विवादित बयान पर मंत्री भंवरलाल मेघवाल का यू-टर्न, बीजेपी ने बताया शर्मनाक बयान

'कांग्रेस को अनुसूचित जाति के वोट तो भंवरलाल मेघवाल ही दिला सकता है'- मेघवाल, 'दलित वोट किसी के बाप की बापौती नहीं'- बीजेपी

मंत्री Bhanwarlal Meghwal
Bhanwarlal Meghwal

राजस्थान की गहलोत सरकार में सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग के केबिनेट मंत्री मास्टर भंवरलाल मेघवाल (Bhanwarlal Meghwal) ने खुद के दिए विवादित बयान पर यू-टर्न लेते हुए कहा कि मेरे द्वारा एक सभा में मज़ाक-मज़ाक में कही गई बात का वीडियो बनाकर वायरल किया जा रहा है. मेघवाल ने इसे राजनीतिक साजिश का हिस्सा बताया.

अपने बड़बोलेपन के लिए हमेशा चर्चा में रहने वाले मंत्री मास्टर भंवरलाल मेघवाल ने मंडावा में हो रहे उपचुनाव को लेकर गुरुवार को अपने विधानसभा क्षेत्र सुजानगढ़ में एक कार्यक्रम में लोगों को सम्बोधित करते हुए कहा कि मैंने मुख्यमंत्री से कह दिया कि अगर आप कहें तो चुनाव हरा दूंगा और आप कहें तो चुनाव जिता दूंगा. मेघवाल ने आगे कहा कांग्रेस को अनुसूचित जाति के (दलित) वोट तो भंवरलाल मेघवाल (Bhanwarlal Meghwal) ही दिला सकता है, सीएम अशोक गहलोत के कहने से यह वोट नहीं मिलेंगे.

मास्टर भंवरलाल मेघवाल इतने में ही नहीं रुके उन्होंने आगे कहा कि मंड़ावा विधानसभा सीट के उपचुनाव में जाने के लिए सीएम अशोक गहलोत का मेरे पास दो बार फोन आया, लेकिन मैंने कह दिया, मैं 12 अक्टूबर से पहले नहीं जाऊंगा, मेरे कई कार्यक्रम पहले से तय हैं. मेघवाल ने कहा कि मैंने मुख्यमंत्री गहलोत से कह दिया है कि मेरी जेब में तो कुछ है नहीं और आप काम कुछ करते नहीं हैं. मंत्री जी की इस टिप्पणी का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी ये वायरल हुआ.

मंत्री मेघवाल के इस बयान का वीडियो वायरल होने के बाद चुनावी समय में जब प्रदेश की राजनीति गर्मा गयी तो मेघवाल ने उनके वायरल हुए वीडियो पर यु-टर्न लेते हुए कहा कि कुछ लोग दुर्भावनावश उनके पीछे पड़े हुए हैं, और राजनीति में ऐसा होता है. उन्होंने कहा कि सुजानगढ़ में दशहरे का माहौल था और ऐसे में हंसी मजाक के माहौल में एक मीटिंग के दौरान जो बात कही गई उसकी क्लिपिंग बनाकर सोशल मीडिया पर वायरल की गई है. मेघवाल ने इसे राजनीतिक साजिश का हिस्सा बताया.

मंत्री मेघवाल ने कहा कि मैंने कांग्रेस पार्टी के लिए समर्पित कार्यकर्ता के रूप में काम किया है. मैं पूरी ईमानदारी के साथ अपना कार्य कर रहा हूं. एक दलित नेता की दुर्भावनापूर्वक कोई छवि धूमिल करना चाहता है. साथ ही उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट दोनों के दिशा निर्देश की मैं समर्पित भाव से पालना करता हूं. पिछले 43 साल के राजनीतिक सफर में मैंने कांग्रेस के लिए तन मन और धन से काम किया है.

राजस्थान के उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट के करीबी माने जाने वाले मंत्री मास्टर भंवरलाल मेघवाल की इस टिप्पणी पर गुरूवार सुबह जब पत्रकारों ने पायलट से सवाल पूछा तो पायलट पूर्ण विश्वास के साथ कहा कि ऐसा कोई बयान उन्होंने नहीं दिया होगा. आपकों बता दें कि मंत्री मेघवाल ने मंत्री रहते पहली बार ऐसा बयान नहीं दिया है पिछली गहलोत सरकार में भी मेघवाल (Bhanwarlal Meghwal) ने शिक्षा मंत्री रहते हुए शिक्षकों पर विवादित टिप्पणी की थी जिस पर तत्कालीन मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने उन्हें अपने मंत्रिमंडल से निकाल दिया था. तब से मेघवाल मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से खार खाए हुए हैं. अब उपचुनाव के समय इस तरह की बयानबाजी के कई मायने निकाले जा रहे हैं.

चुनावी माहौल में मंत्री मेघवाल की इस टिप्पणी से बीजेपी को भी बैठे बिठाये कांग्रेस को घेरने का मौका मिल गया. गुरूवार दोपहर भाजपा प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनिया ने प्रदेश मुख्यालय पर आयोजित प्रेस कांफ्रेस में मेघवाल द्वारा दी गयी इस टिप्पणी पर कहा कि कांग्रेस दल में गुटबाजी की लंबी फेहरीस्त है गुटबाजी के चलते मंत्री भंवरलाल अपनी ही पार्टी के लिए कह रहे है थे कहो तो हरा दूं और थे कहो तो जीतवा दूं. पूनिया के बाद भाजपा मुख्यालय पर शुक्रवार को पूर्व संसदीय कार्यमंत्री जितेंद्र गोठवाल ने मेघवाल के अनुसूचित जाति के वोट तो केवल भंवरलाल ही दिला सकता है वाले बयान पर कहा कि एससी-एसटी पर जब अत्याचार हो रहे थे तब वो कहां थे, इसके साथ ही गोठवाल ने कहा कि दलित वोट किसी के बाप की बापौती नहीं है.

वहीं पिछली वसुंधरा सरकार में केबिनेट मंत्री रहीं और मौजूदा विधायक अनिता भदेल ने मंत्री मास्टर भंवरलाल मेघवाल के कांग्रेस प्रत्याशी को हराने और जिताने और एससी एसटी के वोट तो भंवरलाल ही दिल सकता है वाले बयान पर पलटवार करते हुए कहा – मंत्री मास्टर भंवरलाल का यह बयान है शर्मनाक है, मेघवाल दलित वोटों के ठेकेदार बन रहे हैं. जबकि गहलोत सरकार में दलित समाज का कोई काम नहीं हुआ है.

गौरतलब है कि राजस्थान में आगामी 21 अक्टूबर को मंडावा व खींवसर में विधानसभा उपचुनाव होने हैं ऐसे में उपचुनावों की तैयारियों में कांग्रेस जी-जान से जुटी है. ऐसे में खुद मंत्री मेघवाल को भी यह बयान देते समय शायद यह नहीं पता होगा कि उनका यह बयान प्रदेश में इतनी सुर्खियां बटोरेगा. इससे पहले की पार्टी के वरिष्ठ नेता या मुख्यमंत्री उनके इस बयान पर उनसे कोई सफाई मांगते मास्टर जी (Bhanwarlal Meghwal) ने खुद ही अपने द्वारा की गई टिप्पणी पर यू टर्न लेते हुए कह दिया कि मैंने ये बात एक सभा में हंसी मजाक में कही थी.

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