Politalks.News/NewDelhi. केन्द्र सरकार द्वारा पारित तीन कृषि कनूनों के खिलाफ दिल्ली की सीमा पर देशभर के किसानों का पिछले 45 दिनों से आंदोलन जारी है. वहीं कोरोना महामारी, कड़कड़ाती ठण्ड और अब बर्ड फ्लू का बहाना बनाकर केंद्र सरकार किसानों से इस आंदोलन को ख़त्म करने की बात कह रही है. वहीं दूसरी ओर जब किसी पार्टी के नेता किसानों के समर्थन में पैदल मार्च निकालते हैं तो उन्हें कोरोना गाइडलाइन का हवाला देकर प्रशासन द्वारा गिरफ्तार कर लिया जाता है. लेकिन जब बात किसी राज्य में होने वाले विधानसभा चुनाव की हो तो सभी कोरोना गाइडलाइन ठंडे बस्ते में चली जाती है, और उस वक्त ना तो कोई कोरोना नियमों का पालन होता है और ना ही कोई कोरोना गाइडलाइन.
आपको याद दिला दें, कोरोनाकाल में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का एक नारा बहुत चर्चित हुआ था जिसमें उन्होंने जनता से अपील करते हुए कहा था कि ‘जब तक दवाई नहीं तब तक ढिलाई नहीं‘. पीएम मोदी का ये नारा अब कांग्रेस नए रूप में इस्तेमाल कर रही है, जिसके अनुसार, ‘जब तक दवाई नहीं, तब तक ढिलाई नहीं, और जहां चुनाव हैं, वहां अप्लाई नहीं‘.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की हालिया मुलाक़ात की वायरल हुई तस्वीर पर कांग्रेस ने तंज कसते हुए कहा कि, ‘जहां पर चुनाव है वहां पर कोरोना का कोई डर नहीं है‘. कांग्रेस के इस ट्वीट को देखकर लगता तो यही है कि भाजपा इस रणनीति के तहत काम कर रही है. कांग्रेस द्वारा टैग की गई फोटो में योगी आदित्यनाथ और पीएम मोदी कोरोना प्रोटोकॉल का पालन करते हुए एक दूसरे से काफी दूर बैठे हैं और ये बता रहे हैं कि कोरोना से बचने के लिए उचित दुरी जरुरी है. लेकिन शायद बीजेपी के तमाम दिग्गज नेता ये भूल जाते हैं कि जहां जहां चुनाव होने हैं या हुए हैं, क्या वहां पर कोरोना का कोई डर नहीं.
यह भी पढ़ें: बीजेपी में गुटबाजी का खेल खुलकर आया सामने, वसुंधरा राजे समर्थकों ने कई जिलों में बनाई अपनी टीमें
कांग्रेस ने अपने ट्वीट में दो फोटो और अटैच की हैं, जिसमें पीएम मोदी बिहार चुनाव के दौरान नितीश कुमार के साथ चुनावी रैली कर रहे हैं, जिसमें काफी संख्या में जनता पीएम को सुनने आयी थी. वहीं दूसरी फोटो में यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ भी एक चुनावी सभा को सम्बोधित करते हुए नजर आ रहे हैं. हालाँकि तब भी कोरोना का कहर जारी था लेकिन उस वक़्त भाजपा का सिर्फ एक ही लक्ष्य था चुनाव में जीत दर्ज करना.
आपको बता दें, अभी भी कोरोना का कहर ख़त्म नहीं हुआ है लेकिन भाजपा आगामी चुनावों की तैयारी को लेकर कोरोना गाइडलाइन को ताक में रखकर चुनाव जीतने की जुगत में हैं. कोरोना महामारी के बीच बीजेपी के दिग्गज नेता लगातार पश्चिम बंगाल फतह करने के लिए रोड शो, आम सभाएं कर रहें हैं. जिसमें हजारों की संख्या में भाजपा समर्थक कोरोना को भूल अपनी जान दांव पर लगाकर बंगाल फ़तेह करने में जुटे हैं.
दरअसल, शुक्रवार को यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की थी. इस दौरान दोनों नेताओं ने एक दूसरे को नए साल की शुभकामनाएं दीं और यूपी के विकास की परियोजनाओं पर बातचीत की. इसी मुलाकात की एक तस्वीर इंटरनेट पर तेजी से वायरल हुई. तस्वीर में पीएम मोदी और यूपी सीएम योगी एक बड़ी सी मेज के एक-एक छोर पर बैठे हुए दिख रहे हैं. ऐसा कोरोना महामारी के मद्देनजर किया गया लेकिन दोनों नेताओं के बीच इतनी ज्यादा दूरी पर सोशल मीडिया यूजर्स ने खूब मजे लिए. इसमें कांग्रेस पार्टी ने तंज के जरिए एक तरह से केंद्र और बीजेपी पर कोरोना के खिलाफ जंग में सुविधावादी नजरिया अपनाने का आरोप लगाया है.