सोनिया गांधी (Sonia Gandhi) के अंतरिम राष्ट्रीय अध्यक्ष बनते ही राजस्थान कांग्रेस (Rajasthan Congress) की अंदरूनी राजनीति में सत्ता के केंद्र बदल गए. सोनिया के विश्वस्त माने जाने वाले एक गुट को मानो अभय दान मिल गया हो. सोनिया गांधी के अंतरिम अध्यक्ष बनने के बाद एक खेमा अधिक पावरफुल हो गया. यही वजह रही कि पहले जो नेता और कार्यकर्ता सचिन पायलट (Sachin Pilot) का खुल कर समर्थन करते थे यहां तक कि उन्हें मुख्यमंत्री बनाये जाने की खुलकर पैरवी करते थे, उनमें से कुछ एक को छोड़कर ज्यादातर उनके जन्मदिन के मौके पर भी कन्नी काटते नजर आये.

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