उत्तर-पश्चिमी दिल्ली से भाजपा की लोकसभा का टिकट नहीं मिलने पर नाराज उदित राज के कांग्रेस में आते ही सुर बदल गए हैं. जयपुर में प्रेसवार्ता के दौरान उदित राज ने राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को लेकर विवादास्पद बयान दिया है. सांसद राज ने कहा कि भाजपा को सिर्फ दलित चाहिए, लेकिन दलित नेता नहीं चाहिए. भाजपा को रामनाथ कोविन्द जैसे गूंगे-बहरे दलित चाहिए, जो ना तो बोल सके और ना दलितों की आवाज उठा सके. बताइए कोविंद में कौन सी योग्यता है?
इससे आगे बढ़ते हुए उदित राज ने कहा कि यदि मैं जुबान नहीं खोलता तो शायद मैं भी भाजपा में प्रधानमंत्री बन जाता. उन्होंने सीधे तौर पर राष्ट्रपति पर निशाना साधते हुए कहा कि कोविंद साल 2014 में मेरे पास सिफारिश कराने आए थे. मेरे अलावा कोई भी पार्लियामेंट दलितों के मामलों में नहीं बोला.
वहीं उदित राज ने कहा कि, पिछले साल दो अप्रैल को हुए भारत बंद में भी मैं शामिल था, क्योंकि सरकार ने गलत किया था. बीजेपी पर निशाना साधते हुए उदित बोले कि, अमित शाह ने कहा था कि सबरीमाला मन्दिर मामले में अदालत को ऐसा फैसला नहीं लेना चाहिए. मुस्लिम महिलाओं के लिए तो बोलते हैं लेकिन क्या हिन्दू महिलाओं पर इनके दोहरे मापदंड हो जाते हैं.
उदित राज ने बीजेपी नेताओं पर निशाना साधते हुए आगे कहा कि, ये लोग राष्ट्र भक्त नहीं बल्कि दलित विरोधी है. मैं भाजपा की 15 से 20 सीट कम करवाने के लिए कांग्रेस में आया हूं. अगर मुझे संसद में नहीं पहुंचाओगे तो मैं ऐसा ही करूँगा. ये गिव एंड टेक का मामला है. वहीं, उदित राज ने सीधे तौर पर पीएम मोदी पर हमला करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हाथ में राष्ट्र सुरक्षित नहीं है.
गौरतलब है कि इससे पहले कांग्रेस के दिग्गज नेता व राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत भी राष्ट्रपति को लेकर विवादित टिप्पणी कर चुके हैं. गहलोत ने एक लेख का हवाला देते हुए कहा था कि गुजरात चुनाव में दलित वोटों का फायदा लेने के लिए रामनाथ कोविंद को बीजेपी ने राष्ट्रपति बनाया है. हांलाकि अशोक गहलोत ने बाद में अपने इस बयान को लेकर सफाई दी थी.