Politalks.News/Uttrakhand. युवतियों को फटी जींस पहनने पर दिए उपदेश के बाद उठे विवाद का धुआं अभी शांत नहीं हुआ था कि उत्तराखंड के मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने रविवार को रामनगर में आयोजित एक कार्यक्रम में फिर एक विवादित बयान देते हुए अपने ज्ञान का भी परिचय दे दिया. दरअसल, मुख्यमंत्री कोरोना संकट में राशन वितरण का बखान कर रहे थे, लेकिन बोलेते-बोलते परिवार में बच्चों की संख्या के बारे में बोलकर देश प्रदेश की सियासत को नया मुद्दा दे दिया. यहीं नहीं बल्कि हम सबने ब्रिटेन के अंग्रेजों की गुलामी का इतिहास पढ़ा है, सीएम तीरथ सिंह रावत इतिहास का विस्तार अमेरिका तक खींच ले गए.
दरअसल, रामनगर में अंतरराष्ट्रीय वानिकी दिवस पर आयोजित कार्यक्रम में सीएम रावत ने लॉकडाउन के दौरान सरकार द्वारा बांटे गए अनाज को लेकर बयान देते हुए कहा कि कोरोनाकाल लोगों में सरकार द्वारा बांटे गए चावल को लेकर अब जलन भी होने लगी कि दो सदस्यों वालों को 10 किलो जबकि 20 सदस्य वालों को एक क्विंटल अनाज क्यों दिया गया ? रावत ने कहा की, ‘भैया इसमें दोष किसका है, उसने 20 पैदा किए, आपने दो पैदा किए, तो उसको एक क्विंटल मिल रहा है, इसमें जलन काहे का? जब समय था तब आपने दो ही पैदा किए, 20 क्यों नहीं किए.’
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हालांकि, इस दौरान सीएम तीरथ सिंह रावत ने किसी धर्म या जाति का नाम नहीं लिया. यही नहीं अपने भाषण में मुख्यमंत्री रावत ने बड़ी तथ्यात्मक गलती करते हुए कहा कि भारत 200 साल तक अमेरिका का गुलाम रहा. जबकि इतना ज्ञान तो किसी भी आम इंसान के पास भी है कि भारत लगभग 200 साल तक ब्रिटेन के अंग्रेज़ों का गुलाम रहा है. ऐसे में लगातार विवादित बयान देने के साथ मुख्यमंत्री के स्तर से इन तरह की गलत जानकारी वाला बयान देना बहुत से सवाल खड़े करता है. आपको बता दें कि तीरथ के कार्यभार संभालने के एक हफ्ते के अंदर ही वह विवादों में घिर गए थे. फटी जींस मामले विवाद के बाद उनका शॉर्ट्स को लेकर आया दूसरा वीडियो गुरुवार को वायरल होने के बाद विपक्षियों के विरोध के स्वर भी तेज हो गए हैं.
वायरल वीडियो में सीएम तीरथ सिंह रावत ने श्रीनगर के कालेज का किस्सा सुनाते हुए लड़कियों के शॉर्टस पर टिप्पणी करते सुनायी दे रहे हैं. उससे पहले रावत ने महिलाओं के ‘फटी जींस‘ पहनने को लेकर टिप्पणी की थी. सीएम रावत की उक्त टिप्पणी का राज्य में जगह जगह विरोध हुआ था, यही नहीं सीएम को घिरता देख उनकी पत्नी डॉ. रश्मि रावत बचाव को आगे आई थीं. तीरथ के बचाव में वीडियो जारी करते हुए उनका कहना था कि तीरथ ने जिस संदर्भ में यह बात कही है, उसका गलत मतलब निकाला गया है। उनके अनुसार, सिर्फ एक शब्द को पकड़कर विपक्षियों ने मुद्दा बना लिया है. हालांकि मुख्यमंत्री रावत ने फटी जींस वाले बयान के लिए माफी भी मांग ली थी.