‘चिराग’ से बढ़ेगी ‘लालटेन’ की रोशनी? दिल्ली से बिहार तक सियासी मुलाकातों ने बढ़ाई सरगर्मियां

क्या लालू कर सकते हैं बड़ा उलटफेर!, दिल्ली से बिहार तक सियासी मुलाकातें दे रही संकेत, लालू के 'हनुमान' बने रजक कर रहे भागदौड़, अपनों से धोखा खाए 'चिराग' को 'लालटेन' के साथ लाने की कोशिश, मानसून की आहट के साथ ही एक के बाद एक मुलाकातें बढ़ा रही सियासी सरगर्मी

'चिराग' से बढ़ेगी 'लालटेन' की रोशनी?
'चिराग' से बढ़ेगी 'लालटेन' की रोशनी?

Poiltralks.News/Bihar. बिहार में राजनीतिक हलचल तेज होती दिख रही है. बिहार की राजनीति को लेकर इन दिनों दिल्ली में हलचल देखने को मिल रही है. ऐसा माना जा रहा है कि राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव किसी भी समय कोई बड़ा उलटफेर कर सकते है. राजद सुप्रीमो लालू यादव भले ही बिहार में ना हों, लेकिन दिल्ली से ही राजनीतिक गतिविधियों पर नजर बनाए हुए हैं. राजद के राष्ट्रीय महासचिव श्याम रजक और राष्ट्रीय प्रवक्ता मनोज झा ने दिल्ली में राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव से मुलाकात की. इस मुलाकात को इसलिए भी अहम माना जा रहा है क्योंकि एक दिन पहले रजक ने चिराग पासवान से भी मुलाकात की थी.

सूत्रों की माने तो श्याम रजक ने अपनों से दगा खाए चिराग पासवान से राजनीतिक उथल-पुथल पर बातचीत करने के बाद उनसे महागठबंधन में आने की बात भी कही थी. इसके बाद रजक ने कांग्रेस नेत्री मीरा कुमार और बिहार प्रभारी भक्त चरण दास से भी मुलाकात की थी. लोजपा में दो फाड़ होने के बाद से राजद चाहती है कि चिराग पासवान उनके साथ आ जाए. बताया जा रहा है कि इस मुलाकात के दौरान श्याम रजक ने कांग्रेस नेताओं से बात की है कि चिराग पासवान को कैसे गठबंधन में लाया जाए. साथ ही बिहार के मौजूदा राजनीतिक घटनाक्रम पर भी बातचीत हुई है. चर्चा है कि इस बातचीत के दौरान दोनों दलों के नेताओं ने इस बात पर भी चर्चा की है कि अगर चिराग पासवान गठबंधन में आते हैं तो उनकी भूमिका किस तरह की होगी.

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क्या लालू देना चाहते हैं कोई संदेश ?
वहीं शनिवार को चिराग से मुलाकात से ठीक पहले शुक्रवार को श्याम रजक ने राजद अध्यक्ष लालू यादव से भी मुलाकात की थी. इस समय जब लोजपा में दो फाड़ हो रही हैं. ये मुलाकातें काफी महत्वपूर्ण हैं. श्याम रजक की चिराग पासवान से मुलाकात के लालू से मुलाकात को राजनीति तौर पर काफी बड़ी घटना के रूप में देखा जा रहा है. अब राजनीतिक विशलेषक ये सवाल कर रहे हैं कि क्या ये लालू प्रसाद यादव और तेजस्वी यादव का कोई संदेश था, जिसे रजक पासवान के पास लेकर पहुंचे थे.

लालू ने चिराग पासवान को किया फोन
मीडिया रिपोर्ट की मानें तो श्याम रजक से मुलाकात के बाद लालू यादव ने लोजपा नेता चिराग पासवान को फोन किया था। नए समीकरण को लेकर लालू यादव और चिराग पासवान के बीच करीब 15 मिनट तक बातचीत हुई। बातचीत के बाद चिराग ने कहा कि राजद प्रमुख लालू यादव से बिहार के सियासी घटनाक्रम पर स्वस्थ्य चर्चा हुई है.

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लालू ने दूत ‘हनुमान’ बने रजक !
बताया जा रहा है कि लालू यादव ने खास तौर से श्याम रजक को दिल्ली बुलाया था और उनसे मुलाकात की थी. इस दौरान लालू ने श्याम रजक को जिम्मेदारी सौंपी कि वह चिराग पासवान को महागठबंधन में लाने की कोशिश करें. ये भी कहा जा रहा है कि लालू यादव ने अपने पुराने हनुमान श्याम रजक को दूत का रोल निभाने की जिम्मेदारी सौंपी है. लालू के कहने पर श्याम रजक ने एलजेपी के चिराग पासवान और कांग्रेस की नेता मीरा कुमार से मुलाकात की है. यहां बता दें कि श्याम रजक लालू यादव के पुराने विश्वासी नेता हैं. श्याम रजक लालू परिवार की सरकार में लंबे समय तक मंत्री पद पर रहे हैं. बीच में वह कुछ दिनों के लिए जेडीयू में चले गए थे, लेकिन अब दोबारा से वह आरजेडी में हैं.
चिराग पर ‘लालटेन’ की नजर
क्या राजद बिहार में कोई नया समीकरण रचने की कोशिश कर रही है. अब इन सवालों का जवाब तो आने वाले समय में मिलेगा. जिस तरह से चिराग के चाचा पशुपति पारस ने उन्हें झटका दिया है. क्या इस समय में राजद चिराग पासवान को अपने साथ लाने में कामयाब रहेगी.दिल्ली और बिहार में कुछ तो सियासी खिचड़ी पक रही है. क्या लालू यादव चिराग पासवान को अपने साथ लेने की रणनीति बना रहे हैं. क्योंकि श्याम रजक की लालू यादव से लगातार मुलाकातें तो यही इशारा कर रही हैं. इसके अलावा पिछले महीने राजद प्रवक्ता ने एक डिबेट के दौरान कहा था कि लालू यादव के बाहर आने के बाद बिहार की राजनीति की दिशा और दशा दोनों बदलेगी.

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वहीं, नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव पहले ये भी कह चुके हैं कि इस संबंध में फैसला चिराग पासवान को लेना है. पिछले दिनों राजद के स्थापना दिवस और लोजपा संस्थापक राम विलास पासवान की जयंती पर तेजस्वी यादव ने उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की थी. साथ ही कहा था कि चिराग पासवान के साथ उनकी अच्छी जोड़ी है. नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव चिराग को अपना भाई बता चुके हैं.

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