PMO के आदेश और योगी पुलिस के खिलाफ क्यों धरने पर बैठे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के भाई प्रह्लाद मोदी?

काश जैसे पीएम मोदी के भाई के 2 घण्टे के अनशन से योगी सरकार घबरा गई उसी तरह दो महीनों से ज्यादा समय से दिल्ली की सीमाओं पर बैठे हजारों किसानों के अनशन पर भी पीएम मोदी के भाई की तरह सरकार को तरस आ जाता तो आज 100 से ज्यादा किसान भाई जान नहीं गंवाते

Prahladmodi
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Politalks.News/UttarPradesh. बुधवार को लखनऊ के अमौसी एयरपोर्ट पर हाइप्रोफाइल ड्रामा देखने को मिला. कल दोपहर दिल्ली से लखनऊ पहुंचे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के भाई प्रह्लाद मोदी अमौसी एयरपोर्ट पर अनशन पर बैठ गए. प्रह्लाद मोदी ने आरोप लगाया कि लखनऊ पुलिस ने उनके स्वागत के लिए एयरपोर्ट आए कार्यकर्ताओं को हिरासत में ले लिया है. मोदी ने अन्न-जल त्यागकर वहीं अनशन की चेतावनी दे डाली.

पीएम मोदी के भाई हैं कोई किसान थोड़े ही हैं

अब प्रधानमंत्री मोदी के भाई के अनशन पर बैठने की खबर योगी सरकार के अधिकारियों तक पहुंची तो सबके हाथ-पांव फूल गए और फिर जमाना सोशल मीडिया का है, तो जैसे ही यह मामला वायरल हुआ, आनन-फानन में पुलिस ने हिरासत में लिए गए कार्यकर्ताओं को तुरन्त रिहा कर दिया. इस तरह करीब दो घंटे तक चले इस हाइप्रोफाइल अनशन ड्रामा के बाद प्रह्लाद मोदी पहले होटल और फिर बाद में सड़क मार्ग से सुल्तानपुर के लिए रवाना हो गए.

काश जैसे पीएम मोदी के भाई के 2 घण्टे के अनशन से योगी सरकार घबरा गई उसी तरह दो महीनों से ज्यादा समय से दिल्ली की सीमाओं पर बैठे हजारों किसानों के अनशन पर भी पीएम मोदी के भाई की तरह सरकार को तरस आ जाता तो आज 100 से ज्यादा किसान भाई जान नहीं गंवाते. खैर, इस बारे में अधिकारियों से बात की गई तो एडीसीपी चिरंजीव नाथ सिन्हा ने प्रह्लाद मोदी के किसी भी कार्यकर्ता की गिरफ्तारी या हिरासत में लेने की बात से इनकार कर दिया.

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आपको बताते हैं आखिर क्या है पूरा माजरा

दरअसल, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के भाई और विश्व हिन्दू महासंघ और ऑल इंडिया फेयर प्राइज शॉप एसोसिएशन के उपाध्यक्ष प्रहलाद मोदी दिल्ली से आने वाली 2 बजे की उड़ान से राजधानी पहुंचे थे. योग सोशल सोसाइटी की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष माया ए आनंद ने बताया कि प्रह्लाद मोदी सामाजिक कार्यक्रम में हिस्सा लेने के लिए चार दिवसीय प्रदेश दौरे लखनऊ पहुंचे थे. इस दौरान उन्हें लखनऊ में रुककर सुल्तानपुर, जौनपुर, प्रतापगढ़, प्रयागराज समेत कई जिलों में आयोजित कार्यक्रम में शामिल होने जाना था. इसी बीच सुलतानपुर, जौनपुर और प्रयागराज में योग सोशल सोसाइटी की ओर से प्रह्लाद मोदी को सम्मानित किया जाना था. लेकिन पुलिस ने एक दिन पहले ही सोसाइटी औऱ इस कार्यक्रम को फर्जी बताते हुए सोसाइटी के राष्ट्रीय संचालक हरिराम जायसवाल सहित कुछ समर्थकों को गिरफ्तार कर लिया था. जब प्रह्लाद मोदी अमौसी एयरपोर्ट पर उतरे तो उन्हें इस बारे में जानकारी मिली, ऐसे में प्रहलाद मोदी ने जिद पकड़ ली है कि जिन समर्थकों और आयोजकों को गिरफ्तार किया गया है, उनको तुरंत बिना शर्त रिहा कर दिया जाए.

