हमारी सरकार पर भ्रष्टाचार के आरोप लगे तो हम सत्ता से बाहर हो गए- पूनियां की फिसली जुबान या…

पूनियां बोले- हमारे मंत्रियों पर भ्रष्टाचार के आरोप लगे तो हम हो गए सत्ता से बाहर, लेकिन कांग्रेस जो कर रही वह कभी नहीं आ पाएगी सत्ता में, पूनियां के बयान की सियासी गलियारों में चर्चा, इशारों- इशारों में मैडम राजे पर निशाने तो नहीं साध गए पूनियां?

पूनियां की फिसली जुबान या...
पूनियां की फिसली जुबान या...

Politalks.News/Rajasthan. भाजपा प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनियां का आज का एक बयान सियासी गलियारों में जबरदस्त चर्चा का विषय बना हुआ है. पूनियां ने कहा कि, ‘हमारे मंत्रियों पर भ्रष्टाचार के आरोप लगे तो हम सत्ता से बाहर हो गए, लेकिन कांग्रेस जो कर रही है वह तो कभी सत्ता में आ ही नहीं पाएगी‘. दरअसल, सतीश पूनियां शिक्षकों के ट्रांसफर में भ्रष्टाचार के मुद्दे पर गहलोत सरकार पर निशाना साध रहे थे. लेकिन सियासी गलियारों में चर्चा इस बात की है कि वो अपनी ही पार्टी की सरकार और पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे पर इशारों में निशाना साध रहे हैं. हालांकि बाद में पूनियां ने बात को संभालते हुए कहा कि, हमारी सरकार के कार्यकाल में जरूर कोई कमी रही होगी तभी हम सत्ता में नहीं आए…’. इसके साथ ही पूनियां ने प्रदेश सरकार में भ्रष्टाचार के मुद्दे पर दिसंबर माह में बड़ा आंदोलन खड़ा करने का ऐलान भी किया.

हमारे मंत्रियों पर भ्रष्टाचार के आरोप लगे तो हम हो गए सत्ता से बाहर’
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनियां का यह बड़ा बयान गुरुवार को पत्रकारों से बातचीत के दौरान सामने आया. पत्रकार द्वारा भाजपा सरकार में तत्कालीन मंत्री कालीचरण सराफ और वासुदेव देवनानी पर भ्र्ष्टाचार के आरोप लगने का सवाल किया तो पूनियां ने कहा कि, ‘हमारे मंत्रियों पर भ्रष्टाचार के आरोप लगे तो हम सत्ता से बाहर हो गए, लेकिन कांग्रेस जो कर रही है वह तो कभी सत्ता में आ ही नहीं पाएगी‘. पूनियां पिछले चुनाव में भाजपा सरकार के रिपीट नहीं होने के सवाल पर बोल रहे थे. पूनियां ने अपने बयान को अंत में थोड़ा संभालते हुए यह भी कह दिया कि,’जो हमारी सरकार पर आरोप लगे भी थे तो उनका कोई आधार नहीं था, कुछ कमियां रहीं होंगी. लेकिन अब मौजूदा कांग्रेस सरकार ने मुख्यमंत्री की मौजूदगी में ही शिक्षकों के तबादले के लिए पैसे के लेनदेन की बात खुलकर सामने आ गई है. हालांकि मुख्यमंत्री गहलोत इस पर कहते हैं कि यह तो कमाल है, लेकिन ईश्वर इस प्रकार के कमाल ज्यादा न करे तो ही ठीक है’. पूनियां के बयान को लेकर चर्चा है कि कहीं इशारों- इशारों में मैडम राजे की तत्कालीन सरकार पर आरोप लगा रहे हैं!

यह भी पढ़ें- गुटबाजी को लेकर सीएम गहलोत का बड़ा बयान तो ट्रांसफर प्रकरण में अब किया डोटासरा का बचाव

‘जो कुकर्म सरकार कर रही है कांग्रेस कभी भी नहीं आ पाएगी सरकार में’

कांग्रेस को आड़े हाथ लेते हुए भाजपा प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनियां के कहा, ‘अब जनता कांग्रेस के चरित्र को समझ चुकी है और जिस प्रकार के कर्म कांग्रेस पार्टी कर रही है वह एक तरीके से कुकर्म ही है, जिसके चलते अब कांग्रेस कभी भी सत्ता में नहीं आ पाएगी’. पूनियां ने कहा कि, ‘पिछले चुनाव में भाजपा सरकार वापस नहीं बनी तो हमारी कोई कमजोरी रही होगी जिसे दुरुस्त करेंगे लेकिन मौजूदा गहलोत सरकार और कांग्रेस पार्टी का जो दृश्य बन रहा है वो सही नहीं है’.

