पॉलिटॉक्स ब्यूरो. अयोध्या मामले में सुप्रीम कोर्ट का फैसला कई लोगों के गले नहीं उतर रहा. खासतौर पर समुदाय विशेष के कुछ लोग इस मुद्दे का राजनीतिकरण करने के मौके भी तलाश रहे हैं. कुछ जातिगत संगठन भी इस बहकावे में आ रहे हैं लेकिन दूसरी ओर लगातार सुप्रीम कोर्ट के फैसले का बचाव करने वालों की तादात भी बढ़ती जा रही है. ऐसा बिलकुल नहीं है कि सुप्रीम कोर्ट के फैसले का सम्मान केवल हिंदू समुदाय ही कर रहा है बल्कि मुस्लिम समुदाय से जुड़े लोग और संगठन भी एक राय रखते हैं लेकिन मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड और ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) के प्रमुख और हैदराबाद सांसद असदुद्दीन ओवैसी (Asaduddin Owaisi) लगातार इस फैसले पर नाराजगी दिखा रहे हैं. उत्तर प्रदेश शिया वक्फ बोर्ड, बाबुल सुप्रीयो और साक्षी महाराज के बाद अब केन्द्रीय पशुधन एवं मत्सय पालन मंत्री गिरिराज सिंह (Giriraj Singh) ने भी इन सभी की क्लास ली और सर्वोच्य न्यायालय का फैसला नहीं मानने वालों को देशद्रोही कहते हुए देश से बाहर जाने की नसीयत दी है.
प्राचीन सिद्धपीठ कालका मंदिर के प्रांगण में सनातन हिंदू वाहिनी के अयोध्या पर उच्चतम न्यायालय का फैसला आने के उपलक्ष्य में आयोजित श्रीराम महोत्सव और विशाल कार्यकर्ता सम्मेलन को संबोधित करते हुए गिरिराज सिंह (Giriraj Singh) ने कहा कि लोकतंत्र की कितनी बड़ी विडंबना है कि आज भी देश में ऐसे अराजक तत्व छिपे बैैठे हैं जिन्हें सर्वोच्य न्यायालय का फैसला भी मान्य नहीं है. वे इसकी अवहेलना करने का कोई भी मौका नहीं चूकते.
केंद्रीय मंत्री (Giriraj Singh) ने ऐसे लोगों को देश के लोकतंत्र के लिए कलंक बताते हुए कहा कि यदि उन्हें यहां की न्याय व्यवस्था पर विश्वास नहीं है तो उनके लिए अन्य देशों के दरवाजे खुले हैं. गिरिराज सिंह ने कहा कि आज देश का नेतृत्व प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह जैसे राष्ट्रभक्त नेताओं के हाथों में सुरक्षित है. सरकार आने वाले समय में भी राष्ट्रहित से जुड़े निर्णय लेने में कभी नहीं हिचकिचाएगी.
इससे पहले सर्वोच्य न्यायालय के अयोध्या की विवादित जमीन पर दिए फैसले पर ओवैसी और मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड ने नाराजगी दिखाई. एक अंग्रेजी मैग्जीन को दिए इंटरव्यू में ओवैसी ने बयान देते हुए कहा था कि मेरी मस्जिद मुझे वापिस चाहिए. उनके इस बयान पर उत्तर प्रदेश शिया वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष वसीम रिजवी ने ओवैसी को आडे हाथ लेते हुए उनकी तुलना आतंकी बगदादी से की. वहीं केंद्रीय मंत्री बाबुल सुप्रीयो ने ओवैसी को दूसरा जाकिर नाइक बताया था. बता दें, सुप्रीम कोर्ट ने 9 नवंबर को 35 साल पुराना एक अहम फैसला सुनाते हुए विवादित जमीन हिंदू पक्ष को वहीं मस्जिद के लिए अन्यत्र 5 एकत्र भूमि देने का आदेश दिया.