कोरोनाकाल में भुखमरी के कगार पर पहुंचे इस तबके के लिए वसुंधरा राजे ने मुख्यमंत्री गहलोत को लिखा पत्र

सरकार शादी, धार्मिक व सामाजिक आयोजनों में सम्मिलित होने वालों की अधिकतम सीमा में बैंड, घोड़ी व लाइट वालों को ना गिनें, क्योंकि ये अंदर समारोह में शामिल नहीं होते हैं- वसुंधरा राजे

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Politalks.News/Rajasthan/Vasundhra Raje. कोरोना वायरस के संक्रमण के चलते पूरे देश और प्रदेश में अति-आवश्यक वस्तुओं की बिक्री के आलावा सभी काम-धंधे ठप्प पड़े हैं. बीते मार्च माह में लगे लॉकडाउन के चलते और उसके बाद से शादी, पार्टी और धार्मिक आयोजनों में बैंड बजाने वाले, घोड़ी वाले और लाइट वाले आदि के सामने रोजी-रोटी का बड़ा संकट खड़ा हो गया है. ऐसे में इनकी सुध लेते हुए पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को इन लोगों का रोजगार शुरू करवाकर उनको आर्थिक सम्बल प्रदान करने के लिए पत्र लिखा है.

पूर्व सीएम मैडम राजे ने मुख्यमंत्री गहलोत को लिखा कि कोरोना महामारी के चलते पिछले आठ नौ महीनों में शादी, पार्टी, धार्मिक व सामाजिक आयोजनों में बैंड बजाने वाले, बैंड वादक, घोड़ी वाले और लाइट वाले पूरी तरह से बेरोजगार हो गए हैं. इतने बड़े अंतराल में इनकी एक रुपए की कमाई नहीं हुई है जिसकी वजह से एक बहुत बड़ा तबका भुखमरी के कगार पर पहुंच गया है. मैडम राजे ने लिखा कि इसी महीने 22 नवंबर से शादी विवाह का सीजन शुरू हो रहा है अगर सरकार ने इनकी तरफ ध्यान नहीं दिया तो एक बहुत बड़ा तबका बहुत बड़े आर्थिक संकट मैं फंस जाएगा.

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पूर्व सीएम मैडम वसुंधरा राजे ने आगे लिखा कि सरकार शादी, धार्मिक व सामाजिक आयोजनों में सम्मिलित होने वालों की अधिकतम सीमा में बैंड, घोड़ी व लाइट वालों को ना गिनें, क्योंकि ये अंदर समारोह में शामिल नहीं होते हैं. पूर्व सीएम ने आगे लिखा कि सरकार इन्हें अलग रखते हुए इनका रोजगार चालू करवाने के संदर्भ में आदेश निकालकर इनको राहत प्रदान करें.

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