FIR दर्ज हुई तो शायर बने कपिल मिश्रा, कहा- ‘वो क़त्ल भी करते हैं तो चर्चा नहीं होता, हम आह भी भरते हैं तो हो जाते हैं बदनाम’

दिल्ली चुनाव को भारत-पाक का मुकाबला बताने पर आयोग ने दिल्ली पुलिस को दिए थे FIR के निर्देश, ट्वीटर पर विवादित ट्वीट पोस्ट करने पर आई आफत, आप और कांग्रेस पर लगाया मुस्लिम वोट बैंक की राजनीति करने का आरोप

पॉलिटॉक्स ब्यूरो. दिल्ली के मॉडल टाउन से बीजेपी उम्मीदवार कपिल मिश्रा को सोशल मीडिया पर विवादित ट्वीट करना सच में भारी पड़ गया. चुनाव आयोग के निर्देश पर मॉडल टॉउन थाना इलाके में उनके खिलाफ एनआईआर दर्ज कराई गई है. कपिल मिश्रा (Kapil Mishra) ने ट्वीट पोस्ट करते हुए दिल्ली चुनाव को भारत-पाक का मुकाबला बताया था. एफआईआर दर्ज होने के बाद कपिल शर्मा ने शायराना अंदाज अपनाते हुए ट्वीटर पर लिखा, ‘वो क़त्ल भी करते हैं तो चर्चा नहीं होता, हम आह भी भरते हैं तो हो जाते हैं बदनाम’. जाहिर सी बात है कि उन्होंने ये बात आप संयोजक अरविंद केजरीवाल के लिए कही है.

गौरतलब है कि 23 जनवरी को कपिल मिश्रा ने अपने ट्वीटर हैंडल से एक ट्वीट करते हुए पोस्ट शेयर की और 8 फरवरी को होने वाले दिल्ली चुनाव को भारत और पाकिस्तान के बीच होने वाला मुकाबला जैसा बताया. एक अन्य ट्वीट में कपिल मिश्रा ने लिखा कि आप और कांग्रेस ने शाहीन बाग जैसे मिनी पाकिस्तान खड़े किए हैं. जवाब में 8 फरवरी को हिंदुस्तान खड़ा होगा.

मिश्रा कपिल

चुनाव आयोग ने इन ट्वीट को विवादित मानते हुए न केवल इस ट्वीट को हटाने का निर्देश दिया, साथ ही कपिल मिश्रा को ‘आचार संहिता के उल्लंघन’ पर कारण बताओ नोटिस भेज 24 घंटे में तलब करने को कहा. साथ ही दिल्ली पुलिस को कपिल मिश्रा के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने का आदेश दिया. चुनाव आयोग के अधिकारियों के निर्देश के बाद जन प्रतिनिधित्व कानून की धारा 125 के तहत मॉडल टाउन थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई गई है. चुनाव आयोग के आदेश के बाद विवादित ट्वीट को भी हटा दिया गया.

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चुनाव आयोग ने कहा कि विवादित ट्वीट से सांप्रदायिक भावनाएं भड़क सकती हैं. चुनाव आयोग ने ट्वीटर से भी इस संबंध में उचित कदम उठाने को कहा. वहीं कपिल मिश्रा ने चुनाव आयोग के भेजे गए नोटिस का जवाब भी भेज दिया है. इसके बाद मीडिया के सामने उन्होंने कहा कि आम आदमी पार्टी और कांग्रेस ज़मीन पर चुनाव हार रहे हैं, इसलिए वे इसे पुलिस स्टेशन, अदालत और कागज पर लड़ना चाहते हैं. मैंने किसी भी कानून का उल्लंघन नहीं किया है और सच बोला है.

अपने बड़बोलेपन के चक्कर में कपिल मिश्रा पहले भी कई बार परेशानी में पड़ चुके हैं लेकिन बाज नहीं आ रहे. शनिवार को सुबह सुबह उन्होंने एक और ट्वीट पोस्ट करते हुए दिल्ली की आम आदमी पार्टी सरकार और कांग्रेस दोनों पर मुस्लिम वोट बैंक की राजनीति करने का आरोप लगाते हुए कहा कि यही वजह है कि उन्होंने शाहीन बाग जैसे तमाशे खड़े कर दिए. कपिल मिश्रा ने ये भी कहा कि ये सिर्फ मेरी आवाज नहीं, पूरी दिल्ली की आवाज हैं इसलिए सच बोलना जरूरी हैं.

बता दें, आप पार्टी ने कपिल मिश्रा पर ‘नो ड्यूज’ न जमा करने के बाद भी नामांकन पत्र स्वीकार किए जाने पर सवाल उठाते हुए चुनाव आयोग को उनकी उम्मीदवार रद्द करने की मांग पर पत्र लिखा है. हालांकि चुनाव आयोग की ओर से अभी तक इस मामले पर कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है.

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दिल्ली विधानसभा की 70 सीटों पर 8 फरवरी को चुनाव होना है. 11 फरवरी को नतीजे घोषित किए जाएंगे और 15 फरवरी तक सरकार का गठन किया जाएगा. कुल 70 सीटों में से 58 सीटें सामान्य श्रेणी जबकि 12 सीटें अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित हैं. कपिल मिश्रा मॉडल टाउन से बीजेपी उम्मीदवार हैं. उनके सामने आप पार्टी के अखिलेशपति त्रिपाठी और कांग्रेस की आकांक्षा ओला चुनौती पेश कर रहे हैं.

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