डिप्टी सीएम सचिन पायलट और अन्य नेताओं की नाराजगी व विरोध जताने के बावजूद मुख्यमंत्री अशोक गहलोत एक के बाद एक फैसले लेते जा रहे हैं. निकाय चुनाव (Nikay Chunav) में पहले अप्रत्यक्ष चुनाव कराने का फरमान निकाले जाने के बाद गहलोत सरकार ने जयपुर (Jaipur), कोटा और जोधपुर में दो दो महापौर और दो दो नगर निगम लाने का फैसला किया. तर्क दिया जा रहा है कि इससे विकास को बढ़ावा मिलेगा. पायलट गुट के कई मंत्रियों ने इस फैसला का विरोध किया है.