Politalks.News/Karnataka. कर्नाटक में आज एक बार फिर चालू सत्र के दौरान विधान परिषद में परिषद के सदस्य द्वारा पोर्न वीडियो देखते हुए एक वीडीयो वायरल हुआ है. विधान परिषद के कांग्रेस सदस्य प्रकाश राठौड़ को अपने मोबाइल फोन की गैलरी में अश्लील वीडियोज को चेक करते हुए देखा गया. कर्नाटक में यह कोई पहला मामला नहीं है जब कोई नेता विधान परिषद में अश्लील वीडियो देखते हुए पकड़ा गया हो. इससे पहले भी कई नेता विधान परिषद में अश्लील वीडियो देखते हुए पकड़े जा चुके हैं.
मामले के सामने आने के बाद कांग्रेस नेता प्रकाश राठौड़ ने अपना बचाव करते हुए कहा है कि उस समय मेरे मोबाइल में डाउनलोडिंग पूरी हो रही थी. मैंने सत्र के दौरान कभी भी कोई अवांछनीय वीडियो नहीं देखी है. राठौड़ ने आगे कहा कि जब सत्र चल रहा था तो मैं सवाल पूछने का इंतजार कर रहा था. इस दौरान खाली समय में अपना मोबाइल चेक करने लगा. राठौड़ ने कहा कि मेरे मोबाइल की मेमोरी फुल हो गई थी, इसलिए मैं कुछ फोटोज और वीडियो डिलीट कर रहा था, लेकिन वो कोई अश्लील वीडियो या फोटोज नहीं थे.
यह भी पढ़ें: राकेश टिकैत के आंसुओं ने कर दिया खेल, सरकार की प्लानिंग हुई फेल, लौटने लगे किसान आंदोलन हुआ तेज
आपको बता दें, कर्नाटक में यह पहला मौका नहीं है जब किसी नेता का सदन में पोर्न वीडियो देखते वीडियो सामने आया हो. इससे पहले बीजेपी नेता लक्ष्मण सावदी को भी राज्य विधानसभा में पॉर्न देखते हुए पकड़ा गया था. बता दें, लक्ष्मण सावदी वही नेता हैं, जिन्हें 2012 में विधानसभा में ब्लूफिल्म देखते हुए पकड़ा गया था. उनके साथ पार्टी बीजेपी के ही दो और मंत्री केसी पाटिल और कृष्णा पालकर भी अश्लील वीडियो देखते कैमरे में कैद हुए थे.
मामला सुर्खियों में आने के बाद इन लक्ष्मण सावदी को मंत्री पद से इस्तीफा देना पड़ा था. इसके बाद सावदी साल 2018 का विधानसभा चुनाव वह हार गए थे. मगर कांग्रेस-जेडीएस की सरकार गिरने पर बनी बीजेपी सरकार में मुख्यमंत्री येदियुरप्पा ने सावदी को उपमुख्यमंत्री बनाया था.