Politalks.News/Delhi-Rajasthan. कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के साथ शनिवार को एक अहम बैठक की. सोनिया गांधी के आवास 10 जनपथ पर हुई इस बैठक में पार्टी के 20 वरिष्ठ नेता शामिल हुए. बैठक में कांग्रेस पार्टी को मजबूत बनाने के मसले पर चर्चा हुई. बैठक के बाद राजस्थान हाउस पहुंचे मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने मीडिया से बातचीत में बताया कि राहुल गांधी के नेतृत्व को लेकर बैठक में सभी नेताओं ने सहमति जताई है.
मीडिया द्वारा पूछे जाने पर की आज की बैठक को लेकर कई तरह के जो कयास थे वो खत्म हो गए? इसके जवाब में मुख्यमंत्री गहलोत ने कहा कि देखिए कयास मीडिया में लगते ही रहते हैं, वैसे वास्तविकता दूसरी होती है. राजनीति में जो दिखता है वो होता नहीं है, जो होता है वो दिखता नहीं है. ऐसा कुछ नहीं था, परंतु मीडिया में इतना बवाल खड़ा हो गया कई ग्रुप G-23, ऐसी कोई बात थी नहीं. सब लोग जब राहुल गांधी को और सोनिया गांधी को नेता मानते हैं, तो फिर झगड़ा किस बात का होता है? सबकी भावना वही थी कि राहुल जी को नेतृत्व लेना चाहिए और हम सब मिलकर मुकाबला करें उन ताकतों का जो ताकतें देश को बर्बाद कर रही हैं, जो ताकतें डेमोक्रेसी की हत्या कर रही हैं, जो ताकतें इनकम टैक्स, ईडी, सीबीआई, ज्यूडिशियरी, इलेक्शन कमीशन सबका मिसयूज कर रही हैं. उन ताकतों का मुकाबला तभी होगा जब तमाम विपक्षी पार्टियां देश के अंदर उठ खड़ी होंगी.
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सीएम गहलोत ने कहा कि ये लड़ाई विचारधारा की लड़ाई है, कोई व्यक्तिगत लड़ाई किसी से नहीं है और उसी लड़ाई को लड़ना चाहते हैं. कांग्रेस में दमखम है, पूरे मुल्क में कांग्रेस गांव-गांव में फैली हुई है, जिनको भ्रम है कि दिल्ली में राजधानी में जो अफवाहें चलती हैं, मीडिया उससे गाइड होता है, राष्ट्रीय मीडिया भी अधिकांश उससे गाइड होता है जो दिल्ली में अफवाहें चलती रहती हैं. वास्तविकता में कांग्रेस बहुत मजबूत है राज्यों के अंदर, जिलों के अंदर, ब्लॉकों के अंदर और आप देखेंगे कि आने वाले वक्त के अंदर एकजुट होकर तमाम लोग जो प्रोग्राम-पॉलिसी और प्रिंसिपल कांग्रेस के हैं, उनको सामने रखते हुए ही अभियान चलेंगे, काम हो रहे हैं, अभी भी हो रहे हैं, तो कोई दिक्कत नहीं आएगी.
वहीं मीडिया द्वारा यह पूछे जाने पर की राहुल गांधी को अध्यक्ष बनाने को लेकर बैठक में कोई बात हुई? इस पर जवाब देते हुए सीएम गहलोत ने कहा कि इसका एक अलग प्रोसेस होता है, पर जहां तक आज बातचीत सबकी हुई है, सब मिलकर कांग्रेस, 40-40 साल लोगों ने दिए हैं कांग्रेस के अंदर, 50-50 साल दिए हैं वो सब मौजूद थे वहां पर और सबकी एक ही स्वर में बात थी कि फासिस्टी ताकतों से, जो हत्या कर रहे हैं डेमोक्रेसी की उन ताकतों से. 70 साल में इंदिरा गांधी शहीद हो गईं प्रधानमंत्री पद पर रहते हुए, जिसने बांग्लादेश आजाद करवा दिया, पाकिस्तान के दो टुकड़े हो गए, 93 थाउजेंड सैनिकों को, कर्नल-जनरल को सरेंडर करवा दिया. उस इंदिरा गांधी की हत्या कर दी गई, पर खालिस्तान नहीं बनने दिया.
राजीव गांधी की हत्या हो गई प्रधानमंत्री बनने वाले थे, ये त्याग-बलिदान कांग्रेस ने किये है आजतक, उसी कारण से 70 साल में देश एक व अखंड रहा है। अब ताकतें जो बात कर रही हैं, वो देश को कमजोर करने वाली बातें हैं. हिंदुत्व के नाम पर धर्म के नाम पर राजनीति हो रही है. सीएम गहलोत ने कहा कि डेमोक्रेसी में जाति-धर्म-वर्ग से काम नहीं चलता है. डेमोक्रेसी प्यार-मोहब्बत का सिलसिला है, प्रक्रिया है राजनीति की जिसमें सभी धर्म-सभी जाति-सभी वर्गों के लोग प्यार से-मोहब्बत से-भाईचारे से रहें, उसका नाम डेमोक्रेसी है.