पॉलिटॉक्स न्यूज. राम मंदिर निर्माण को लेकर कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी द्वारा किए गए टवीट पर राजस्थान बीजेपी के अध्यक्ष सतीश पूनियां ने चुटकी ली. उन्होंने कहा कि प्रियंका गांधी, अशोक गहलोत और कांग्रेस भगवान राम को काल्पनिक पात्र से आगे बढ़कर वास्तविक पात्र मानते है. इनका इतना बड़ा ह्नदय परिवर्तन हो जाये, इससे मुझे लगता है कि देश रामराज्य की तरफ आगे जा रहा है. इससे पहले मंगलवार को कांग्रेस की यूपी प्रभारी प्रियंका गांधी ने एक अधिकारिक बयान जारी करते हुए कहा था कि भगवान राम मर्यादा पुरुषोत्तम हैं और मंदिर निर्माण से उनके पिता स्वं राजीव गांधी का भी स्वपन पूरा हो रहा है जिसकी उन्हें खुशी है.
पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी पर भी तंज कसते हुए पूनियां ने कहा कि इनके पूरे खानदान का पता नहीं लग रहा है कि राम को मानते है या नहीं. कभी ये टोपी पहन लेते है, कभी नमाज पढ़ने लग जाते हैं, कभी मंदिर जाकर जनेऊ धारण कर लेते हैं, इनके पूरे खानदान की रिसर्च की जरूरत है कि ये चाहते क्या हैं?
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सतीश पूनियां ने कहा कि भगवान राम के प्रति नेहरू-गांधी खानदान और कांग्रेस पार्टी की निष्ठा प्रबल हो जाये तो यह बहुत खुशी की बात होगी, लेकिन कांग्रेस के पुराने मामलों को देखें तो इन्हीं की पार्टी के कपिल सिब्बल ने रामसेतु को लेकर हलफनामा दिया था है कि राम का कोई अस्तित्व नहीं था और ये महज एक काल्पनिक पात्र हैं. वहीं प्रियंका गांधी, अशोक गहलोत और कांग्रेस भगवान राम को काल्पनिक पात्र से आगे बढ़कर वास्तविक पात्र मानते हैं, तो यह खुशी की बात होगी. पूनियां ने कहा कि इनका इतना बड़ा ह्नदय परिवर्तन हो जाये, इससे मुझे लगता है कि देश रामराज्य की तरफ आगे जा रहा है.
बागी विधायकों के खिलाफ षडयंत्र का भंडाफोड़
बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष ने प्रदेश भाजपा कार्यालय में पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत एवं राज्य सरकार की नीयत बदली नहीं है, ये पहले जैसे ही है. इसमें पूर्वागृह से ग्रसित होकर विधायकों के खिलाफ षडयंत्र रचा गया, जिसका अब पर्दाफाश हो चुका है. पूनियां ने कहा कि अब प्रदेश की जनता को अब सरकार पर बिल्कुल भरोसा नहीं रहा.
सतीश पूनियां ने कहा कि हमने बहुत पहले ही कहा था कि 124ए राजद्रोह का मामला है. अंग्रेजों के समय 1870 में यह कानून था, जो महात्मा गांधी जी पर भी लगा था. यही कानून एक पत्रिका में लेख लिखने पर लोकमान्य बालगंगाधर तिलक पर लगाया था. लेकिन कांग्रेस पार्टी में विग्रह और सरकार की अस्थिरता यह राजद्रोह कैसे हो सकता है. यह बडे़ आश्चर्य की बात है. उन्होंने कहा कि राजद्रोह का मामला वापस लेने से यह स्पष्ट हो गया कि सरकार इस मामले में गलत थी और गलती कर रही थी. राजद्रोह के मामले को वापस लेना सरकार की नैतिक हार है.
पूनियां ने कहा कि सरकार पूर्वाग्रह से ग्रसित होकर एसओसी और एसीबी के भय से निर्दलीय एवं छोटे दलों के विधायकों को डराना चाहती थी. इस बात से साबित हो गया कि मुख्यमंत्री अपनी कुर्सी बचाने के लिए एसओजी, एसीबी और राजस्थान पुलिस को इंस्ट्रूमेंट की तरह इस्तेमाल कर रहे हैं.
अल्पमत में है गहलोत सरकार: पूनियां
सतीश पूनियां ने कहा कि यदि सरकार के पास बहुमत होता, तो पहले दिन ही परेड हो चुकी होती. यह सामान्य सी परम्परा है. जो विधायक सरकार के साथ हैं, उन पर भी मुख्यमंत्री को विश्वास नहीं है. हर विधायक पर पुलिस का कड़ा पहरा बिठा रखा है. उनके संवाद पर पाबंदी लगा दी गई है. मुझे समाचार माध्यमों से पता चला कि जैसलमेर के जिस होटल में विधायकों ठहराया गया है, वे विधायक एक दूसरे के कमरे में नहीं जा सकते, एक दूसरे से बातचीत नहीं कर सकते, मुख्यमंत्री बात लोकतंत्र की करते हैं और तानाशाही रवैया अपनाते हुए विधायकों पर पुलिस का पहरा बिठा रखा है.
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पूनियां ने कहा कि खुद मुख्यमंत्री गहलोत ने स्वीकार किया कि रक्षाबंधन के दिन विधायक और वे खुद अपने-अपने घर जा नहीं पाये. ऐसी कौनसी मजबूरी रही इस बारे में मुख्यमंत्री खुद ही जाहिर करें. उन्होंने विधायकों को लेकर कहा कि जैसलमेर के आगे अब ज्यादा कहीं जाने की गुंजाइश नहीं है. बहुमत का दम भरते-भरते सरकार बाड़े में खुद बंधक हो गई. इसको सबने देखा है जो प्रदेश के लिए यह पीड़ादायक है.
दिवाली से पहले ही मनाएंगे दीपावली
अयोध्या में राम मंदिर से जुड़े सवालों का जवाब देते हुए सतीश पूनियां ने कहा कि दुनिया के सभी सनातनी हिन्दुओं के लिए गौरव का क्षण है. हम जैसे लोग जो कारसेवा में गये, ऐसे लाखों कारसेवकों के लिए और असंख्य हिन्दुओं के लिए गौरव का दिन होगा. पूनियां ने कहा कि मर्यादा पुरूषोत्तम भगवान राम का अयोध्या में मंदिर बनने जा रहा है. यह हम सभी देशवासियों के लिए गौरव का क्षण है और इससे भारत का दुनियाभर में स्वाभिमान भी बढ़ेगा. उन्होंने कहा कि अयोध्या में भगवान राम का मंदिर बनाने का संकल्प भाजपा के एजेन्डा में शुरूआत से था और इसके लिए भाजपा ने बड़ा आंदोलन किया था जो देश की आजादी के बाद तीसरा बड़ा आंदोलन माना जाता है. आंदोलन को इस रूप में यशस्वी होते देखकर हर भारतवासी और भाजपा के समस्त कार्यकर्ता प्रसन्न हैं.
पूनियां ने कहा कि पूरा देश और पार्टी कार्यकर्ता प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी द्वारा अयोध्या नगरी में राम मंदिर निर्माण को लेकर किये जाने वाले भूमिपूजन के ऐतिहासिक और गौरवशाली पलों को वर्चुअल माध्यम से देखेंगे और शाम को दीये जलाकर दिवाली से पहले दीपावली मनायेंगे.