maharashtra politics
maharashtra politics

Maharashtra Politics: महाराष्ट्र में लंबे समय से चल रहा मराठा आरक्षण आंदोलन एक बार फिर से तेज हो चला है. पिछले कुछ दिनों से प्रदर्शनकारियों ने प्रदेश के अलग अलग हिस्सों में आंदोलन किया है. बीते दिनों उग्र आंदोलनकारियों की भीड़ ने बीड विधानसभा क्षेत्र के विधायक के घर में आगजनी कर दी, जिसके बाद सरकार के भी कान खड़े हो गए हैं. इसे लेकर महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के अलग अलग बयान सामने आए हैं. उन्होंने कहा कि हिंसा की कोशिश करने वालों को बख्शा नहीं जाएगा. वहीं सीएम शिंदे ने कहा कि मराठा आंदोलन को कौन भड़काने का काम कर रहा है, कौन आगजनी कर रहा है, इस पर सरकार का पूरा ध्यान है.

सकल मराठा समाज जानता है कि कौन इसके पीछे

महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने कहा कि सकल मराठा समाज जानता है कि उस समय कौन सरकार में थे और किन्होंने मराठा समाज का आरक्षण सुप्रीम कोर्ट में गंवाया है. मुंबई में पत्रकारों से बातचीत करते हुए शिंदे ने कहा कि मराठा समाज बहुत ही शांतिप्रिय तरीके से आंदोलन करता है, कौन भड़काने का काम कर रहा है, आगजनी कर रहा है इस पर सरकार का ध्यान है. हमारी सरकार राज्य में कानून व्यवस्था बनाए रखने की कोशिश कर रही है.

https://x.com/AHindinews/status/1719302458072289358?s=20

हिंसा की कोशिश को स्वीकार नहीं किया जाएगा

महाराष्ट्र के उप-मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि जो जानबुझकर हिंसा करने की कोशिश कर रहे हैं, उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. मुंबई में मीडिया से वार्ता के दौरान उन्होंने कहा कि बीड में सोमवार को जिस प्रकार की घटना हुई है उसका समर्थन नहीं किया जा सकता है. मराठा आरक्षण के संदर्भ में राज्य सरकार सकारात्मक है. ऐसे में कुछ लोग जो जानबुझकर हिंसा करने की कोशिश कर रहे हैं, उसे स्वीकार नहीं किया जाएगा. कई लोगों की पहचान की गई है, उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी, जो शांतिपूर्ण आंदोलन कर रहे हैं उन्हें आंदोलन करने दिया जाएगा.

https://x.com/AHindinews/status/1719294484679393632?s=20

एनसीपी के दो विधायकों के घरों को भीड़ ने किया खाक

महाराष्ट्र में मराठा आरक्षण की मांग को लेकर आंदोलन अब तेजी से फैल रहा है. गुस्साए प्रदर्शनकारी अब विधायकों के आवास, दफ्तर और दुकानों को आग में झोंक रहे हैं. इस आंदोलन का केंद्र मुंबई से करीब 450 दूर शहर बीड बन गया है. यहां प्रदर्शनकारियों की तोड़फोड़ के बाद प्रशासन ने धारा-144 लागू कर दी और इंटरनेट बंद कर दिया.

मराठा आंदोलन की अधिकांश हिंसक घटनाएं और आगजनी बीड जिले में ही हुईं, जिसके बाद अगले आदेश तक कर्फ्यू लगा दिया गया है. इसके अलावा प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के लिए आंसू गैस के गोले छोड़े. इसी दौरान प्रदर्शनकारियों ने एनसीपी के दो विधायकों के घरों में आग लगा दी थी, जबकि बीजेपी के एक विधायक के कार्यालय में तोड़फोड़ की. माजलगांव से एनसीपी विधायक प्रकाश सोलंकी की कार को भी आग के हवाले किया गया है.

बीड में प्रदर्शनकारियों के उग्र होने के पीछे एक वजह ये भी है कि मराठा आंदोलन का नेतृत्व कर रहे मनोज जरांगे बीते 7 दिनों से भूख हड़ताल पर बैठे हैं और बीते सोमवार को उनकी तबीयत खराब हो गई थी, जिसकी वजह से वो मंच से गिर गए थे. दूसरी ओर आंदोलन में शामिल एक युवक ने पानी की टंकी पर चढ़कर कूद खुदकुशी कर ली. उसके बाद यह आंदोलन उग्र और हिंसा की ओर बढ़ता जा रहा है.

Leave a Reply