Politalks.News/WestBengal. बिहार के बाद अब अगले साल मई के आसपास पश्चिम बंगाल में विधानसभा के चुनाव होने हैं, जिसके चलते बंगाल में एकाएक राजनीतिक सरगर्मियां तेज हो गई हैं. हालांकि चुनाव आयोग ने अभी तारीखों का ऐलान नहीं किया है लेकिन बीजेपी और सत्ताधारी टीएमसी में जुबानी जंग जोरदार देखने को मिल रही है. एक ओर बीजेपी जहां बंगाल में खराब कानून व्यवस्था और हिंदुत्व के मुद्दे को अपना प्रमुख चुनावी एजेंडा बना रही है, तो वहीं मुख्यमंत्री ममता बनर्जी भी कई मुद्दों को लेकर बीजेपी के दिग्गजों को बराबर की टक्कर दे रही है. मंगलवार को ममता बनर्जी ने बीजेपी पे जबरदस्त जुबानी हमला बोलते हुए बीजेपी नेताओं को सबसे बड़ा चोर बताते हुए उनकी तुलना चंबल के डाकू से कर दी.
बंगाल के जलपाईगुड़ी में एक जनसभा को संबोधित करते हुए सीएम ममता बनर्जी ने कहा कि बीजेपी से बड़ा कोई चोर नहीं है, वे चंबल के डकैत हैं. उन्होंने 2014, 2016, 2019 के चुनावों में कहा था कि सात चाय बागानों को फिर से खोला जाएगा और केंद्र सरकार उसे टेकओवर करेगी. ममता ने आगे कहा की, अब वो लोगों से नौकरियों का वादा कर रहे हैं, बीजेपी के वादे झूठे हैं, साथ ही वो जनता को धोखा दे रहे हैं. सीएम ममता ने उत्तर बंगाल में कम सीटें मिलने पर भी नाराजगी जताई, ममता दीदी ने कहा कि आपने सारी सीटें बीजेपी को दे दी, हमें एक भी नहीं मिली, आखिर हमारा अपराध क्या था? ममता ने कहा कि यहां पर RSS के कुछ लोग आए थे, उन्होंने कहा कि आपकी बेटी की शादी होगी, तो हम देख लेंगे, उन्होंने अब तक क्या देखा?
यह भी पढ़ें: हाड़ कंपाने वाली ठंड के बीच जारी आंदोलन के 21वें दिन चिल्ला बॉर्डर को बंद करेगा टिकैत गुट, खट्टर परेशान
वहीं अपने तेज गुस्से और कड़क स्वभाव के लिए जाने जानी वाली मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि वैसे तो मैं बहुत अच्छी हूं, लेकिन जब भी कोई मुझ पर आघात करेगा, तो मैं ऐसा प्रतिघात करूंगी कि कोई हजारों गुंडे लेकर भी उसे नहीं रोक पाएगा.
इसके साथ ही सीएम ममता बनर्जी ने इशारों ही इशारों में ओवैसी को बीजेपी की ‘बी’ टीम बता दिया, ममता ने कहा कि बीजेपी हैदराबाद से एक पार्टी उठाकर लाई है, वो सोचती है कि वो मुस्लिम वोटों का ध्रुवीकरण कर लेंगे, ये उनकी गलतफहमी है. सीएम ममता के मुताबिक बीजेपी उन्हें राष्ट्रपति शासन का डर दिखा रही है, अगर उसे लगाना है तो लगा दे, इसी बहाने वो हर जगह जाकर सारा वोट इकट्ठा कर लेंगी.
आगे सीएम ममता ने सभा को संबोधित करते हुए बीजेपी के उपर बड़ा आरोप लगाते हुए कहा कि , ‘भाजपा ने दंगों और समुदायों के बीच नफरत का नया धर्म पैदा किया है.’ ममता ने कहा कि भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के काफिले पर हमला नहीं किया गया और आश्चर्य जताया कि ‘दोषी ठहराए गए अपराधी’ उनके साथ क्यों थे.
यह भी पढ़ें: किसानों को डराने, भड़काने और भ्रमित करने वालों के मंसूबे होंगे परास्त- पीएम मोदी ने साधा विपक्ष पर निशाना
बनर्जी ने यहां आयोजित रैली को सम्बोधित करते हुए कहा कि, ‘अगर भाजपा और केंद्र सरकार सोचती है कि वे केंद्रीय बल यहां लाकर और राज्य कैडर के अधिकारियों का तबादला कर हमें डरा देंगे तो वे गलत सोच रहे हैं. केंद्र हमारे अधिकारियों को तलब कर रहा है…कोई भी उन्हें (नड्डा) या उनके काफिले को चोट नहीं पहुंचाना चाहता था.’
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने आगे कहा, ‘उनके काफिले में इतनी कारें क्यों थीं? दोषी अपराधी उनके साथ क्यों थे? जिन गुंडों ने पिछले वर्ष ईश्वर चंद्र विद्यासागर की प्रतिमा तोड़ी, वे भी नड्डा के साथ थे, इस तरह के गुंडों को खुला घूमते देखकर लोग क्रोधित हो गए…मैं केंद्र को चुनौती देती हूं कि बंगाल में राष्ट्रपति शासन लगाकर दिखाए.’
यह भी पढ़ें: गजेन्द्र सिंह शेखावत का बड़ा बयान- अब किसान नहीं देश विरोधी नक्सलवादी ताकतें चला रही हैं आंदोलन
19 को अमित शाह रहेंगे 2 दिन के बंगाल दौरे पर
आपको बता दे 11 दिसंबर को बीजेपी के राष्टीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के काफिले पर जोरदार हमला हुआ था, इतना ही नहीं बंगाल में बीजेपी के प्रभारी कैलाश विजयवर्गीय की गाड़ी पर भी पत्थरों से हमले किए गए थे जिसमें उनकी गाड़ी के शीशे टूट गए थे और कैलाश विजयवर्गीय को हल्की चोट आई थी. इस हमले के बाद से बीजेपी और ममता बनर्जी के बीच जोरदार जंग चल रहीं है. वही इस हमले के बाद केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह 19 तारीख को दो दिवसीय बंगाल दौरे पर जाएंगे. गृहमंत्री पार्टी के तीन अलग-अलग कार्यक्रमों में शामिल होंगे. बंगाल दौरे के दौरान जेपी नड्डा और कैलाश विजयवर्गीय के काफिले पर हमले के बाद गृहमंत्री के दौरे के राजनीतिक मायने निकाले जा रहे हैं. सूत्रों के मुताबिक गृहमंत्री बंगाल चुनाव के मद्देनजर आने वाले महीनों के दो दिन बंगाल में ही बिताएंगे.