Bihar Politics: बिहार विधानसभा चुनाव से पहले महागठबंधन और एनडीए दोनों शह-मात का खेल, खेल रहे हैं. लालू परिवार पहले ही कई तरह के विवादों में है लेकिन लालू के छोटे सपूत और विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने पार्टी की कमान कस के संभाली हुई है. एनडीए के हर वार पर प्रतिवार तेजस्वी की तरफ से ही आ रहे हैं. इस बीच तेजस्वी के ‘दामाद आयोग’ और ‘जमाई आयोग’ के नाम पर शुरू की बयानबाजी पर भी सियासत तेज हो चली है. बीते दिनों तेजस्वी ने ‘एनडीए मतलब नेशनल दामाद आयोग’ बयान देकर सियासी बयानबाजी को हवा दी, जिस पर प्रदेश के पूर्व सीएम एवं केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी ने जातिगत बिसात बिछाते हुए तेजस्वी के बढ़ते कदमों को थामने का काम किया है.
तेजस्वी यादव के एक पोस्ट पर पलटवार करते हुए केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी ने लिखा, ‘बदला लेंगे, बदल देंगे, तोड़ेंगे आपका घमंड.’ अपने पोस्ट में जीतन राम मांझी आगे लिखते हैं, ‘विपक्ष पर आरोप लगाने के लिए आपको हमारे मुसलमान भाई ही मिले ना? वोट दें मुसलमान, राज करेंगे लालू यादव, वोट करें मुसलमान, नेता प्रतिपक्ष बनेंगे तेजस्वी यादव, वोट देंगे मुसलमान, राज्यसभा जाएंगी मीसा दीदी, आपके लिए बहस करेंगे मुसलमान, मंत्री बनेंगे तेज प्रताप.’
मांझी इतने पर ही नहीं रुके. उन्होंने सिंगापुर रहने वाली लालू की बेटी रोहिणी आचार्य को भी आड़े हाथों लिया. उन्होंने आगे लिखा, ‘विदेशों से आकर वोट करेंगे मुसलमान, सिंगापुर से आकर चुनाव लड़ेंगी रोहिणी आचार्य, रैली में जाएंगे मुसलमान, विधान परिषद में नेता बनेंगी राबड़ी देवी, तेजस्वी जी आखिर कब तक आप और आपका परिवार मुसलमान भाइयों को अपना गुलाम समझेगा? मुसलमानों का साथ, हमारे परिवार का विकास, अब यह नहीं चलेगा. अब मुसलमान और दलित आपकी दरी नहीं बिछाएंगे.’
केंद्रीय मंत्री और हिन्दुस्तान आवाम मोर्चा के प्रमुख जीतन राम मांझी के इस एक्स पोस्ट से अब सियासी गलियारे में बवाल मच रहा है. इससे पहले तेजस्वी यादव ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो पोस्ट करते हुए एनडीए पर निशाना साधा था. उन्होंने लिखा, ‘अगर आप किसी के जमाई हैं तो प्रधानमंत्री मोदी और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा संरक्षित ‘बिहार राज्य दामाद आयोग’ में अप्लाई नहीं कर सकते हैं क्योंकि इसके सर्वाधिकार खास लोगों तक ही सीमित है. एनडीए (नेशनल दामाद आयोग) में आपका भी अभिनंदन नहीं है!’
तेजस्वी यादव ने एनडीए के जेडीयू, लोजपा, हम के नेताओं के दामाद को आयोग में भेजने का पहले आरोप लगाया. तेजस्वी यादव ने कहा है कि जेडीयू के राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष संजय झा की दोनों पुत्रियों को बिहार सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में एडवोकेट ऑन रिकॉर्ड बनाया है, जो कि एक अत्यंत अनुभवी अधिवक्ताओं का पद होता है. तेजस्वी ने आरोप लगाया कि संजय झा ने अपने प्रभाव का इस्तेमाल कर दोनों बेटियों को महत्वपूर्ण पद दिलवाए. इस पर पलटवार में बीजेपी राष्ट्रीय प्रवक्ता गुरु प्रकाश ने राजद नेता पर मुद्दे से जनता को भटकाने का आरोप लगाया है.