Thursday, January 16, 2025
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लाल डायरी से सरकार लाल क्यों, इसमें छिपे है कौनसे काले कारनामें – सीपी जोशी

राजेंद्र गुढ़ा को मंत्री पद से बर्खास्त किये जाने के बाद बीजेपी गहलोत सरकार पर है हमलावर, लाल डायरी और गुढ़ा को सदन से बहार करने पर बीजेपी को मिला बड़ा मुद्दा, प्रदेश भाजपा अध्यक्ष सीपी जोशी ने कहा- लोकतंत्र में इस तरह की घटना होना लोकतंत्र का गला घोटने के समान है

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Rajasthan Politics: राजस्थान की सियासत राजेंद्र गुढ़ा को मंत्री पद से बर्खास्त किये जाने के बाद गर्माई हुई है. मंत्री पद से हटाए जाने के राजेंद्र गुढ़ा द्वारा लाल डायरी का जिक्र करना और आज सदन के गुढ़ा को बाहर करने के बाद विपक्षी दल भाजपा के सरकार को घेरने का एक बड़ा मुद्दा बैठे बिठाए मिल गया है. लाल डायरी के इस पूरे मामले को लेकर आज राजस्थान विधानसभा में जमकर हंगामा हुआ पहले स्पीकर सीपी जोशी ने राजेंद्र गुढ़ा को मार्शलों द्वारा सदन से बाहर करवाया इसके बाद संसदीय कार्यमंत्री शांति धारीवाल के प्रस्ताव पर सदन से निष्कासित किया.

प्रदेश भाजपा अध्यक्ष सीपी जोशी ने राजस्थान विधानसभा में हुए घटनाक्रम को लेकर कहा की लोकतंत्र में इस तरह की घटना होना लोकतंत्र का गला घोटने के समान है. अगर कोई जनप्रतिनिधि विधानसभा में अपनी बात रखना चाहता है तो उसे धक्के देकर बाहर निकाल देना, यह कौनसी परम्परा है. क्या लाल डायरी में राजस्थान की जनता से लूटा हुआ पैसा दिल्ली में बैठे कांग्रेस के आकाओं को देने का हिसाब है.

सीपी जोशी ने कहा की कांग्रेस के विधायक जिस लाल डायरी के बारे में कह रहें है, उसका पर्दाफाश होना आवश्यक है. सरकार पर जो भ्रष्टाचार के बडे-बडे आरोप लगाए जा रहें हैं, उस पर मुख्यमंत्री को चुप्पी साधकर बैठना नहीं चाहिए, राजस्थान की जनता जानना चाहती है कि आखिर इस डायरी में सरकार के कौनसे काले कारनामें छिपे है, क्या लाल डायरी में राजस्थान की जनता से लूटा हुआ पैसा दिल्ली में बैठे कांग्रेस के आकाओं को देने का हिसाब है, यह स्पष्ट होना चाहिए.

सीपी जोशी ने कहा की भाजपा के विधायक मदन दिलावर को निष्कासित करना सरकार की घबराहट को दिखाता है. सरकार महिला अपराध जैसे मुद्दों पर सदन में चर्चा नहीं करना चाहती है. यह एक संवैधानिक संस्था का अपमान है. जनप्रतिनिधियों के साथ ऐसा व्यवहार आलोचनात्मक है. अपने आप को गांधी कहने वाले मुख्यमंत्री गहलोत की इस सरकार की अंतिम सांसे बची है.

सीपी जोशी ने कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा के प्रधानमंत्री मोदी पर दिए गये बयान पर पलटवार करते हुए कहा कि इस प्रकार के शब्दों का प्रयोग करके उन्होंने ना सिर्फ प्रधानमंत्री पद की गरीमा का वरन भारतीय संस्कृति में पूजनीय संत, शंख और मां का भी अपमान किया है. क्या आपको प्रधानमंत्री जैसे महत्वपूर्ण पद पर बैठे व्यक्ति को गाली देने के लिए कांग्रेस इनाम देती है? आपको प्रधानमंत्री मोदी से एतराज क्या है? क्या एक गरीब परिवार में जन्म लेकर पीएम बन देश की जनता का दिल जीत, आपके केंद्र की सत्ता में आने के रास्ते बंद कर दिए, जो काम कांग्रेस 60 सालों में नहीं कर पाई वह प्रधानमंत्री मोदी के 9 वर्ष के कार्यकाल में पूरे हुए, इससे आप गुस्सा है. विश्व में भारत के बढ़ते वर्चस्व, देश का पांचवी सबसे बड़ी अर्थ व्यवस्था बनना इनसे आपको समस्या है, आखिर आप किस बात को लेकर गुस्सा है? आप उन्हें ’खत्म करो’ का बयान देते हैं, फिर भी आजाद है, इससे अधिक अभिव्यक्ति की कौनसी आजादी चाहते हैं?

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