Politalks.News/Rajasthan. 26 जनवरी गणतंत्र दिवस के दिन दिल्ली में हुई हिंसा के बाद आंदोलनकारी किसानों पर लग रहे आरोपों के बीच प्रदेश के परिवहन मंत्री प्रतापसिंह खाचरियावास ने कहा है कि आंदोलन को लाठी, गोली के दम पर नहीं कुचला जा सकता. इस देश का किसान तिरंगा हाथ में लेकर आंदोलन कर रहा है, वो तिरंगे के सम्मान के लिये अपनी जान दे सकता है, ऐसे में किसान के लिये यह कहना कि किसानों ने तिरंगे का अपमान किया, यह बिलकुल गलत है. खाचरियावास ने कहा बल्कि किसान ने लाल किले पर तिरंगा झण्डा सबसे बड़ी ऊंचाई में लगा हुआ था, किसी ने तिरंगा झण्डा नहीं हटाया, किसानों के हाथ में तिरंगा झण्डा ही था. पास ही के एक खाली पोल पर किसी एक नौजवान किसान ने अति उत्साह में एक झण्डा लगा दिया, उसको लेकर पूरे किसान आंदोलन को बदनाम करना ठीक नहीं है.
आपको बता दें, बुधवार को परिवहन मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास की अध्यक्षता में ग्रेटर नगर निगम के कांग्रेस पार्षदों की मीटिंग साधारण सभा की तैयारियों को लेकर सम्पन्न हुई. खाचरियावास ने पार्षदों की बैठक में कहा कि दिल्ली में केंद्र सरकार ने षड्यंत्र के आधार पर किसानों के ऊपर लाठी चार्ज किया. किसानों को जिन रास्तों पर रैली निकालने की परमिशन दी गई थी, उन्हीं रास्तों को बेरिकेटिंग लगाकर रोक दिया गया. खाचरियावास ने कहा यदि किसान कल दिल्ली में हिम्मत नहीं दिखाते तो केंद्र सरकार के षड्यंत्र के अनुसार पुलिस किसानों पर और अधिक जुल्म करती और अनेक किसानों की मौत हो सकती थी.
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केंद्र सरकार के इशारे पर दिल्ली पुलिस कर रही है काम
परिवहन मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने कहा कि केंद्र सरकार की नीयत किसानों के प्रति ठीक नहीं है. सौ से ज्यादा किसानों की पहले ही मौत हो चुकी है. दो माह से ज्यादा समय से किसान धरने पर बैठे हैं, किसानों की सुनने वाला कोई नहीं है, अब मुददे से ध्यान हटाने के लिये केंद्र सरकार दिल्ली के किसान और पुलिस के टकराव को जितना बडा मुददा बना रही है, यह इतना बड़ा मामला नहीं है. खाचरियावास ने कहा इस तरह के टकराव केंद्र सरकार के इशारे पर पुलिस के द्वारा किये जाते हैं.
देश के नागरिक होने के नाते लाल किले में जाना किसानों का अधिकार
मंत्री खाचरियावास ने कहा कि जहां किसान कम थे, उन्हें रास्तों पर रोककर पुलिस ने बहुत पीटा, आक्रोशित किसानों को रास्ता पता नहीं था, यदि वे लाल किले में चले भी गये तो देश के नागरिक होने के नाते लाल किले में जाना उनका अधिकार है. बिना मांगे किसानों के ऊपर किसान बिल थोप दिये, केंद्र सरकार को तुरन्त प्रभाव से कल की घटना के लिये माफी मांगकर किसान बिल वापस लेने चाहिये.
इसके साथ ही पार्षदों की मीटिंग को संबोधित करते हुए परिवहन मंत्री प्रतापसिंह खाचरियावास ने कहा कि जयपुर का विकास करना कांग्रेस की गहलोत सरकार की जिम्मेदारी है. हमारी सरकार उन्नति, तरक्की और विकास को महत्व देती है. हमारा एक ही लक्ष्य है कि ग्रेटर और हैरिटेज नगर निगम पूरी तरह से भ्रष्टाचार मुक्त हो. जयपुर वर्ल्ड लेवल की हैरिटेज स्मार्ट सिटी बने और जो वादे हमने चुनाव घोषणा पत्र में निगम चुनाव से किये थे, वो सभी वादे पूरे किये जायें. खाचरियावास ने कहा कि गहलोत सरकार धर्म, जाति और पार्टी के नाम पर कोई भेदभाव नहीं करती है. साधारण सभा की मीटिंग में कांग्रेस के पार्षद एक स्वस्थ बहस चाहते हैं. जयपुर के हितों को लेकर साधारण सभा जनहित में जो भी फैसले लेगी, कांग्रेस पार्टी के पार्षद और सरकार उन जनहित के फैसलों को लागू करने में कोई कमी नहीं रखेगी.