राजस्थान में चुनावी साल में पक्ष और विपक्ष में लगातार जारी है बयानबाजी का दौर, ‘निकम्मा-नकारा’ शब्द चुनाव से पहले फिर आया चर्चा में, मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने आज फिर अपने बयान में कहा ‘निकम्मा-नकारा’ शब्द, ‘निकम्मा-नकारा’ शब्द कोई भी प्रदेश की राजनीति में सुनता है तो सभी को याद आता है मौजूद गहलोत सरकार का संकट का समय, वो समय याद आ जाता है जब गहलोत ने पायलट को कहा था नाकारा निकम्मा, लेकिन इस बार मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने ‘निकम्मा-नकारा’ शब्द केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत के लिए किया है इस्तेमाल, मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने आज जयपुर के रामनिवास बाग में कई प्रोजेक्ट्स का किया शिलान्यास-लोकार्पण, इस दौरान ईआरसीपी के मुद्दे पर बोलते हुए मुख्यमंत्री गहलोत ने मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत को कहा निकम्मा-नकारा मंत्री, अपने बयान में मुख्यमंत्री गहलोत ने कहा- प्रधानमंत्री मोदी ने वादा करके भी ईआरसीपी को नहीं किया राष्ट्रीय परियोजना घोषित, राजस्थान ने 25 सांसद जिताकर दिए बीजेपी को, क्या एक परियोजना को भी राष्ट्रीय परियोजना घोषित नहीं कर सकते? मंत्री यहां का है, इतना निकम्मा-नकारा मंत्री है वो, हमारा मंत्री अपना, जोधपुर का एमपी, क्या एक परियोजना नहीं करवा सकता राष्ट्रीय परियोजना घोषित, मुख्यमंत्री गहलोत ने आगे कहा- वो करते है बहानेबाजी, लोगों को करते हैं भ्रमित, क्या कर रहे हैं 25 एमपी, अगर इन एमपीज को पूछा जाए, जनता ने आप पर विश्वास किया, आप वहां क्या कर रहे हो, उनके पास नहीं होगा कोई जवाब