Politalks.News/WestBengal. भाजपा नेताओं का पिछले कुछ महीनों से बंगाल का ताबड़तोड़ दौरे करना बताता है कि अब मोदी सरकार मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से आर-पार के मूड में आ गई है. ‘भारतीय जनता पार्टी के शीर्ष नेता राजधानी दिल्ली से बंगाल पहुंचकर ममता बनर्जी से दो-दो हाथ करते हुए अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव की बिसात बिछाने में जुटे हुए हैं’. अब इसी कड़ी में केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह दो दिवसीय दौरे पर आज रात बंगाल पहुंच रहे हैं.
यहां आपको बता दें, दौरे के पहले दिन ही अमित शाह पूर्वी मिदनापुर में एक किसान के घर जाकर दोपहर का भोजन कर देशभर में तीन कृषि कानूनों के खिलाफ चल रहे प्रदर्शन के मध्यनजर किसानों को साधने की कोशिश करेंगे. हालांकि इसी साल नवंबर के दौरे में भी अमित शाह ने एक आदिवासी के घर में भोजन के कार्यक्रम को अपने दौरे में प्राथमिकता के साथ शामिल किया था.
अमित शाह के बंगाल दौरे से पहले केंद्रीय नेतृत्व ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को घेरने के लिए भाजपा के दिग्गज नेताओं की पूरी फौज उतार दी है. अगले साल होने वाले पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव के मद्देनजर बीजेपी ने अपने केंद्रीय मंत्रियों, एक उपमुख्यमंत्री और कई केंद्रीय नेताओं को विभिन्न मोर्चों पर तैनात किया है और उन्हें छह से सात संसदीय क्षेत्रों की जिम्मेदारी सौंपी है. केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत, संजीव बालियान, प्रह्लाद पटेल, अर्जुन मुंडा और मनसुख भाई मांडविया बंगाल एक-दो दिन में पहुंच रहे हैं. इसके अलावा उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य और मध्य प्रदेश के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा भी बंगाल जा रहे हैं.
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यहां हम आपको बता दें कि भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा और बंगाल प्रभारी विजयवर्गीय पिछले काफी समय से मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को घेरने के लिए बंगाल के लगातार दौरे कर रहे हैं. यह दोनों नेता बंगाल के सियासी समीकरणों की अपडेट जानकारी पीएम मोदी को देते रहते हैं.
पिछले वर्ष हुए लोकसभा चुनाव के बाद भाजपा बंगाल को लेकर उत्साहित है—
गौरतलब है कि वर्ष 2016 में हुए पश्चिम बंगाल के विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी कोई खास अपना जनाधार नहीं बना पाई थी. लेकिन उसे पिछले वर्ष यानी 2019 में हुए लोकसभा चुनाव में मिली बड़ी सफलता ने पश्चिम बंगाल की राजनीति में पैर जमाने का रास्ता मिल गया था. ‘लोकसभा चुनाव में राज्य की 42 सीटों में से 18 पर मिली जीत से उसके हौसले बुलंद हैं और वह तृणमूल कांग्रेस के मुख्य प्रतिद्वंद्वी के रूप में उभर कर सामने आई है. तभी से भाजपा नेता बंगाल-बंगाल की रट लगाए हुए हैं और लगातार दावा करते आ रहे हैं कि अगले वर्ष होने वाले विधानसभा चुनाव में बीजेपी, मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के नेतृत्व वाली तृणमूल सरकार को सत्ता से बाहर फेंक देगी’. बता दें, अगले साल अप्रैल-मई के महीने में पश्चिम बंगाल का विधानसभा चुनाव है. लेकिन पांच महीने पहले ही चुनावी संग्राम आपने चरम पर है, जिसे लेकर गृहमंत्री अमित शाह दो दिनों के बंगाल दौरे पर जा रहे हैं.
तृणमूल कांग्रेस में मची भगदड़, एक के बाद एक चार बड़े नेताओं ने दिए इस्तीफे
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को पिछले 36 घण्टों में 4 बड़े झटके लग चुके हैं. अमित शाह के बंगाल दौरे से पहले ममता बनर्जी की तृणमूल कांग्रेस के चार बड़े सहयोगियों ने TMC और ममता को अलविदा कह दिया है. पार्टी के बड़े प्रभावशाली नेता शुभेंदु अधिकारी ने बुधवार को पार्टी छोड़ी तो, साउथ बंगाल स्टेट ट्रांसपोर्ट कॉरपोरेशन के अध्यक्ष दीप्तांगशु चौधरी और विधायक जितेंद्र तिवारी ने गुरुवार को अपना इस्तीफा ममता बनर्जी को सौंप दिया. इसी कड़ी में आज सुबह ही बैरकपुर से विधायक शीलभद्र दत्ता ने भी अपने सभी पदों से इस्तीफा दे दिया है.
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बीजेपी का दामन थामेंगे शुभेंदु अधिकारी सहित सभी नेता
अब ऐसे कयास लगाए जा रहे हैं कि शुभेंदु अधिकारी सहित ये सभी विधायक और नेता गृहमंत्री अमित शाह के सामने भाजपा का दामन थाम सकते हैं. यहां हम आपको बता दें कि पश्चिम बंगाल की 65 विधानसभा सीटों पर अधिकारी परिवार की मजबूत पकड़ है. ये सीटें राज्य के छह जिलों में फैली हैं. शुभेंदु के प्रभाव वाली सीटों की संख्या राज्य की कुल 294 सीटों के पांचवें हिस्से से ज्यादा है. गृहमंत्री का दौरा इसलिए भी महत्वपूर्ण है क्योंकि हाल में बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा के दौरे के दौरान टीएमसी द्वारा जमकर विरोध किया गया था और उनके काफिले पर पथराव भी किया था. जिसके बाद केंद्रीय नेताओं की सुरक्षा को लेकर राज्य सरकार को जमकर लताड़ लगाई गई थी.
बता दें कि अमित शाह अपने दो दिनी बंगाल दौरे पर जनसभाएं और रोड शो भी करेंगे. गृह मंत्री के दौरे के पहले दिन कार्यक्रम में मिदनापुर के एक किसान के घर दोपहर का भोजन करने के बाद रामकृष्ण मिशन और काली मंदिर के दर्शन शामिल हैं. रैली के साथ ही कार्यक्रम में स्वतंत्रता सेनानी खुदीराम बोस को माला पहनाना भी शामिल है. दूसरे दिन बोलपुर जिले एक लोकसंगीतकार के घर में खाना खाने के बाद विश्वभारती यूनिवर्सिटी का दौरा करेंगे. इसके बाद रोड शो करेंगे और शाम को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस कर वापस दिल्ली लौट आएंगे.