साल 2024 के सियासी कैलेंडर के 10वें पार्ट में हम लेकर आए हैं अक्टूबर माह का राजनीतिक हिसाब-किताब, जिसमें उन सभी बड़े सियासी घटनाक्रमों को शामिल किया है, जिन्होंने देश की राजनीति पर गहरा प्रभाव डाला है. इस महीने कुछ बड़े घटनाक्रम हुए, जो देशभर में चर्चा का विषय रहा. इस महीने की शुरुआत में हरियाणा और जम्मू कश्मीर विधानसभा चुनाव के नतीजे सुर्खियों में रहे. हरियाणा में सत्ताधारी बीजेपी ने इतिहास रचा. महाराष्ट्र और झारखंड में विधानसभा चुनाव एवं राजस्थान सहित देशभर के 14 राज्यों की 48 विस सीटों पर चुनाव का ऐलान भी इसी महीने हुआ. प्रियंका गांधी की लोकसभा के लिए उम्मीदवारी ने भी सुर्खियां बटौरी. अन्य कई अन्य घटनाक्रमों ने भी देश की राजनीति को अपनी ओर खींचा. आइए जानते हैं..
- हरियाणा में बीजेपी ने जमाई हैट्रिक
हरियाणा में भारतीय जनता पार्टी ने इतिहास रचते हुए लगातार जीत की हैट्रिक जमाई. हरियाणा के गठन के बाद पहली बार बीजेपी ऐसी पार्टी बन गई जिसने लगातार तीसरी बार सरकार बनाई. नायब सिंह सैनी दूसरी बार हरियाणा के मुख्यमंत्री बने. एक्जिट पोल के नतीजों ने यहां कांग्रेस को बढ़त दिलाई थी लेकिन एक बार फिर सभी एक्जिट पोल के नतीजे धड़ाम से गिरे और हरियाणा में एक बार फिर कमल खिल गया.
- जम्मू कश्मीर के नतीजे सुर्खियों में
जम्मू कश्मीर की सत्ता में 10 साल बाद नेशनल कॉन्फ्रेंस की वापसी हुई. फारुख अब्दुल्ला की नेशनल कॉन्फ्रेंस ने कांग्रेस के साथ गठबंधन में बहुमत हासिल किया. इसके अलावा कुछ निर्दलीय और अन्य दलों के विधायकों ने भी सरकार को समर्थन दिया. केंद्र शासित प्रदेश की कमान उमर अब्दुल्ला ने संभाली. पीडीपी ने भी सरकार को समर्थन देने का ऐलान कर सभी को चौंका दिया.
- प्रियंका की सक्रिय राजनीति में एंट्री
इस महीने की बड़ी सियासी घटना कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी की लोकसभा उपचुनाव के लिए उम्मीदवारी भी रही. दो राज्यों की दो लोकसभा सीटों पर तय उपचुनाव में राहुल गांधी द्वारा खाली की गई वायनाड लोकसभा और अखिलेश यादव की करहल सीट भी शामिल रही. इसमें प्रियंका गांधी की दावेदारी वायनाड से घोषित की गई. इसी के साथ प्रियंका गांधी की सक्रिय राजनीति में आने का इंतजार खत्म हुआ. प्रियंका ने सोनिया व राहुल गांधी और कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे की मौजूदगी में वायनाड लोकसभा उपचुनाव के लिए पर्चा भरा.