राजीव गांधी जयंती पर सद्भावना दिवस मना योगी सरकार ने ‘चौंकाया’, कांग्रेस बोली- ‘देर से ही सही याद आ आए’

योगी सरकार राजीव गांधी जयंती पर मनवा रही सद्भभावना दिवस, सभी विभागों में कार्यक्रम आयोजित कर शपथ दिलवाई, राजीव गांधी खेल रत्न का नाम बदले जाने के बाद सद्भावना दिवस मनाने के फैसले ने सभी को चौंकाया, कांग्रेस का तंज- धन्यवाद योगी जी, देर से ही सही आपको याद आए राजीव, सोशल मीडिया पर यूजर्स ने इस फैसले को जोड़ा मोहर्रम से

राजीव गांधी जयंती पर योगी सरकार का 'सद्भावना दिवस'
राजीव गांधी जयंती पर योगी सरकार का 'सद्भावना दिवस'

Politalks.News/Uttarpardesh. पूर्व प्रधानमंत्री और कांग्रेस नेता रहे राजीव गांधी का आज 77वां जन्मदिवस है. उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने आज के दिन को सद्भावना दिवस के रूप में मनाने का फैसला लिया है. सरकार के आदेश पर सभी विभागों को कार्यक्रम का आयोजन हुए. अब तक कांग्रेस ही राजीव गांधी के जन्मदिन को सद्भावना दिवस के रूप में मनाती थी. हाल ही में राजीव गांधी खेल रत्न का नाम बदलकर मेजर ध्यान चंद किए जाने के फैसले के बाद अब योगी सरकार का सद्भावना दिवस मनाने का फैसला चर्चा का विषय बना हुआ है. खेल रत्न का नाम बदलने पर सीएम योगी पीएम को बधाई दी थी.

क्या था योगी सरकार का आदेश?
प्रमुख सचिव की ओर से जारी आदेश में कहा गया था कि, ‘प्रत्येक साल 20 अगस्त को राजीव गांधी के जन्मदिवस को ‘सद्भावना दिवस’ के रूप में मनाया जाता है. ‘सद्भावना दिवस’ मनाने का विचार सभी धर्म, भाषा और क्षेत्र के लोगों के मध्य राष्ट्रीय एकीकरण /सांप्रदायिक सद्भाव को बढ़ावा देना है. ‘सद्भावना दिवस’ मनाए जाने का उद्देश्य है कि लोगों में हिंसा की प्रवृत्ति दूर हो और दया भाव का विकास हो. इस वर्ष ‘सद्भावना दिवस प्रतिज्ञा समारोह’ 20 अगस्त 2021 को आयोजित किया जाना है. इस संबंध में यह निर्देश हुआ है कि अपने विभागों-कार्यालयों में 20 अगस्त 2021 को सद्भावना दिवस के कार्यक्रम का आयोजन कराएं’.

केंद्र सरकार ने खेल रत्न पुरस्कार से नाम हटाया था
कुछ दिनों पहले ही केंद्र की मोदी सरकार ने भारत में खेल के क्षेत्र में दिए जाने वाले सर्वोच्च सम्मान ‘राजीव गांधी खेल रत्न पुरस्कार’ का नाम बदल दिया था. सरकार ने इस पुरस्कार से पूर्व प्रधानमंत्री का नाम हटा दिया और इसका नाम ‘मेजर ध्यानचंद खेल रत्न पुरस्कार’ कर दिया है. केन्द्र सरकार के इस फैसले पर सीएम योगी आदित्यनाथ कहा था कि, ‘उत्तर प्रदेश में जन्मे देश के हॉकी के जादूगर मेजर ध्यानचंद जी के नाम पर खेल रत्न पुरस्कार का नामकरण असंख्य खेल प्रेमियों व सम्पूर्ण खेल जगत का सम्मान है. उत्तर प्रदेश की ओर से आपका हृदय से आभार आदरणीय प्रधानमंत्री जी.” यह मांग काफी लंबे समय से चलती आ रही थी. अब इस कदम के बाद योगी सरकार द्वारा सद्भावना दिवस मनाना सियासी गलियारों में चर्चा का विषय बना हुआ है.

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कांग्रेस का तंज- ‘धन्यवाद योगी जी, देर से ही सही आपको याद आए राजीव गांधी’
यूपी सरकार के इस कदम पर कांग्रेस एमएलसी दीपक सिंह ने बताया कि, ‘राजीव गांधी को कोई भुला नहीं सकता. मैं धन्यवाद दूंगा योगी सरकार को, कि देर से ही सही, उन्हें राजीव गांधी याद आए. उनके विचार याद आए. क्योंकि राजीव गांधी जी ने देश के लिए जो योगदान दिया है वह अमूल्य है. युवाओं के लिए आज हमारी जो कंप्यूटर क्रांति है, वह आधुनिक भारत के लिए बेहद जरूरी ती. उसे कोई भुला नहीं सकता था’. दीपक सिंह ने आगे कहा कि, ‘कांग्रेस पार्टी को भरोसा है कि कल तक जो लोग राजीव गांधी को भला बुरा कहते थे आज उनके विचारों को याद कर रहे हैं. कल राहुल गांधी को भी याद करेंगे.

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इधर सोशल मीडिया पर इस फैसले को लेकर रिएक्शन आ रहे हैं. एक यूजर ने लिखा कि, ‘योगी महाराज ! मोहर्रम के दिन को सद्भावना दिवस, ऐसा ना समझे राजीव गांधी के जयंती को सद्भावना दिवस के रुप मे मना रहे हैं. साथ में हिंसा के विरुद्ध शपथ भी दिला रहे, ये सराहनीय है.

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