राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने आज अपने तीसरे कार्यकाल के आखिरी बजट किया पेश, हालांकि चुनावी साल में सीएम गहलोत ने प्रदेश के हर वर्ग को खुश करने का किया है भरपूर प्रयास, लेकिन कोविड के समय अस्थाई तौर पर प्रदेशभर में लगाए गए 28000 कर्मियों, जिनको कोरोनाकाल के बाद हटा दिया था सेवाओं को, उन CHA कर्मियों ने सीएम गहलोत के बजट पर नाखुश होते हुए जताई गहरी नाराजगी, बजट से निराश हुए ये बेरोजगार युवा CHA कर्मी अब पानी की टंकी पर चढ़कर जता रहे हैं अपना विरोध, जयपुर के गांधीनगर में कोविड स्वास्थ्य सहायक चढ़ गए हैं पानी की टंकी पर, सीएम गहलोत के बजट से निराश 6 युवाओं ने उठाया है ये कदम, पुलिस को जैसे ही इस घटना की जानकारी लगी वह तुरंत पहुंच गई मौके पर, अब उन युवाओं को समझाकर पानी की टंकी से उतारने की की जा रही है कोशिश, लेकिन ये बेरोजगार युवा तैयार नहीं है नीचे उतरने को, इन कोविड स्वास्थ्य सहायकों का कहना है कि गहलोत सरकार ने उनसे किया था नौकरी का वादा, राहुल गांधी ने भी सीएम गहलोत के सामने दिया था हमें आश्वासन, लेकिन बजट में सीएम गहलोत ने पूरा नहीं किया अपना आश्वासन, ऐसे में अब उनके पास नहीं बचा है कोई चारा, इसीलिए मजबूरन उनको चढ़ना पड़ा है पानी की टंकी पर, अब सरकार जब तक उनको नहीं दे देती है नौकरी, तब तक वह नहीं उतरेंगे पानी की टंकी से नीचे