त्रिवेंद्र ने इशारों में खोला खुद को सीएम पद से हटाए जाने का राज, राजनीति को बताया काली सुरंग

'इस अभिमन्यु का जो छल से वध हुआ है, इसका प्रतिकार लो पाण्डवों, कौरवों ने अत्याचार किया है, अब इसका यही बदला है, यही प्रतिकार है कि हम अभिमन्यु के वध का बदला लें' - त्रिवेंद्र सिंह रावत

त्रिवेंद्र ने इशारों में खोला खुद को सीएम पद से हटाए जाने का राज
त्रिवेंद्र ने इशारों में खोला खुद को सीएम पद से हटाए जाने का राज

Politalks.News/Uttarakhand:- उत्तराखंड की राजनीति में इन दिनों एक के बाद एक कई सियासी उठापठक देखने को मिली और जबसे तीरथ सिंह रावत को उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पद की कुर्सी मिली है तब से देश की राजनीति में उत्तराखंड आये दिन एक नए विवाद के साथ सामने आता है. लेकिन इस बार उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत का दर्द झलक सा गया. अपने विधानसभा क्षेत्र में होली मिलन समारोह में शिरकत करने पहुंचे पूर्व सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा कि उनके खिलाफ साजिश रची गई जिसके तहत उन्हें कुर्सी गवानी पड़ी, पूर्व सीएम रावत ने कहा कि ‘इस अभिमन्यु का जो छल से वध हुआ है, इसका प्रतिकार लो पाण्डवों.

अभिमन्यु का हुआ था छल से वध

काफी दिनों से पूर्व सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत यह कहते नजर आ रहे थे कि ‘उन्हें क्यों हटाया गया इसका उन्हें पता नहीं. लेकिन बुधवार को एक समारोह में शिरकत करने पहुंचे सीएम रावत ने अपने खिलाफ हुई साजिश का साफ़ साफ़ तो नहीं लेकिन शब्दों के माध्यम से बता दिया कि उनके खिलाफ गहरी साजिश रची गई है. सीएम रावत ने महाभारत के एक किस्से का जिक्र करते हुए कहा कि ‘इस अभिमन्यु का जो छल से वध हुआ है, इसका प्रतिकार लो पाण्डवों, ये मां द्रौपदी कहती है, रोती नहीं है, पुत्रवध हो जाता है, पुत्र को छल से मारा जाता है, लेकिन मां कभी भी भावविभोर होकर रोना-धोना नहीं करती, अभिमन्यु ने द्रौपदी के कोख से जन्म लिया था, लेकिन वो संदेश देती है कि ये कौरवों ने अत्याचार किया है, अब इसका यही बदला है, यही प्रतिकार है कि हम अभिमन्यु के वध का बदला लें’.

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राजनीति है काली सुरंग

वहीं त्रिवेंद्र सिंह रावत ने राजनीति को काली सुरंग बताया. पूर्व सीएम रावत ने खुद को पाक साफ़ बताते हुए एवं मुख्यमंत्री पद से हटाए जाने को लेकर कहा कि ‘राजनीति में तो ये सब घटनाएं होती रहती हैं, लेकिन 4 साल मुख्यमंत्री के नाते, 5 साल पहले विधायक के नाते, राष्ट्रीय सचिव के नाते, नमामि गंगे के नाते, झारखंड प्रभारी के नाते, उत्तर प्रदेश के सह प्रभारी के नाते काम किया, लेकिन राजनीति की इस काली सुरंग से मैं साफ निकल कर आया हूं. वहीं त्रिवेंद्र सिंह रावत के बयान पर उत्तराखंड कांग्रेस प्रवक्ता गरिमा दसौनी ने चुटकी लेते हुए कहा कि त्रिवेंद्र सिंह रावत को मुख्यमंत्री पद से हटाए जाने की टीस मन में है, उसी के कारण उनका ये दर्द झलक रहा है.

तीरथ सिंह रावत नए हैं

देश भर में जहां कोरोना वायरस फिर से पैर पसार रहा है तो वहीं उत्तराखंड के मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत द्वारा कोरोना नियमों में ढिलाई को लेकर पूर्व सीएम ने कहा कि मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत नए आए हैं. लिहाजा, उन्हें अंदाजा नहीं रहा होगा कि वह क्या कह रहे हैं. गौरतलब है मुख्य सचिव ने उत्तराखंड हाई कोर्ट में कहा है कि कुंभ में कोविड नेगटिव रिपोर्ट की अनिवार्यता का सख्ती से पालन होगा.

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आपको बता दें कि पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत के इस बयान के बाद उत्तराखंड की राजनीति फिर चर्चा में आ गई है. बीते कुछ दिनों से उत्तराखंड प्रदेश के साथ साथ देश में भी चर्चा का विषय बना हुआ है. पूर्व सीएम का बजट भाषण के बीच दिल्ली कूच करना हो या फिर अपनी सरकार के 4 साल पूर्ण होने से पहले त्रिवेंद्र सिंह रावत की कुर्सी छीन जाना हो और उसके बाद उत्तराखंड के नए मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के बाद तीरथ सिंह रावत का फटी जीन्स को लेकर दिया गया बयान हो और अब पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत का बयान हो, इन सभी के चलते उत्तराखंड की राजनीति अपने चरम पर है.

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