने विधानसभा क्षेत्र टोंक के हालातों का जायजा लेने पीसीसी चीफ एवं उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट एक बार फिर बीते बुधवार को टोंक पहुंचे जहां उन्होंने कोविड-19 के संक्रमण और बचाव के संबंध में जिले के प्रमुख प्रशासनिक अधिकारियों के साथ बैठक की और आवश्यक दिशा-निर्देश दिये.
विधायक सचिन पायलट ने टोंक में वेंटिलेटर की कमी को देखते हुए अपने विधायक कोष से तीन वेंटिलेटर जिला चिकित्सालय टोंक को दिए. इसके साथ ही पायलट ने एक लाख बिस्किट के पैकेट जिला प्रशासन को उपलब्ध करवाये जो कि क्वारेंटाइन किये गये लोगों को प्रतिदिन वितरित किये जायेंगे तथा जिले में चिकित्सा विभाग की टीमों को उपलब्ध कराये जायेंगे. पायलट ने बताया कि कोरोना महामारी के बाद भी इन वेंटिलेटर्स का लाभ जिले के निवासियों को मिलता रहेगा तथा चिकित्सीय उपचार में ये उनके लिए उपयोगी साबित होंगे.
सचिन पायलट ने टोंक सर्किट हाउस में जिले के प्रमुख अधिकारियों की बैठक ली और कर्फ्यू के चलते आमजन को हर संभव सहायता पहुंचाने के निर्देश दिए. पायलट ने आगे निर्देशित करते हुए कहा कि कर्फ्यू के कारण आमजन को दूध, सब्जी, राशन का सामान तथा दवाईयों की उपलब्धता में कमी ना आए. इसके साथ ही पायलट ने जरूरतमंद लोगों को नियमित रूप से सूखा राशन उपलब्ध करवाने तथा पशुधन के लिए सतत् रूप से चारे की व्यवस्था करवाने के भी निर्देश दिये. वहीं पायलट ने कोरोना संक्रमितों के सम्पर्क में आने वाले प्रत्येक व्यक्ति की भी शत-प्रतिशत जांचे करवाने के निर्देश दिये.
बैठक के बाद उपमुख्यमंत्री पायलट ने पत्रकारों से रूबरू होते हुए कहा कि टोंक सहित पूरे देश में कोरोना का संक्रमण लगातार बढ़ रहा है. इस पर सरकार पूरी नजर बनाए हुए हैं. मैं उम्मीद करता हूं इसको रोकने में हम कामयाब रहेंगे. टोंक में अब तक 60 कोरोना पॉजिटिव सामने आ चुके हैं. अब तक यहां से लगभग 650 सैंपल जांच के लिए भेजे जा चुके हैं उसके परिणाम बहुत जल्द आ जाएंगे. टोंक में कर्फ्यू लगा हुआ है उसको मेंटेन करना पड़ेगा, जहां ज्यादा संक्रमित मरीज पाए गए हैं उन इलाकों में आवाजाही पर पूर्णतया रोक है. रोजमर्रा की चीजें प्रशासन लोगों के घर पहुंचा रहा है, पर्याप्त राशन सामग्री जिले और प्रदेश में उपलब्ध हैं किसी भी तरह की कोई परेशानी नहीं आने दी जाएगी. पायलट ने आगे अपील करते हुए कहा कि सभी लोग बस घरों में रहे और कर्फ्यू के नियमों का पालन करें.
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टोंक में कर्फ्यू के बावजूद कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़ने के सवाल पर पायलट ने कहा कि कोरोना वायरस देखकर नहीं आता शुरुआत में सिर्फ चार कोरोना मरीज टोंक में सामने आए थे, उसके बाद संक्रमण बढ़ा है उसी के बाद कर्फ्यू लगाया गया है. आज भी मैंने अधिकारियों को निर्देशित किया है कि कोई भी व्यक्ति कर्फ्यू के नियमों का उल्लंघन नहीं करें अगर कोई कर्फ्यू को तोड़ने की कोशिश करता है तो यह एक बड़ा खतरा बनकर सामने आएगा, इसलिए एसपी को निर्देश दिए हैं कि किसी भी हाल में कर्फ्यू का उल्लंघन नहीं हो. टोंक में राशन, पका हुआ खाना लोगों के घर तक पहुंचे, गर्भवती महिलाओं, बुजुर्गों के लिए प्रशासन सभी तरह की व्यवस्थाएं यहां कर रहा है. मैं उम्मीद करता हूं की जनता का पूरा सहयोग मिलेगा क्योंकि जनता के सहयोग बिना कोई भी कर्फ्यू कारगर नहीं है.