राजस्थान की गहलोत सरकार में मंत्री पद से हटाए गए राजेंद्र गुढ़ा व लाल डायरी के मामले पर पायलट सहित पायलट गुट के विधायकों ने साधी चुप्पी, सियासी पंडित सचिन पायलट की चुप्पी के निकाल रहे है अलग-अलग सियासी मायने, जिस लाल डायरी को लेकर बीते दो दिनों से राजस्थान की सियासत का सियासी तापमान बढ़ा हुआ है, लाल डायरी को लेकर ना तो सचिन पायलट और ना ही उनके कैंप के विधायक बोल रहे है कुछ भी, राजेंद्र गुढ़ा का कहना है कि लाल डायरी में छिपे हुए है मुख्यमंत्री गहलोत के काले कारनामों के राज, बर्खास्त मंत्री गुढ़ा माने जाते है पायलट कैंप के विधायक, सचिन पायलट की मौजूदगी में गुढ़ा कांग्रेस आलाकमान से लेकर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पर साधते रहे है निशाना, सियासी पंडितों का कहना है कि साढ़े चार तक गहलोत सरकार को घेरने वाले सचिन पायलट की चुप्पी के है कई सियासी मायने, पायलट जानते है कि चुनाव का समय है नजदीक, ऐसे में इस मामले को लेकर किसी भी तरह की बयानबाजी से हो सकता है सियासी नुकसान, सियासी पंडितों का कहना है कि पायलट को राजेंद्र गुढ़ा की वफादारी पर भी है संदेह ? सियासी पंडितों का कहना है कि सचिन पायलट राजेंद्र गुढ़ा से बनाकर चल रहे हैं दूरी, पायलट कैंप के किसी विधायक या नेता का भी इस मामले पर अभी तक नहीं आया है कोई बयान