पीएमओ के आदेश पर ऐसा किया गया मैं भी दिखा दुंगा की न्याय अभी जिंदा है- मोदी

एयरपोर्ट पर प्रहलाद मोदी ने बताया कि मुझे रिसीव करने के लिए जो लोग आ रहे थे, उन सबको पुलिस ने पकड़ लिया है और थाने में बैठा दिया है. उन पर मुकदमा दर्ज करने की तैयारी चल रही है. मुझे लगा कि मेरे बच्‍चे जेल में रहें और मैं बाहर रहूं, ये ठीक नहीं है, ऐसे में या तो उनको मुक्‍त करो वरना मैं अन्न-जल त्यागकर एयरपोर्ट पर ही अनशन पर बैठ गया हूं.

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इस दौरान प्रहलाद मोदी ने कहा कि पुलिस अफसर कहते हैं कि ऐसा करने का पीएमओ से आदेश है, मैं कहता हूं आदेश की कॉपी मुझे दो ताकि मैं सच की राह पर चल सकूं, लेकिन गुंडागर्दी करने से न तो यहां के शासन को लाभ होगा और न ही पीएमओ को. मोदी ने कहा कि मैं यहां से उठूंगा नहीं, मैंने अन्‍न जल त्‍याग दिया है. मेरे कई साथी थे, तकरीबन 100 से ऊपर, उनकी गाड़ियां भी जब्‍त कर ली गई हैं, ऐसा मुझे पता चला है. मेरा यहां से प्रयागराज जाने और रात को वापस आने का प्रोग्राम था, लेकिन पुलिस की दिक्‍कत के कारण उसमें बाधा आ गई है. अब जब तक पुलिस मुझे आदेश की कॉपी नहीं देती मैं नहीं हटूंगा. प्रह्लाद मोदी ने कहा कि मैं सुप्रीम कोर्ट जाकर भी दिखा दूंगा कि न्‍याय अभी बाकि है.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के भाई होने के कारण प्रहलाद मोदी के धरने से अफसरों में हड़कंप मच गया. मोदी को समझाने के लिए डीसीपी को भेजा गया, लेकिन प्रहलाद जिद पर अड़े रहे. फिर पुलिस अधिकारियों ने प्रहलाद मोदी को बताया कि उनके सभी समर्थक रिहा हो गए हैं. इसके बाद वह अपने समर्थकों सहित होटल के लिए रवाना हो गए. इधर पुलिस कमिश्नर डीके ठाकुर ने बताया कि प्रहलाद मोदी को कहीं भी रोका नहीं गया है, वह जहां भी जाना चाहते हैं, जा सकते हैं.

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यहां जो बात समझ नहीं आई वो यह कि क्या पीएम मोदी और उनके भाइयों के बीच सबकुछ ठीक नहीं है, पीएमओ से आदेश दिया जाना, प्रह्लाद मोदी के आने जाने पर रोक, प्रह्लाद मोदी का यह कहना कि मैं सुप्रीम कोर्ट जाकर दिखा दूंगा न्याय अभी जिंदा है, और सबसे बड़ी बात पीएम मोदी के भाइयों के बारे में हमेशा कहा जाता रहा है कि वे लोग अत्यंत गरीब हैं तो फिर…. खैर, आयोजकों की किस्मत अच्छी थी कि पीएम मोदी के भाई को सम्मानित करने के लिए बुलाया वरना उन्हें फर्जी साबित होने से कोई नहीं बचा सकता था.

सुल्तानपुर रवाना होने से पहले लखनऊ की होटल में मीडिया से बातचीत करते हुए प्रह्लाद मोदी ने कहा कि वह कई बार जंतर-मंतर पर धरना-प्रदर्शन कर चुके हैं. 25 सितम्बर 2018 के प्रदर्शन में सात लाख से ज्यादा लोग शामिल हुए जो रिकॉर्ड में है. मोदी ने कहा कि वह खुद किसान नहीं हैं तो किसानों के साथ क्यों जाएंगे. प्रह्लाद मोदी ने होटल से ही प्रयागराज के एसएसपी से बात की और कहा कि गुरुवार को वहां उनका कार्यक्रम है, जिसमें वह शामिल होने जरूर जाएंगे.