Politalks.News/WestBengal. पश्चिम बंगाल चुनाव को लेकर लगातार बीजेपी और TMC नेताओं के बीच जुबानी जंग तेज हो चली है. बंगाल चुनाव में अब कुछ समय शेष है. दिल्ली में इजराइली दूतावास के पास हुए बम धमाके के बाद गृह मंत्री अमित शाह ने अपना बंगाल दौरा टाल दिया, लेकिन हावड़ा में बीजेपी की रैली को वर्चुअली सम्बोधित करते हुए अमित शाह ने ममता बनर्जी और उनके भतीजे को आड़े हाथ लिया. अमित शाह ने ममता सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि, बीजेपी जनता के लिए काम करती है और TMC भतीजा कल्याण की दिशा में काम कर रही है. वहीं केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने रैली को सम्बोधित करते हुए कहा कि, दीदी को ‘जय श्रीराम’ से बैर है. वहीं TMC से भाजपा में शामिल हुए दिग्गज नेता शुभेंदु अधिकारी ने TMC को प्राइवेट कंपनी बताया.
हावड़ा में आयोजित बीजेपी की एक रैली को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से ममता बनर्जी पर निशाना साधते हुए कहा कि, उनका दस साल का कार्यकाल तानाशाही भरा रहा. अगर राज्य में बीजेपी की सरकार बनी तो पहली कैबिनेट की बैठक में आयुष्मान भारत योजना लागू करेंगे. शाह ने कहा, दीदी बंगाल की जनता को आयुष्मान भारत योजना का लाभ नहीं मिलने दे रही, क्योंकि ये योजना मोदी जी ने शुरु की. मैं बंगाल की जनता को विश्वास दिलाता हूं कि बीजेपी सरकार आने के बाद हम पहली कैबिनेट में प्रस्ताव करेंगे कि राज्य में ये योजना लागू हो.
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अमित शाह ने कहा कि केंद्र की मोदी सरकार ‘जन कल्याण’ के लिए काम कर रही है, और ममता बनर्जी सरकार में बंगाल ‘भतीजा कल्याण’ की दिशा में काम कर रही है. ममता बनर्जी के शासनकाल में बंगाल में स्थिति वाम शासन से भी बदतर है. ममता बंगाल के लोगों की आकांक्षाओं पर खरा उतरने में विफल रही हैं, इसलिए तृणमूल के नेता बीजेपी में शामिल हो रहे हैं, उन्हें आत्मचिंतन करना चाहिए.
अमित शाह ने ममता पर आरोप लगाते हुए कहा कि, ममता दीदी की सरकार ने बंगाल की भूमि को रक्त-रंजित किया है. दीदी ने घुसपैठियों को बंगाल में घुसने की छूट दे रखी है. घुसपैठियों को सिर्फ नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में बनने वाली भाजपा सरकार ही रोक सकती है. टीएमसी ने 10 साल पहले वाम दलों से लड़ने के बाद सरकार का गठन किया, जिसमें ममता बनर्जी ने ‘मां माटी मानुष’ के नारे के साथ राज्य में बदलाव का वादा किया था. केवल 10 सालों में क्या बदल गया है कि इतने सारे लोग टीएमसी छोड़ रहे हैं? एक दिन ऐसा भी आएगा जब दीदी पीछे मुड़ कर देखेगी तो खुद को अकेला पाएगी.
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वहीं हावड़ा में रैली को संबोधित करते हुए स्मृति इरानी ने ममता बनर्जी के खिलाफ हमला बोला. ममता बनर्जी पर निशाना साधते हुए स्मृति ने कहा कि दीदी को ‘जय श्रीराम’ से बैर है. दीदी की टीएमसी जाने वाली है और बीजेपी आने वाली है. लोग ऐसी पार्टी का कतई समर्थन नहीं करेंगे जो आपसी में लड़ाती हो और अपने फायदे के लिए केंद्र सरकार से नफरत करती हो. कोई भी देशभक्त पार्टी में एक मिनट के लिए भी नहीं रह सकेगा जिसने जय श्री राम नारे का अपमान किया हो.
रैली में शुभेंदु अधिकारी भी शामिल थे जिन्होंने टीएमसी पर निशाना साधते हुए उसे प्राइवेट कंपनी बताया. तृणमूल कांग्रेस अब पार्टी नहीं बल्कि एक प्राइवेट लिमिटेड कंपनी बनकर रह गई है. 28 फरवरी तक, टीएमसी प्राइवेट कंपनी खाली हो जाएगी. वहां कोई नहीं बचेगा. वहीँ हाल ही में भाजपा की सदस्य्ता ग्रहण करने के बाद राजीब बनर्जी ने कहा कि राजीब बनर्जी ने रैली के दौरान बीजेपी की तारीफ की. उन्होंने कहा, ‘हम पश्चिम बंगाल में डबल इंजन सरकार चाहते हैं. हम चाहते हैं कि सोनार बांग्ला के लिए भारतीय जनता पार्टी केंद्र और राज्य दोनों जगह हों.
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बता दें कि पश्चिम बंगाल के पूर्व मंत्री राजीब बनर्जी के साथ वैशाली डालमिया, प्रबीर घोषाल, रथिन चक्रवर्ती और रुद्रनील घोष ने शनिवार को बीजेपी जॉइन की थी. राजीब बनर्जी ने पिछले हफ्ते ही कैबिनेट पद से इस्तीफा दिया था। इसके बाद उन्होंने टीएमसी से भी रिजाइन कर दिया था.
अब देखना ये है कि पार्टी में मची भगदड़ को दूर करने के लिए ममता बनर्जी की अगली रणनीति क्या होगी और मची भागड़ पर ममता बनर्जी किस तरह विराम लगाएगी ये देखना होगा.