Politalks.News/Bihar/Delhi देश के गृहमंत्री और पूर्व भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने बिहार विधानसभा चुनावों को लेकर बड़ा बयान देते हुए कहा कि जदयू की सीटें कम हो या ज्यादा, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ही बनेंगे. चिराग पासवान के बागी तेवर और लोजपा के एनडीए से अलग होने के बाद बिहार की राजनीति में ऐसे कयास लगाए जा रहे थे कि बीजेपी और जदयू में मुख्यमंत्री पद को लेकर खींचतान चल रही है. इन सभी अटकलों को विराम देते हुए अमित शाह ने कहा कि एनडीए गठबंधन में बीजेपी की अधिक सीटें आने के बाद भी नीतीश कुमार ही मुख्यमंत्री होंगे.
एक मीडिया संस्थान को दिए इंटरव्यू में शाह ने स्पष्ट तौर पर कहा कि राजग गठबंधन नीतीश कुमार के नेतृत्व में चुनाव लड़ रहा है और उनके मुख्यमंत्री बनने का सीटों से कोई संबंध नहीं है. केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने कहा कि वे खुद भाजपा अध्यक्ष रहते हुए और अब जेपी नड्डा भी बार-बार नीतीश कुमार के नेतृत्व में एनडीए के चुनाव लड़ने की बात कह चुके हैं. इसमें कोई दो राय नहीं है, कोई दो मत नहीं है. शाह ने कहा कि बिहार चुनाव को लेकर गठबंधन के लिए जो भी भ्रांतियां फैलाने की कोशिश की जा रही है, मैं उन पर फुलस्टॉप लगाने जा रहा हूं.
वैसे देखा जाए तो शाह का यह बयान इसलिए अहम है क्योंकि कुछ दिनों में खुद प्रधानमंत्री की रैली शुरू होने वाली है. किसी भी भ्रम या आशंका का गठबंधन को कोई नुकसान न हो, भाजपा यह सुनिश्चित करने में जुटी है. आगामी सप्ताह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की बिहार में 12 हाईटेक चुनावी रैलियां हैं जिसकी शुरुआत 23 अक्टूबर से होंगी.
बिहार चुनाव में NDA से क्यों अलग हुए चिराग पासवान
बिहार चुनाव में NDA से क्यों अलग हुए चिराग पासवान? यह सवाल आज बिहार में बच्चे बच्चे की जुबां पर है लेकिन जवाब किसी के पास नहीं. पहली बार इस सवाल का जवाब देते हुए अमित शाह ने कहा कि एनडीए में लोजपा को बनाए रखने के लिए सीट ऑफर की गई थी. चिराग के साथ कई बार बातचीत हुई पर वे नहीं मानें. यह एक समझौता था जो नहीं हो सका जिसका हमें दुख है. लेकिन अब एनडीए में जदयू, भाजपा, वीआईपी और हम का मजबूत गठबंधन है. मजबूत सामाजिक समीकरण के साथ हम चुनावी मैदान में हैं और दो-तिहाई बहुमत के साथ सरकार बनाएंगे.
लोजपा को ऑफर की गई सीटों का खुलासा करने से परहेज करते हुए अमित शाह ने कहा कि चुनाव के बाद लोजपा को गठबंधन में शामिल किया जाएगा या नहीं, यह चुनाव के बाद देखा जाएगा. फिलहाल वे हमारे खिलाफ चुनाव मैदान में हैं. उन्होंने कहा कि हम भाजपा के कार्यकर्ता एनडीए को जिताने का काम करेंगे और दमखम के साथ चुनावी मैदान में डटे हैं. भाजपा के अकेले चुनाव लड़ने के सवाल पर केंद्रीय गृहमंत्री ने कहा कि नीतीश कुमार हमारे पुराने साथी हैं. गठबंधन का एक धर्म होता है, जिसे हम निभा रहे हैं. शाह ने कहा कि केवल विस्तार के लिए अकेले चुनाव लड़ना ठीक नहीं. ऊपर मोदीजी और नीचे नीतीश जी, डबल इंजन वाली सरकार बिहार को विकसित राज्य बनाएगी.
‘बिहार आज आगे बढ़कर देख रहा है’
गृहमंत्री अमित शाह ने कहा कि लालू-राबड़ी राज के 15 साल में बिहार का विकास ही ठप नहीं था, बल्कि फिरौती उद्योग बढ़ गई थी. गाय का चारा तक खा लिया गया. बेपनाह भ्रष्टाचर, लॉ एंड एंड ऑर्डर, सब खराब थे. बिहार आज आगे बढ़कर देख रहा है और आगे बढ़ने के लिए तैयार है. यह महापरिवर्तन पिछले 15 साल में आया है. मोदीजी के प्रधानमंत्री बनने के बाद इसमें और तेजी आई है.
कई मानकों में बिहार के नीचे रहने के सवाल पर गृह मंत्री ने कहा कि तुलनात्मक अध्ययन करना है तो यह देखना पड़ेगा कि एनडीए को कैसा बिहार मिला था. समतल मैदान में मकान बनाना आसान है पर गड्ढे में मकान बनाना मुश्किल है. सरकार ने प्राथमिकताएं तय की. हम हर व्यक्ति को सशक्त बना रहे हैं. हर गांव को सड़क, बिजली और पानी से जोड़ा है. एनडीए गठबंधन सरकार में बिहार आगे ही आगे बढ़ रहा है.