पॉलिटॉक्स ब्यूरो. पूर्व शिवसेना प्रमुख बाल ठाकरे की जयंती पर मनसे प्रमुख राज ठाकरे के ‘भगवा‘ बयान पर पलटवार करते हुए उद्धव ठाकरे ने कहा कि मैंने ना तो हिंदुत्व का मुद्दा छोड़ा है और न ही भगवा. मेरा रंग और अंतरंग दोनों अभी भी भगवा हैं. बांद्रा-कुर्ला कांप्लेक्स में आयोजित बचनपूर्ति समारोह में शिवसैनिकों को संबोधित करते हुए महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री और शिवसेना प्रमुख ने ये बात कही.
यह भी पढ़ें: राज ठाकरे उतरे पुराने रंग में कहा- भगवा मेरे डीएनए में, पाकिस्तान और बांग्लादेश के घुसपैठियों को फेंको बाहर
दरअसल गोरेगांव के नेस्को ग्राउंड में बाल ठाकरे की जयंती पर राज ठाकरे ने उद्धव पर तंज कसा था कि मैने झंडा बदला है लेकिन रंग बदलकर सरकार में शामिल नहीं होंगे. मनसे प्रमुख ने हिंदुत्व मुद्दे पर कहा कि भगवा मेरे डीएनए में है. मैं मराठी हूं और एक हिंदू हूं. यहीं नहीं, उन्होंने केंद्र सरकार के सीएए और एनआरसी का समर्थन करते हुए कहा कि पाकिस्तान और बांग्लादेश के घुसपैठियों को देश से बाहर फेंक देना चाहिए. हालांकि उन्होंने मुसलमानों को भी अपना बताया.
राज ठाकरे के इस बयान पर करारा प्रहार करते हुए उद्धव ठाकरे ने कहा कि मैंने बाल ठाकरे को वचन दिया था कि एक दिन शिवसैनिक महाराष्ट्र का मुख्यमंत्री बनेगा. मैंने बस उस वचन को पूरा किया है. उद्धव ने कहा कि भाजपा ने जो वचन दिया था, उसे निभाने की बजाए हमें ही झूठा ठहराने की कोशिश की इसलिए मैंने अलग रास्ता चुना. कार्यक्रम में उद्धव ठाकरे, रश्मि ठाकरे और आदित्य ठाकरे एक साथ मंच पर नजर आए. रश्मि ठाकरे ने बालासाहेब के साथ शिवसेना पार्टी को बनाने में सहयोग करने वाले महिला कार्यकर्ताओ को सम्मनित भी किया.
यह भी पढ़ें: महाराष्ट्र की सियासत में एक नया रोमांच, अब आमने-सामने होगी ठाकरे परिवार की ये नई पीढ़ी
गौरतल है कि बुधवार को बाला साहेब की जयंती पर महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) का 5 रंगों वाला झंडा बदल भगवा रंग में बदला गया. इस झंडे पर शिवाजी महाराज की मुहर भी लगी हुई है. इस दौरान राज ठाकरे ने अधिकारिक तौर पर अपने सुपुत्र अमित ठाकरे को भी अपनी पार्टी में शामिल करा राजनीति में लॉन्च किया. बुधवार को ही अमित ठाकरे अपने पिता की पार्टी मनसे में शामिल हुए.



























