विद्या संबल योजना
विद्या संबल योजना

Politalks.News/Rajasthan. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने निर्देश दिए हैं कि प्रदेश के विभिन्न विद्यालय स्तरीय राजकीय छात्रावासों में विद्यार्थियों के शैक्षणिक स्तर में सुधार के लिए उनको विशेषज्ञ अनुभवी गेस्ट फैकल्टी के माध्यम से कठिन विषयों की कोचिंग दी जाएगी. सीएम गहलोत ने इसके लिए ‘विद्या संबल योजना‘ के तहत गणित, विज्ञान एवं अंग्रेजी विषयों के विशेषज्ञ व्यक्तियों की सेवाएं लेने के प्रस्ताव का अनुमोदन किया है.

आपको बता दें, राज्य बजट 2021-22 में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने विद्या संबल योजना लागू करने की घोषणा की थी. इसकी क्रियान्विति के क्रम में सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग द्वारा अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति एवं अन्य पिछड़ा वर्ग के छात्रावासों में रह रहे छात्र-छात्राओं के शैक्षणिक विकास के लिए गेस्ट फैकल्टी के माध्यम से कोचिंग सुविधा का लाभ देने के लिए 5 करोड़ 7.75 लाख रुपए अतिरिक्त बजट प्रस्ताव को स्वीकृति दी गई है.

यह भी पढ़ें: आजादी के बाद से अब तक की सबसे युवा मोदी 2.0 कैबिनेट में प्रदेश से राहुल कस्वां व सीपी जोशी की एंट्री

अनुमोदित प्रस्ताव के अनुसार, राजकीय छात्रावासों में कक्षा 9 से 12 तक के विद्यार्थियों के लिए एक शैक्षणिक सत्र में अधिकतम 3 माह के लिए गणित विज्ञान एवं अंग्रेजी विषयों की कोचिंग सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी. इसके लिए मानदेय के रूप में प्रति फैकल्टी 25 हजार रुपए की दर से प्रति छात्रावास 75 हजार रुपए की राशि व्यय होगी.

गौरतलब है कि सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग द्वारा प्रदेश में 677 विद्यालय स्तरीय छात्रावास संचालित है, जिनमें 31,667 छात्र-छात्राएं अध्ययनरत हैं. इन छात्रावासों में अध्ययनरत अधिकांश विद्यार्थी ग्रामीण परिवेश के होने के कारण गणित, विज्ञान एवं अंग्रेजी विषयों में कमजोर होते हैं. मुख्यमंत्री के इस निर्णय से इन विद्यार्थियों के शैक्षणिक स्तर और मुश्किल विषयों के परीक्षा परिणाम में सुधार होगा.

Leave a Reply