महाराष्ट्र इन दिनों भारी बारिश और बाढ़ की समस्या से जूझ रहा है. मराठवाड़ा के जिलों में भारी बारिश और नदियां उफान पर आने के बाद कई इलाके बाढ़ की चपेट में हैं. अब तक 9 लोगों की मौत हो चुकी है और 30 हजार हेक्टेयर से ज्यादा की फसलें बर्बाद हुई हैं. इस बीच राज्य के उप मुख्यमंत्री और महीने राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के अध्यक्ष अजित पवार मराठवाड़ा के धाराशिव में बाढ़ प्रभावित इलाकों का दौरा करने पहुंचे. यहां एक किसान ने डिप्टी सीएम के समक्ष अपनी मांग रखी तो पवार गुस्से में भड़के उठे और बोले ‘क्या हम यहां कंचे खेलने आए हैं?’ इस घटना का एक वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है.
दरअसल, बाढ़ पीड़ित किसान ने डिप्टी सीएम से कर्ज माफी की मांग की थी, जिस पर पवार भड़क गए. उन्होंने गुस्से में कहा- ‘इसे मुख्यमंत्री बना दो! क्या तुम्हें लगता है कि हम कंचे खेलने आए हैं?’ पवार ने ये कहा कि वे राजनीति नहीं करना चाहते और सच बोलना ही पसंद करते हैं.
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एनसीपी प्रमुख ने किसानों से कहा कि आप सिर्फ काम करने वालों की आलोचना करते हैं. मैंने सुबह 6 बजे करमाला से अपना दिन शुरू किया. हमने अपनी प्यारी बहनों की बहुत मदद की है. हम सालाना ₹45,000 करोड़ की मदद दे रहे हैं. किसानों के बिजली के बिल माफ किए हैं और उसके लिए ₹20,000 करोड़ दिए हैं. उन्होंने ये भी कहा कि राज्य सरकार बाढ़ प्रभावित किसानों के लिए केंद्र से भी मदद मांगेगी. इसके लिए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को लेटर भेजेंगे. मराठवाड़ा दौरे के दौरान अजित पवार ने बीड़ और आसपास के जिलों में फसलों व मकानों को हुए नुकसान का जायजा लिया.
बयानों को लेकर विवादों में रहते हैं पवार
ऐसा पहली बार नहीं है, जब एनसीपी सुप्रीमो अजित पवार अपने बयानों को लेकर विवादों में घिरे हों. इसी महीने पवार का एक महिला आईपीएस अधिकारी से बहस का वीडियो सामने आया था. इसमें पवार महिला अधिकारी को फटकारते नजर आ रहे हैं. घटना सोलापुर जिले के कुर्दु गांव की बताई जा रही है, जहां IPS अधिकारी मुरम का अवैध खनन रोकने पहुंची थीं.
वीडियो में उस कॉल पर पवार ने कथित तौर पर उन्हें अवैध रेत खनन पर कार्रवाई करने के लिए डांटा था. हालांकि तब पार्टी नेताओं ने पवार का बचाव करते हुए कहा था कि यह बस उनका बोलने का अंदाज है. इससे पहले भी शरद पवार, सुप्रीया सुले आदि पर बयान देकर अजित पवार विवादों में आ चुके हैं. हालांकि महायुति के नेताओं की इस घटना पर कोई प्रतिक्रिया अभी तक नहीं आयी है.



























