Politalks.News/Rajasthan. प्रदेश में बीते दो सप्ताह से चल रही मुख्यमंत्री अशोक गहलोत व सचिन पायलट के बीच की खुली लडाई अब आर-पार के मोड पर है. इस दौरान सीएम गहलोत सचिन पायलट व उनके समर्थित बागी विधायकों पर लगातार हमलावर हैं. इसी कडी में सीएम गहलोत ने बीते दिन शुक्रवार को एक बार फिर से कांग्रेस के बागी विधायकों को लेकर बयान दिया कि हमारे कुछ साथी जिनको बंधक बना रखा है हरियाणा में, उनको बीजेपी की देखरेख के अंदर ही बंधक बनाया हुआ है, सबको मालूम है. इतने दिन हो गए, वो भी हो सकता है कि वहां से छूटना चाहते हों, वो हमारे अपने साथी हैं. वहां पर बाउंसर लगा रहे हैं, पुलिस लगा रखी है, उन सभी के टेलीफोन सीज कर दिए हैं. वो परेशान है, कोई बीमार है, उनकी आंखों में आंसू भी आ रहे हैं. सीएम गहलोत के इस बयान पर पायलट खेमे के विधायकों ने विडियो जारी कर बयान दिया कि हमें किसी ने बंधक नहीं बनाया, न ही कोई बाउंसर लगा हुआ है. आप अपने काम करने का तरीका बदलें.
सचिन पायलट खेमे के दौसा विधायक मुरारी लाल मीणा ने एक विडियो जारी करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री गहलोत इतने पुराने नेता हैं. तीन-तीन बार मुख्यमंत्री रह चुके, लेकिन जिस तरीके के हम लोगों पर अनर्गल आरोप लगा रहे हैं. इससे हमें बड़ा दुख हुआ है. हमने ना तो कांग्रेस छोड़ी है, ना ही बीजेपी से संपर्क किया है. हम पिछले डेढ़ साल से उनकी कार्यप्रणाली से व्यथित है. जिस तरीके से उन्होंने हमारी उपेक्षा की है उससे नाराज होकर हम विधायक आलाकमान के सामने अपनी बात रखने के लिए दिल्ली आए हुए हैं. हम लंबे समय से दिल्ली में रुके हुए हैं. सीएम गहलोत द्वारा पत्रकारों के समक्ष आरोप लगाए गए कि हमको बीजेपी के द्वारा कैद किया गया है. जबकि बीजेपी से हमारा किसी प्रकार का कोई संपर्क नहीं हुआ है.
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विधायक मुरारी लाल ने आगे कहा कि सीएम गहलोत द्वारा जिस तरह हमारे ऊपर एसीबी और एसओजी का प्रयोग किया गया है. उनके इस रवैये से हमारे परिवार जन भयभीत हैं. उनको डर लग रहा है कि किस तरीके से हरकतें सीएम गहलोत हमारे खिलाफ कर रहे हैं. हम कांग्रेस के विधायक हैं, कांग्रेस के परिवार जन है. मेरा सीएम गहलोत से निवेदन है कि जिस तरह कि उनकी कार्यप्रणाली है, उसको अति शीघ्र बदलना चाहिए नहीं तो बहुत बड़ा नुकसान कांग्रेस को होगा. इससे लोगों में गलत मैसेज आ रहा है जबकि हमारे मन में इस तरह की कोई बात ही नहीं है. अगर सीएम गहलोत वास्तव में कांग्रेस के हितेषी हैं तो क्यों कुर्सी पर चिपक कर बैठे हैं. सीएम गहलोत को कांग्रेस की एकता के लिए कुर्सी को छोड़ देना चाहिए.
पायलट खेमें के नीमकाथाना विधायक सुरेश मोदी ने कहा कि पिछले कई दिनों से हम महसूस कर रहे हैं कि हमारी पार्टी के मुखिया गहलोत इस तरह की बात कर रहे हैं जो कि उनके लिए शोभा जनक नहीं है. आज उन्होंने पत्रकारों से रूबरू होते हुए कहा कि कांग्रेस के विधायकों को बीजेपी वालों ने बंधक बना रखा है. मैं यह स्पष्ट करना चाहता हूं कि ना हमें किसी ने बंधक बना रखा है, ना हमारे पास कोई बाउंसर बैठे हैं, ना हम कोई बीमार हैं, ना हम आंसू बहा रहे हैं, ना हम वहां आने के लिए तड़प रहे हैं. हम अपनी स्वेच्छा से यहां उनकी कार्यशैली से नाराज होकर आए हुए है.
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विधायक मोदी ने आगे कहा कि सीएम गहलोत ने हमारे विधानसभा क्षेत्र में कोई काम नहीं किया है. हमने इतनी कोशिश की पिछले डेढ़ साल में, इतना प्रयास किया कि मेरे यहां कुंभाराम लिफ्ट परियोजना का पानी लेकर आओ, मेरी जनता पानी से त्रस्त है. मेरे इलाके को जिला बनाओ. मैंने पिछले डेढ़ साल में कई तरह की मांगे उनके समक्ष रखी. एक भी मांग पर उन्होंने ध्यान नहीं दिया. अब इस तरह के अनर्गल आरोप हम पर लगा रहे हैं. यह बिल्कुल गलत है. यह उनके पद को शोभा नहीं देता है. मैं सीएम गहलोत से निवेदन करता हूं कि आप अपनी कुर्सी बचाए रखें लेकिन उसके लिए सही तरीका अपनाएं. इस तरीके से गलत आरोप नहीं लगा लगाएं.
वहीं पायलट खेमें के चाकसू विधायक वेद प्रकाश सोलंकी ने कहा कि कुछ लोग जयपुर में बैठे हुए बोल रहे है कि हम लोगों को बंधक बनाया हुआ है. हम सभी लोग यहां अपनी स्वेच्छा से आए थे. मैं कलेक्टर से पास बनवाकर सबसे कह के आया हूं कि मैं दिल्ली जा रहा हूं. हम लोग यहां अपने विवेक से आए हैं. किसी पार्टी विशेष के लोगों ने किसी को बंधक नहीं बना रखा है. सभी विधायक अपनी स्वेच्छा से यहां आए है और यहां रह रहे है. हमारी मांग है, हमने मुख्यमंत्री और आलाकमान से भी एक ही बात की थी कि हम सचिन पायलट जी के साथ है और सचिन पायलट जी के साथ रहेगें.