Gajendra Singh shekhawat On Gehlot: राजस्थान की सियासत में लाल डायरी के खुलासे के बाद बवाल मचा हुआ है. गहलोत सरकार से बर्खास्त मंत्री राजेंद्र गुढ़ा के लाल डायरी के तीन पेज जारी करने के बाद केंद्रीय जलशक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पर निशाना साधा. मंत्री शेखावत ने कहा कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने अपने बेटे को बचाने के लिए सारी मर्यादाएं लांघ दी हैं. लाल डायरी में लिखे गए तथ्यों को खारिज नहीं किया जा सकता है.
केंद्रीय मंत्री व जोधपुर सांसद गजेंद्र सिंह शेखावत ने बीते दिन को सिलसिलेवार ट्वीट कर कहा कि आरसीए चुनाव में लेन-देन की बातें जिस तरह से लिखी गई हैं. कोई इस तरह का काल्पनिक घटनाक्रम नहीं रच सकता है, यानी डायरी के तथ्य फर्जी नहीं हैं. डायरी बता रही है कि वैभव गहलोत आरसीए चुनाव के लेन-देन में शामिल रहे और इसलिए सीएम साहब को इसके सामने आने की चिंता थी. गुढ़ा के बताए एक-एक तथ्य की जांच होनी चाहिए.
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मंत्री शेखावत ने कहा कि पूर्व मंत्री राजेंद्र गुढ़ा ने लाल डायरी के पन्ने सामने लाकर एक सच तो साबित कर दिया कि मुख्यमंत्री गहलोत ने विधानसभा में गुंडागर्दी क्यों कराई? डायरी में उनके बेटे वैभव गहलोत का भी नाम है. सीएम साहब ने अपने बेटे का राजनीतिक करियर बनाने के लिए सारे हथकंडे अपनाए हैं, हो सकता है डायरी में इससे जुड़े राज भी छिपे हों, तभी तो उन्हें डर लग रहा है.
मंत्री शेखावत ने कहा कि लाल डायरी इस समय का सबसे बड़ा मुद्दा है. मुख्यमंत्री गहलोत के खास रहे राजेंद्र गुढ़ा जैसे खुलासे कर रहे हैं, उससे राज्य सरकार की लोकतांत्रिक नैतिकता पर सवाल उठ रहा है. जनता सोच रही है इतनी हेर-फेर करने वाला राज्य का मुखिया कैसे बना रह सकता है. मंत्री शेखावत ने तंज कसते हुए कहा कि मुख्यमंत्री गहलोत इस्तीफा देने वाले नहीं है, लेकिन कांग्रेस आलाकमान क्या कर रहा है? क्या मुख्यमंत्री गहलोत के पास भी गांधी परिवार की कोई डायरी है, जिसके कारण इतनी फजीहत के बाद भी वे पद पर बने हुए हैं?