Politalks.News/Bharat. आज बात प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की निजी जिंदगी यानि पर्सनल लाइफ की होगी. जब भी कोई व्यक्ति अपने नए लुक में आपके सामने आता है तो तमाम प्रकार की जिज्ञासाएं उमड़ने लगती हैं. उसके बाद शुरू हो जाता है नए रूप धारण करने के कारणों पर कयासों का दौर. मंगलवार को जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट किया कि आज एक बार मैं फिर देश की जनता को संबोधित करने जा रहा हूं, तो पीएम के इस ट्वीट के बाद देश भर में एक बार फिर उनके संबोधन को लेकर निगाहें लग गई कि कोरोना संकटकाल का उतार-चढ़ाव और त्योहारों को लेकर इस बार प्रधानमंत्री क्या नया बोलने वाले हैं.
मंगलवार शाम घड़ी ने जैसे ही 6 बजाए देश के तमाम छोटे-बड़े चैनलों और सोशल मीडिया पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी देशवासियों को महामारी से निपटने के लिए निर्देश देते हुए नजर आए. उसी दौरान लाखों लोग राष्ट्र के नाम संबोधन को देख रहे थे अचानक उनकी निगाहें मोदी की बढ़ी हुई दाढ़ी की ओर जाती है, इस बार पीएम ने जब देश को संबोधित किया तो उनकी दाढ़ी पहले से और भी काफी बढ़ी हुई थी. ऐसा लग रहा था कि उन्होंने कई दिनों से अपनी दाढ़ी नहीं कटवाई है. ऐसे में लोग अंदाजा लगा रहे हैं कि क्या प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश की आम जनता को संदेश देने के लिए अपनी दाढ़ी नहीं कटवाई है. फिर यहां से शुरू हो जाता है ‘प्रधानमंत्री के दाढ़ी के धारण करने का रहस्य. सोशल मीडिया से लेकर उनके प्रशंसकों में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की बढ़ी हुई दाढ़ी को लेकर अटकलों का बाजार गर्म है’.
प्रधानमंत्री मोदी आखिर दाढ़ी क्यों बढ़ाए जा रहे हैं, सभी दे रहे हैं अपने-अपने तर्क–
सोशल मीडिया पर भी पीएम मोदी के नए लुक को लेकर प्रतिक्रियाओं का दौर शुरू हो गया है. ‘सभी ने अपने अपने तरीके से पीएम की बढ़ी हुई दाढ़ी पर बहस छेड़ दी है, आखिर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपनी दाढ़ी क्यों बढ़ाए चले जा रहे हैंं?’ यह चर्चा अब आम है पर कोई पक्के तौर पर नहीं कह सकता कि इसका राज क्या है. मोदी के दाढ़ी बनाने बढ़ाने को लेकर जो उनके करीबी है वह भी नहीं जान पाए हैं कि आखिर इसकी वजह क्या है, केवल अटकलें लगाई जा रही है.
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अब एक दलील यह दी जा रही है कि कोविड के कारण प्रधानमंत्री किसी को भी अपने निकट नहीं आने देना चाहते हैं. यही नहीं प्रधानमंत्री की सुरक्षा में तैनात एसपीजी को भी उनके लिए छह फुट की दूरी वाला नया सुरक्षा फॉर्मेट बनाना पड़ा है. वैसे ‘कुछ लोग दाढ़ी बढ़ाने के पीछे मोदी जी की दैवीय सहायता की इच्छा वगैरा का अनुमान लगा रहे हैं. वहीं कुछ यह भी कयास लगा रहे हैं कि प्रधानमंत्री ने यह मनौती ली है कि जब तक कोरोना महामारी परास्त नहीं हो जाती, वह दाढ़ी नहीं कटवाएंगे? इसके अलावा हमारे देश में नवरात्रि के दौरान लोगों में बाल और दाढ़ी नहीं कटवाने की सदियों पुरानी परंपरा रही है, लेकिन यह तर्क तो बिलकुल बेतुका लगता है क्योंकि पीएम मोदी कोरोनाकाल से ही दाढ़ी बढ़ा रहे हैं, जबकि नवरात्रि तो अभी आए हैं.
दाढ़ी रख कर प्रधानमंत्री देशवासियों को कोरोना काल में संदेश भी दे रहे हैं-
कुछ जानकारों का मानना है कि प्रधानमंत्री मोदी ने देश के लोगों को कोरोना संकटकाल में दाढ़ी बढ़ाकर एक संदेश देने के लिए भी ऐसा किया है. पीएम मोदी ने लोगों से कई बार अपील की है कि यदि आप सक्षम हैं तो घर से काम करें. लोगों से सोशल डिस्टेंस बनाए रखें और मिलने की जगह वीडियो कॉल पर अपने दोस्तों से बातें करें. उन्होंने लोगों से यह भी अपील की है कि जब आप बाहर कदम रखें तो मास्क जरूर पहनें. मोदी दाढ़ी बढ़ाकर लोगों को सोशल डिस्टेंसिंग का संदेश भी देना चाह रहे हैं. हम आपको बता दें जी कोरोना संकटकाल में देश में जो अस्थिरता का माहौल बना था वह भी शांत नहीं हुआ है. लेकिन इंसानों की फितरत ऐसी है कि वह ज्यादा दिनों तक किसी बंदिश में जकड़ कर नहीं रह सकते हैं.
इन दिनों त्योहारों का माहौल और चुनावी उत्सव है, तो दूसरी और बाजारों में कई महीनों बाद हलचल है. पीएम मोदी भी जान रहे हैं जब बाजारों में शोर मचेगा मनुष्यों का मन भी उछल कूद मचाएगा. लेकिन इस माहौल में भी हमें कोविड-19 को देखते हुए अपने आप को नियंत्रण करना होगा. यहां हम आपको बता दें कि देश में लोगों को दाढ़ी बढ़ाना उद्देश्यों-संकल्पोंं का परिचायक भी माना जाता रहा है. दाढ़ी बढ़ी करने पर पीएम मोदी ने भी कोई संकल्प लिया होगा? खैर जो भी हो प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का निजी जीवन है उसमें वह चाहे दाढ़ी बढ़ाएंं या छोटी रखें.