दिल्ली बॉर्डर सील करने के फैसले पर मचा बवाल, बीजेपी-कांग्रेस के निशाने पर आए सीएम केजरीवाल

सीएम केजरीवाल ने एक सप्ताह तक राजधानी की बॉर्डर सील करने के दिए हैं आदेश, बीजेपी और कांग्रेस दोनों ने ​फैसले को बताया गलत, ट्वीटर के जरिए बोला तीखा हमला

मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल

पॉलिटॉक्स न्यूज/दिल्ली. कोरोना संकट काल में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने राजधानी के बॉर्डर को एक सप्ताह के लिए सील करने के निर्देश दिए हैं. लेकिन अब बॉर्डर सील करने का ऐलान एक सियासी तूफान लेकर आया है. इस फैसले के बाद सीएम केजरीवाल भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस के निशाने पर आ गए हैं. दोनों पार्टियों की ओर से इस फैसले को गलत बताया है. दिल्ली सांसद गौतम भी केजरीवाल पर गंभीर हो गए हैं और सीएम केजरीवाल को ‘मिस्टर तुगलक’ कहकर पुकारा है. वहीं दिल्ली के बीजेपी अध्यक्ष मनोज तिवारी ने भी मुख्यमंत्री केजरीवाल से कुछ सवाल पूछे हैं और कहा है कि दिल्ली को राहत की जरूरत है न की सजा की.

बीजेपी सांसद गौतम गंभीर ने ट्विटर के जरिए मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर तीखा हमला बोला. गौतम गंभीर ने लिखा, ‘अपनी नाकामी छिपाने के लिए, आप निर्दोष लोगों को दंड देना चाहते हो क्योंकि वह बॉर्डर के दूसरी तरफ रहते हैं? वह भी आपकी और मेरी तरह भारतीय हैं! याद है, आपने अप्रैल में कहा था कि आप 30 हजार मरीजों के लिए बिल्कुल तैयार हो? मिस्टर तुगलक अब ऐसे सवाल क्यों उठा रहे हो?’

दिल्ली के बीजेपी अध्यक्ष मनोज तिवारी भी केजरीवाल पर हमलावर हैं. उन्होंने सीएम केजरीवाल से पूछा कि जब मोदी सरकार ने लॉकडाउन लगाया था और बॉर्डर सील करने की जरूरत थी, तब आपने बॉर्डर खोली हुई थी. अब सरकार ने लॉकडाउन हटा दिया है तो आप कहते हैं कि बॉर्डर सील करेंगे. उन्होंने बाहरी राज्यों से आने वाले मरीजों के दिल्ली आकर इलाज कराने वाले बयान पर भी सीएम केजरीवाल की खिंचाई की है.

https://twitter.com/ManojTiwariMP/status/1267693342361481216?s=20

गौरतलब है कि अनलॉक 1 में देश के अलग-अलग हिस्सों में काफी छूट मिली है, दिल्ली में भी छूट दी गई हैं. हालांकि, बॉर्डर बंद करने का फैसला लिया गया है. इससे आसपास के शहरों से दिल्ली आने वाले लोगों को काफी मुश्किल का सामना करना पड़ रहा है. इस पर सीएम केजरीवाल का कहना है कि दिल्ली की मरीजों के इलाज के लिए अपनी एक सीमा है. बाहरी राज्यों से भारी संख्या में लोग यहां इलाज कराने आते हैं जिसके बाद स्थानीय लोगों के इलाज में ​मुश्किल होती है. दिल्ली और कोरोना संकट को लेकर सीएम अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली की जनता से राय और सुझाव भी मांगे थे.

इधर, कांग्रेस की ओर से अरविंद केजरीवाल पर तीखा हमला किया गया. दिल्ली कांग्रेस ने अपने ट्विटर पर लिखा, ‘जब दिल्ली में सब कुछ खोल दिया गया है, फिर दिल्ली के बॉर्डर सील करने की क्या जरूरत थी, जबकि लोगों को बॉर्डर के इधर-उधर काम धंधे पर जाने के लिए रोक लगाने से बॉर्डर पर सिर्फ अराजकता ही पैदा होगी’.

इसके अलावा कांग्रेस की ओर से लिखा गया कि केजरीवाल पूरी तरह भ्रमित हैं, उन्हें यह मालूम नहीं कि कोरोना के बढ़ते संक्रमण को कैसे रोकना है. जब शराब की दुकानें खोली गईं तो केजरीवाल ने किसी से सुझाव नहीं लिए और जब शराब की प्रति बोतल पर कोरोना टैक्स लगाया था, उस समय भी केजरीवाल ने लोगों से सुझाव नहीं मांगे थे.

कांग्रेस की ओर से आरोप लगाया गया कि अब जब स्थिति दिल्ली सरकार के हाथ से निकल चुकी है तो केजरीवाल लोगों से सुझाव मांग रहे है, ताकि केजरीवाल अपनी सरकार की प्रशासनिक विफलताओं का ठीकरा लोगों के सिर पर फोड़ सकें.

Leave a Reply