पूर्व सीएम और कांग्रेस नेता अशोक गहलोत का बयान, राइट टू एजुकेशन को लेकर बोले अशोक गहलोत, आज जयपुर में कई लोगों ने अशोक गहलोत से की है मुलाकात, वही इस मामले को लेकर अशोक गहलोत ने कहा- आज मेरे पास कई अभिभावक आए जिन्होंने राइट टू एजुकेशन (RTE) को लेकर अपनी पीड़ा साझा की, उन्होंने बताया कि RTE की लॉटरी में चयनित होने के बावजूद उनके बच्चों को सेशन शुरू होने के बाद भी स्कूलों में एडमिशन नहीं मिल रहा है, यह स्थिति बेहद दुर्भाग्यपूर्ण एवं अन्यायपूर्ण है क्योंकि शिक्षा बच्चों का मूलभूत अधिकार है, गहलोत ने आगे कहा- UPA सरकार RTE कानून बनाया था ताकि गरीब और वंचित वर्ग के बच्चों को भी निजी स्कूलों में पढ़ने का अवसर मिल सके, हमारी सरकार ने इसे लागू कर हजारों बच्चों का भविष्य संवारा लेकिन आज सरकार की लापरवाही के कारण वही बच्चे दर-दर भटक रहे हैं, मैं पूछना चाहता हूँ कि अगर चयनित बच्चों को भी स्कूल में दाखिला नहीं मिलेगा तो फिर इस लॉटरी का क्या मतलब है? शिक्षा विभाग और सरकार की जिम्मेदारी है कि हर हाल में इन बच्चों को स्कूलों में प्रवेश दिलाएं



























