भाजपा नेता अमित मालवीय द्वारा कांग्रेस के नेता स्व. राजेश पायलट को लेकर दिए गए बयान पर लगातार जारी है ट्विटर वॉर, पहले सचिन पायलट ने मालवीय के बयान को बताया था काल्पनिक, तथ्यहीन और पूर्णत: भ्रामक, इसके बाद CM गहलोत ने भी अमित मालवीय पर साधा था निशाना और कहा था कि भाजपा भारतीय वायुसेना के बलिदान का कर रही है अपमान, इसकी पूरे देश को करनी चाहिए निंदा, वही अब अमित मालिवया ने CM गहलोत के बयान पर किया है पलटवार, मालवीय ने सचिन पायलट के लिए गहलोत के इस्तेमाल किए गए शब्दों नकारा, निकम्मा, कोरोना और गद्दार के जरिए एक बार फिर से राज्य में सियासी चर्चाओं के बाजार को कर दिया है गर्म, अब अमित मालवीय ने अपने ट्वीट में राजेश पायलट को लेकर कही गई बातों को फिर से दोहराया है, इसके साथ ही अखबार की पुरानी खबरों को बतौर साक्ष्य पेश किया, मालवीय ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के ट्वीट पर प्रतिक्रिया देते हुए लिखा- चलिए आपको ‘राजेश पायलट जी’ के सम्मान की चिंता तो हुई! लेकिन अगर आप सच में उनके प्रति श्रद्धा का भाव रखते तो उनके बेटे सचिन पायलट को अपने मंत्रिमंडल से बेइज्जत करके बर्खास्त नहीं करते और न ही सार्वजनिक रूप से उनके लिए अमर्यादित निकम्मा, नकारा, कोरोना और गद्दार जैसे शब्दों का इस्तेमाल करते. हर बार जब आपने सचिन पायलट का अपमान किया, तब-तब क्या आपको ‘राजेश पायलट जी’ के सम्मान की चिंता नहीं हुई?, मालवीय ने आगे कहा- 1966 में मिज़ोरम में इंदिरा गांधी के आदेश पर भारतीय वायु सेना द्वारा किए गये हवाई हमले में राजेश पायलट और सुरेश कलमाड़ी के नाम 2011 में इंडियन एक्सप्रेस और टाइम्स ऑफ़ इंडिया जैसे प्रतिष्ठित अख़बारों में तत्कालीन असम विधानसभा की कार्यवाही में सांसद जीजी स्वेल और वरिष्ठ आईएएस अधिकारी डेंगहुआना का हवाला देते हुए हुए थे प्रकाशित, उसके बाद लगातार मीडिया में ये खबर आती रही, उस समय केंद्र में कांग्रेस की सरकार थी और सचिन पायलट मंत्री थे लेकिन इस खबर का कभी खंडन नहीं किया गया, अंत में मालवीय ने कहा- वैसे, राजस्थान से कांग्रेस के राज्यसभा सांसद रणदीप सुरजेवाला की महिलाओं और बेटियों के लिए इस्तेमाल की गई घटिया भाषा के बारे में आपको क्या कहना है?