Politalks.News/Rajasthan. प्रदेश में तीन विधानसभा सीटों पर होने वाले उपचुनाव में फतह के लिए सभी पार्टियों ने कमर कस ली है, लेकिन सहाड़ा विधानसभा सीट पर सियासत कुछ ज्यादा गर्माई हुई है. सहाड़ा में भाजपा के बागी लादूलाल पीतलिया द्वारा नामांकन वापसी के बाद भी इस मुद्दे को लेकर बीजेपी और कांग्रेस में बयानबाजी अपने चरम पर है. लादूलाल पीतलिया और उनके परिवार के सदस्यों के बयानों, वायरल हो रहे कथित ऑडियो को लेकर जहां परिवहन मंत्री प्रतापसिंह खाचरिवास ने भाजपा पर निशाना साधते हुए चुनाव आयोग पर भी सवाल उठाए हैं, वहीं बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनियां ने कांग्रेस को हताश बताते हुए पलटवार किया है.
बीजेपी द्वारा लादूलाल पितलिया से डरा धमकाकर नामांकन वापस कराने का आरोप लगाते हुए मंत्री खाचरियावास ने कहा कि आचार संहिता लगने के साथ ही सारी कमान चुनाव आयोग के पास चली जाती है. कथित ऑडियो, वीडियो, लेटर आने के बाद भी इलेक्शन कमीशन ने अब तक कोई एक्शन नहीं लिया है, ये तो लोकतंत्र का गला घोंटने का काम कर किया जा रहा है. खाचरियावास ने कहा कि वीडियो वायरल होने के बाद इलेक्शन कमीशन को संज्ञान लेना चाहिए. इलेक्शन कमीशन की टीम को आकर पूछना चाहिए की क्या पूरा घटनाक्रम हुआ ? यदि इस पर जल्द एक्शन नहीं लिया तो चुनाव आयोग पर भी सवाल जरूर उठेंगे. राजस्थान की जनता जानना चाहती है कि चुनाव आयोग अब तक कहा है. मंत्री खाचरियावास ने आगे कहा कि भाजपा के साथ उनके नेता बिखरे हुए हैं. डरा-धमकाकर राजस्थान में उपचुनाव भाजपा जीतना चाहती है. खाचरियावास ने कहा कि मैं धमकी, डराने और गुंडागर्दी के खिलाफ हमेशा खड़ा रहा हूं. मुझे उम्मीद हैं की चुनाव आयोग जल्द इस मामले पर कार्रवाई करेगा.
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गहलोत सरकार में परिवहन मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने जहां इस मुद्दे को लेकर भाजपा पर निशाना साधा तो वहीं भाजपा प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनियां भी कांग्रेस सरकार को जमकर आड़े हाथ लिया. पूनियां ने कहा कि पितलिया पर दबाव की सभी बातें निराधार हैं और सत्ताधारी कांग्रेस पार्टी की तरफ से फैलाई जा रही हैं. सतीश पूनियां ने कहा कि ये मुद्दा कांग्रेस की हताशा का परिचायक बन गया है क्योंकि पितलिया के नाम वापस लेने के बाद कांग्रेस बैकफुट पर है अब उसको हार की चिंता सताने लगी है. पितलिया को किसी ने डराया या नहीं इसकी कोई जांच नहीं हुई है. कांग्रेस बेवजह इसको मुद्दा बना रही है. पूनियां ने कहा पितलिया ने अपने और परिवार के हित को देखते हुए नाम वापस लिया है और अब वो पार्टी के साथ मिलकर तीनों सीटों को जिताने में पार्टी के साथ मिलकर काम करेंगे.
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इसके साथ ही सांगोद विधायक भरत सिंह द्वारा खान मंत्री प्रमोद जैन भाया भ्र्ष्टाचार के गम्भीर आरोप लगाते हुए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को लिखे गए पत्र को लेकर सतीश पूनियां ने गहलोत सरकार पर जोरदार बोलते हुए कहा कि, “जिस सरकार की शुरूआत ही 99 की जुगाड़ के साथ हुई. उसमें और हो क्या सकता है. कांग्रेस अपने घर के लोगों को ही संतुष्ट नहीं कर पाई है. भरत सिंह जैसे सीनियर नेता की अनदेखी की जा रही है. सरकार के मंत्री ही कई बार विधानसभा में सवाल खड़े कर चुके हैं. ऐसे में कांग्रेस के भीतर सब कुछ ठीक नहीं है ये बात सबको पता चल गई है.”