दिसंबर के पहले सप्ताह में हो सकती है प्रदेश कार्यसमिति बैठक, लेकिन नहीं बताई गई तारीख!

प्रदेश भाजपा अध्यक्ष पूनियां ने संकेत दिए हैं कि प्रदेश कार्यसमिति की बैठक नवंबर के बजाय दिसंबर माह के पहले सप्ताह में हो सकती है. हालांकि अभी तारीखों का एलान नहीं हुआ है, लेकिन भाजपा प्रदेश अध्यक्ष के अनुसार अब यह बैठक दिसंबर में ही होगी. दूसरी तरफ सियासी गलियारों में चर्चा है कि प्रदेश भाजपा कार्यसमिति की बैठक की तारीख के एलान की वजह से पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे की मेवाड़ दर्शन यात्रा अटकी हुई है. मैडम राजे खेमा कार्य समिति की इस बैठक की डेट जारी होने का इंतजार कर रहा है. शायद कहीं न कहीं इसीलिए अभी तक कार्यसमिति की डेट आउट नहीं की गई है.

यह भी पढ़ें- मिशन 2023 को ध्यान में रख तैयार हुआ गहलोत मंत्रिमंडल पुनर्गठन का फॉर्मूला, सबको खुश करने की तैयारी

भ्रष्टाचार मामलों में भाजपा सरकार सड़कों पर उतरेगी

शिक्षक सम्मान समारोह के दौरान मुख्यमंत्री के पूछने पर शिक्षकों की ओर से तबादले के लिए पैसों के लेनदेन की बात स्वीकरने के बाद से मुद्दा गरमा गया है. भाजपा ने इस मामले को एसीबी में दर्ज कर जांच की मांग की है. साथ ही नैतिकता के आधार पर शिक्षा मंत्री गोविंद डोटासरा का इस्तीफा भी मांगा है. भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने साफ कर दिया कि इस मामले को लेकर भाजपा सड़कों पर उतरेगी. पत्रकारों से बातचीत के दौरान सतीश पूनियां ने कहा कि, ‘मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की मौजूदगी में हुए इस घटनाक्रम से पूरे देश में राजस्थान शर्मसार हुआ है. उससे भी बड़ी बात यह है कि जब सरकार के मुखिया के सामने शिक्षकों ने यह बात स्वीकार कर की कि तबादले के लिए पैसे देने पड़ते हैं तो स्वयं भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो को ही मामला दर्ज कर इसकी जांच करना चाहिए और मुख्यमंत्री को नैतिकता के आधार पर शिक्षा मंत्री से इस्तीफा ले लेना चाहिए. यदि इस्तीफा नहीं देते हैं तो उन्हें मंत्रिमंडल से हटा देना चाहिए था लेकिन इसमें कुछ नहीं किया गया’. पूनियां ने कहा कि, ‘यह पहली बार नहीं हुआ है जब सरकार में भ्रष्टाचार के आरोप लगे हों खुद वरिष्ठ विधायक भरत सिंह गहलोत सरकार के ही खनन मंत्री प्रमोद जैन भाया पर भ्रष्टाचार के कई गंभीर आरोप लगा चुके हैं.

यह भी पढ़ें- गोवा में BJP को बड़ा झटका! पर्रिकर के बेटे ने दी पार्टी छोड़ने की चेतावनी, राहुल से मुलाकात की चर्चा

पूनियां ने सीएम गहलोत पर ली चुटकी

मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के अध्यापकों से पूछे गए सवाल को पूनियां ने अंदरूनी सियासत का कारण माना है. पूनियां ने सीएम गहलोत पर चुटकी लेते हुए कहा कि,’ सीएम गहलोत का 40 साल का अनुभव है, वो भोलेपन में नहीं कह सकते हैं. कांग्रेस की अंदरूनी सियासत भी इसका बड़ा कारण हो सकता हैं, अगर उन्होंने ईमानदारी से कहा है तो महापुरुषों की गिनती में आ ही जाएंगे‘.

Leave a Reply