पहलगाम में आतंकी हमले पर जवाबी कार्रवाई भारत ने ऑपरेशन सिंदूर चलाकर पाक को मुंह तोड़ जवाब दिया. अब अपना पक्ष रखने के लिए भारत ने अपने डेलीगेशन दुनियाभर में भेजे हैं. इनमें से एक डेलीगेशन का नेतृत्व कांग्रेस सांसद शशि थरूर कर रहे हैं. थरूर के नेतृत्व वाला डेलीगेशन फिलहाल अमेरिका में है. पनामा में भारतीय दूतावास के कार्यक्रम को संबोधित करते हुए थरूर ने कहा, आतंकियों को जवाब देना जरूरी थी. इस बार, हम नियंत्रण रेखा और अंतरराष्ट्रीय सीमा से आगे निकल कर गए. हमने नौ जगहों पर आतंकी ठिकानों, प्रशिक्षण केंद्रों, आतंकी मुख्यालयों पर हमला करके पाकिस्तान के पंजाबी गढ़ में हमला किया है.
कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने कहा कि आतंकियों ने महिलाओं के सामने उनके पति की हत्या की. फिर कहा, जाओ सरकार को बता दो. हमने उनकी आवाज और चीखें सुनी. फिर पाकिस्तान के गढ़ में हमने घुसकर मारा और आतंकियों के शरीर से निकलने वाला खून और सिंदूर का रंग एक जैसा कर दिया.
फिर से अटैक की तैयारी में थे आतंकी
इधर, कांगो लोकतांत्रिक गणराज्य (डीआर कांगो) में डेलीगेशन का नेतृत्व करते हुए भारतीय जनता पार्टी के राज्यसभा सांसद मनन कुमार मिश्रा ने कहा है कि 22 अप्रैल को पहलगाम हमले के बाद आतंकी भारत में फिर से अटैक की तैयारी कर रहे थे. इसलिए भारतीय सेना ने ऑपरेशन सिंदूर चलाया और आतंकी ठिकानों पर एयरस्ट्राइक की थी. मिश्रा ने कहा कि 22 अप्रैल को पहलगाम की घटना के बाद भारत ने 15 दिनों तक इंतजार किया. हमें उम्मीद थी कि पाकिस्तान खुद आतंकियों के खिलाफ एक्शन लेगा, लेकिन ऐसा नहीं हुआ. इसके उलट, हमारी खुफिया एजेंसियों ने बताया कि आतंकी फिर से भारत में हमले की तैयारी कर रहे हैं. तभी, 7 मई को भारत ने आतंकी ठिकानों पर हमला किया, जिसमें 100 आतंकी मारे गए.’
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गौरतलब है कि जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल को आतंकी हमले में 26 लोगों की मौत हुई थी. इसके बाद 7 मई को भारत ने पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) और पाक में मौजूद 9 आतंकी ठिकानों पर एयरस्ट्राइक की थी. सेना ने 100 से अधिक आतंकियों को मार गिराया था. इसे ऑपरेशन सिंदूर नाम दिया गया.