अयोध्या (Ayodhya) में इस बार दीपावली पर 51 लाख दीप जलाकर वल्र्ड रिकॉर्ड बना. योगी सरकार ने तेल, सजावट और दीपों में डाले जाने वाले तेल का खर्चा 133 करोड़ बताकर जनता के साथ केंद्र सरकार की वाहवाही तो लूट ली लेकिन अगले ही दिन इन दियों में से तेल निकालकर इक्ठ्ठा करने वाली एक छोटी लड़की का वीडियो वायरल होने लगा. अब उसकी इस फोटो पर बहस शुरू हो गयी और ये मुद्दा सोशल मीडिया की प्रमुख हलचलों में शामिल हो गया. (Ayodhya)
हालांकि इस फोटो के वायरल होने के लॉजिक अलग-अलग हैं लेकिन तेजी से ये मसला आग पकड़ता जा रहा है. अब तो इसके सियासी मायने तक निकलकर बाहर आने लगे हैं. कुछ यूजर्स ने कहा कि ना जाने कौन से अर्थशास्त्र से 133 करोड़ का आंकड़ा ले आए जबकि इसका कुल खर्चा तो 1.33 करोड़ से भी काफी कम है. कुछ लोग इसे धर्म और जाति से भी छोड़ने की कोशिश कर रहे हैं. (Ayodhya) वहीं एक यूजर ने इस फोटो के दो साल पहले की होने की बात कही.
20,000 litre oil used to light up 500,000 earthen lamps in Ayodhya. Total cost: 133 crores. Here a poor girl trying to collect a little oil from these diyas to take home. Look at the fear in her eyes. Is this our idea of Ram Rajya? pic.twitter.com/5ysbGDTjwS
— Rahul Pandita (@rahulpandita) October 29, 2019
इस कुंठा का क्या करें,जो अयोध्या के दीपों से ही भड़कती हो,ना जाने कौन से अर्थशास्त्र से 133 करोड़ का आँकड़ा ले आए,आखिर दिए की बिक्री से ग़रीबों का ही तो पेट भरा,सरकारी इफ़्तार में परोसे जाने वाले मुर्ग़ों की क़ीमत देखने की ज़हमत कभी उठाई ? आखिर प्रभु श्रीराम से इतनी नफरत क्यूँ ? https://t.co/xZhBcWPDBh
— Shalabh Mani Tripathi (@shalabhmani) October 29, 2019
1 करोड़ 32 लाख के खर्च को 133 करोड़ क्यों बताया जा रहा है ये चिंतन का विषय है
— gyanendra shukla (@gyanu999) October 31, 2019
कोई हमें भी 133 करोड़ की गणित समझा दो भाई 20,000 लीटर तेल लगभग ₹20 लाख (₹100 प्रति लीटर) और 500,000 मिट्टी के दीये लगभग ₹25 लाख (₹5 प्रति नग) माचिस का बहुत होगा ₹10,000 कुल मिलाकर ₹ 45.10 लाख
— @rvIND (@arv280786) October 30, 2019
You didnt add one stat..that is Almost 8000 poor people employed to make this show grand ..
Almost 8000 poor families could earn money in terms of wages …— Vikas Raina (Jai Shri Ram🙏🙏)🇮🇳🇮🇳 🕉🕉 (@rainavikas) October 29, 2019
1 litre non edible oil for diyas –
150 x 20,000 = 30 lacs
5,00,000 Diyas x 2 = 10 lacsOverall cost 40 lacs.
how did you come up with 133 crore ?
— Dharmarajan (@iamdharmarajan1) October 29, 2019
अयोध्या या बिना अयोध्या, अगर ऐसे दृश्य देखकर आपका मन विचलित नहीं होता तो आप भारत के भविष्य के लिए खतरा हैं और देश में छुपे देशद्रोही हैं। याद रखिये भारत महान केवल तभी होगा जब हर हाथ को काम, पेट को भोजन और इंसान को बराबरी मिलेगी। वरना फिर छद्म राष्ट्रवाद की पुंगी ही बजती रहेगी।
— tejyadav (@tejyadav) October 29, 2019
पर उपदेश कुशल बहुतेरे पाठक चाचा! कह तो ऐसे रहे हैं जैसे आप ने २०% दान कर दिया है बच्ची के नाम।
133करोड़ रु०ब्यय का एक सार्थक लाभ बता सकते हैं! कोई अपने बाप के या अपने रुपये से करोड़ दीप जलाये कोई हर्ज नहीं पर जनता के रुपये का अनर्गल खर्च करना भी जायज नहीं है ।— मनोज कुमार @जन-गण मन (@DqFc509rWAgqjOq) October 29, 2019
जब भी कोई हिन्दू त्योहार आता हैं तो सिकुलर गैंग हिंदुओं के पीछे पड़ जाता हैं जिससे की वो “त्योहार”न मनाये!
बच्ची अगर बचा हुआ तेल ले रही हैं तो क्या गलत हैं,कौन रोक रहा है उसे!
विदेशी सैलानियों की तरह pic क्यों ले रहे हो उसकी!
उसको स्कूल भेजो और मदद करो, फिर pic डालो!— urmila 🇮🇳 (@urmila2008) October 29, 2019
You didnt add one stat..that is Almost 8000 poor people employed to make this show grand ..
Almost 8000 poor families could earn money in terms of wages …— Vikas Raina (Jai Shri Ram🙏🙏)🇮🇳🇮🇳 🕉🕉 (@rainavikas) October 29, 2019