Politalks.News/NavjotSinghSidhu. अक्सर अपने बयानों को लेकर चर्चा में रहने वाले कांग्रेस नेता नवजोत सिंह सिद्धू एक बार फिर चर्चा में हैं. रोड रेज केस में एक साल की सजा काट रहे सिद्धू के बैरक में बंद अन्य कैदियों ने उन पर गलत व्यवहार करने का आरोप लगाया है. मिली जानकारी के मुताबिक नवजोत सिंह सिद्धू के साथ जेल की बैरक में पांच और कैदी बंद हैं और सिद्धू की सुरक्षा को देखते हुए उन्हें अपनी बैरक से ज्यादा बाहर निकलने की अनुमति नहीं है. ऐसे में सिद्धू को अगर जेल की कैंटीन से कुछ खाने-पीने के लिए चाहिए होता है तो उनके साथ बैरक में बंद कैदियों से मंगवाया जाता है. बस इस बात को लेकर ही सिद्धू का बैरक में बंद अन्य कैदियों से विवाद शुरू हो गया. यही नहीं जेल प्रशासन के सामने कैदियों ने सिद्धू की तू-तड़ाक वाली भाषा का इस्तेमाल करने का आरोप भी लगाया और इस पर एतराज जताया. हालांकि मामले को बढ़ता देख जेल प्रशासन ने नवजोत सिंह सिद्धू के साथ बंद कैदियों की बैरक बदल दी है.
रोड रेज केस में पटियाला जेल में एक साल कैद की सजा काट रहे पूर्व क्रिकेटर और पंजाब कांग्रेस के पूर्व प्रधान नवजोत सिद्धू अपने बर्ताव से फिर सुर्खियों में आ गए है. नवजोत सिंह सिद्धू के साथ बैरक में बंद कैदियों ने उनपर तू तड़ाक से बात करने का आरोप लगाया है. जब कैदियों ने इसकी शिकायत जेल प्रशासन से की तो सिद्धू ने कहा कि, इन कैदियों ने उनके कार्ड से बिना बताए खरीदारी की है. बता दें कि सिद्धू के साथ 5 और कैदी बंद किए गए हैं और सिद्धू बैरक से ही जेल ऑफिस का काम करते हैं. सिद्धू की सुरक्षा को देखते हुए उन्हें बाहर निकलने की इजाजत नहीं है. सिद्धू को अगर कोई सामान मंगवाना होता है तो वह अपने साथ बंद दूसरे कैदियों से मंगवा लेते हैं. जेल सूत्रों के मुताबिक सिद्धू का कहना है कि इन कैदियों ने उनके कार्ड से बिना बताए सामान खरीदा. उनकी कार्ड की लिमिट कम है, इसलिए उन्होंने इस पर एतराज जताया था. वहीं कैदियों का कहना है कि सिद्धू ने उनके साथ तू-तड़ाक से बात की.
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विवाद को बढ़ता देख जेल प्रशासन ने तुरंत सिद्धू के साथ बंद 3 कैदियों की बैरक बदल दी. अब उनके साथ 2 ही कैदी रह गए हैं. पटियाला जेल सुपरिटेंडेंट मनजीत सिंह ने इसकी पुष्टि करते हुए कहा कि, ‘कुछ कैदियों की बैरक बदली गई है. हालांकि इससे ज्यादा वह कुछ नहीं कह सकते. जेल नियमों के अनुसार सिद्धू के साथ कुछ कैदियों को रखा गया है.’ यह पहला मौका नहीं है जब नवजोत सिंह सिद्धू अपने जुबानी प्रहार के कारण विवादों में आ चुके हैं. सिद्धू का हमेशा से ही ये अंदाज रहा है कि वह हर बड़े-छोटे से तू-तड़ाक से ही बात करते हैं. जिसको लेकर एतराज भी हुआ लेकिन सिद्धू अपने स्टाइल पर कायम रहे.
बता दें कि रोड रेज के 34 साल पुराने मामले में सुप्रीम कोर्ट ने पंजाब कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू को 1 साल की सजा सुनाई है. 1988 में पंजाब में हुई रोड रेज की एक घटना में सिद्धू के मुक्के के प्रहार से एक बुर्जुग की मौत हो गई थी. इस मामले में सुप्रीम कोर्ट ने पहले सिद्धू को गैर-इरादतन हत्या से बरी कर दिया था और एक हजार रुपए का जुर्माना लगाया था, लेकिन इस मामले में रिव्यू पिटीशन पर सुनवाई करते हुए अब शीर्ष अदालत ने सिद्धू को एक साल की सजा सुनाई है.