Politalks.News/Rajasthan. राजस्थान (Rajasthan) की सियासत की जुड़ी आज की सबसे बड़ी खबर यह है कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (Ashok Gehlot) ने फिर से मंत्रिमंडल पुनर्गठन करने के संकेत दिए हैं. सीएम गहलोत की मानें तो बजट सत्र के बाद कभी भी गहलोत मंत्रिमंडल का पुनर्गठन हो सकता है. सीएम गहलोत आज पीसीसी में महंगाई के मुद्दे पर आयोजित एक अहम बैठक में भाग लेने पहुंचे थे. इस बैठक के बाद पत्रकारों से बातचीत में मुख्यमंत्री गहलोत ने ये संकेत दिए. सीएम गहलोत ने कहा कि, ‘19 लोग छोड़कर चले गए थे तो उस वक्त सरकार संकट में आ गई थी. हमारे निर्दलीय साथियों, बसपा से कांग्रेस में आने वाले साथियों ने अगर साथ नहीं दिया होता तो सरकार नहीं बचती. आलाकमान से चर्चा करके अनुमति लेंगे.’ सीएम गहलोत के बयान के बाद सियासी गलियारों में जबरदस्त चर्चाओं का दौर शुरू हो गया है. सीएम गहलोत लगातार यह कहते रहे हैं कि जिन विधायकों की वजह से सरकार बची थी उन्हें नहीं भूल सकता, अब सीएम गहलोत उनमें से कितने विधायकों का और किस तरह अहसान चुका पाएंगे? ये तो समय ही बताएगा.
सरकार बचाने में दिए योगदान को नहीं भूलाया जा सकता- गहलोत
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने एक बार फिर इशारों-इशारों में पायलट कैंप पर तंज कसते हुए कहा कि, ’19 लोग छोड़कर चले गए थे तो उस वक्त सरकार संकट में आ गई थी. हमारे निर्दलीय साथियों, बसपा से कांग्रेस में आने वाले साथियों ने अगर साथ नहीं दिया होता तो सरकार नहीं बचती. इन साथियों का सरकार बचाने में दिए योगदान को भुलाया नहीं जा सकता. सरकार बचाने वाले कई लोगों को मंत्रिमंडल में जगह नहीं मिली है, लेकिन उन्हें आगे शिकायत नहीं रहेगी’
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आगे जैसे ही हाईकमान का होगा इशारा और….
सियासी जानकारों का मानना है कि पायलट कैंप पर निशाना साधने के अलावा सीएम गहलोत ने अपने खेमे के विधायकों को भी आगे मंत्रिमंडल और राजनीतिक नियुक्तियों में जगह देने का आश्वासन दिया. गहलोत ने सरकार बचाने वाले विधायकों से कहा कि, ‘आगे जैसे ही हाईकमान का इशारा होगा उन्हें एडजस्ट किया जाएगा. हाईकमान का इशारा हुआ तो छह आठ महीने में फिर मंत्रिमंडल में फेरबदल हो सकता है’.
सीएम गहलोत ने मंत्रियों को किया अलर्ट!
वहीं दुसरी तरफ मंत्रिमंडल पुनर्गठन का बयान देकर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने अपने मंत्रियों को अलर्ट किया है. सीएम गहलोत ने मंत्रियों से कहा कि, ‘जो मंत्री बन गए हैं, वे भी सही तरह से काम करें. अगर मंत्रियों की रिपोर्ट खराब हुई तो आलाकमान एक्शन ले सकता है‘. दरअसल सीएम गहलोत के इस बयान के मायने ये हैं कि अभी मंत्रिमंडल में कुल 30 लोग हैं. अगर मंत्रिमंडल पुनर्गठन की बात सीएम गहलोत कह रहे हैं तो पुराने मंत्रियों में से ही छुट्टी होगी. ऐसे में पुराने मंत्रियों की धड़कनें सीएम गहलोत ने बढ़ा दी हैं.
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गहलोत-पायलट कैंप में खींचतान बरकरार!
सियासी जानकारों का मानना है कि मंत्रिमंडल पुनर्गठन में सीएम गहलोत और पायलट कैंप के लोगों को भले ही जगह दे दी गई है. लेकिन मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के आज के बयान से यह साफ हो गया है कि अभी खींचतान बरकरार है. सीएम गहलोत ने अपने समर्थक विधायकों को अब भी आगे एडजस्ट करने का भरोसा दिलाया है. सीएम गहलोत लगातार यह बात कहते रहे हैं कि निर्दलीयों और बसपा से आए विधायकों ने सरकार को बचाया था. यहां तक की सीएम गहलोत ने मंत्रिमंडल शपथग्रहण के दिन पीसीसी में भी कहा था कि जिन विधाय़कों ने सरकार बचाई थी उनका अहसान नहीं भूल सकता. सीएम गहलोत ने मैसेज दिया है मौका आने पर उन्हें एडजस्ट किया जाएगा.
खराब परफॉर्मेंस के चलते होगी पुराने मंत्रियों की होगी छुट्टी!
यहां हम आपको बता दें कि 21 नवंबर को हुए मंत्रिमंडल पुनर्गठन में 12 नए मंत्रियों ने शपथ ली थी. संख्या के हिसाब से गहलोत मंत्रिमंडल में अभी पूरे 30 मंत्री हैं. ऐसे में अगर होता है एक ओर मंत्रिमंडल पुनर्गठन होता है तो मौजूदा कैबिनेट से कई मंत्रियों की छुट्टी होना तय माना जा रहा है. तो वहीं सीएम गहलोत के आज के बयान से यह भी साफ है कि जो भी मंत्री परिणाम नहीं देगा यानी खराब परफोर्मेंस वाले मंत्रियों की छुट्टी होना तय है. सीएम गहलोत के इस बयान से पुराने मंत्रियों में हड़कंप, तो नए मंत्रियों की भी नींद तो हराम हो ही गई है.