कृष्णा वाल्मीकि हत्याकांड में सियासत, पुलिस के रोकने पर बोले दिलावर- ‘हम कोई आतंकी नहीं’

झालावाड़ में कृष्णा वाल्मीकि हत्याकांड पर तेज होती सियासत, भाजपा की तीन सदस्यीय जांच कमेटी तो पुलिस ने रोका, गुस्साए मदन दिलावर बोले-'हम कोई आतंकवादी नहीं है, जो हमें रोक रहे हो, भले गोली मार दो, लेकिन हम जाकर ही रहेंगे', हत्याकांड को लेकर गहलोत सरकार पर हमलावर है बीजेपी

कृष्णा वाल्मीकि हत्याकांड में सियासत
कृष्णा वाल्मीकि हत्याकांड में सियासत

Politalks.News/Rajasthan. झालावाड़ के झालरापाटन में कृष्णा वाल्मीकि हत्याकांड का मामला गर्माता जा रहा है. कृष्णा वाल्मीकि की हत्या के बाद आज उनके परिवार से मिलने जा रहे भाजपा के प्रतिनिधिमंडल को झालावाड़ सीमा से पहले ही भारी पुलिस जाब्ते ने रोक लिया. पुलिस और प्रशासन के अधिकारियों ने गाड़ी को आगे नहीं बढ़ने दिया. झालावाड़ के कृष्णा वाल्मीकि हत्याकांड की ‘ग्राउंड रिपोर्ट’ जानने के लिए प्रदेश भाजपा की ओर से तीन सदस्यीय जांच दल आज झालरापाटन पहुंचा था. जांच दल के द्वारा मृतक कृष्णा वाल्मीकि के घर पहुंचकर उन्हें श्रद्धांजलि देकर परिजनों को ढांढस बंधाने का कार्यक्रम था. लेकिन पुलिस ने झालावाड़ के बॉर्डर पर इनको रोक दिया. इसके बाद ये तीनों ही नेता यहां धरने पर बैठ गए.

हम कोई आतंकवादी नहीं हैं जो आप हमें रोक रहे हो- दिलावर
बीजेपी की यह कमेटी मंगलवार को जब झालावाड़ पहुंची तो पुलिस प्रशासन ने कमेटी के सदस्यों को झालावाड़ के बॉर्डर पर ही रोक दिया. पुलिस की इस कार्रवाई के विरोध में बीजेपी का यह दल धरने पर बैठ गया. पुलिस की कार्रवाई पर भाजपा प्रदेश मंत्री और रामगंजमंडी विधायक मदन दिलावर आक्रोशित हो गए. उन्होंने अधिकारियों से कहा कि, ‘हम मृतक के परिजनों से मिलने जा रहे हैं हम कोई आतंकवादी नहीं है जो आप हमें रोक रहे हो’. दिलावर ने अपनी कार से उतर कर कहा कि, ‘आप हमें भले गोली मार दो लेकिन हम जाकर ही रहेंगे’

बीजेपी कमेटी की पुलिस से हुई तकरार
इस दौरान मदन दिलावर की पुलिस अधिकारियों से कई बार तकरार भी हुई. दिलावर ने कहा कि, ‘जब युवक की हत्या हो रही थी उस समय आपका प्रशासन सोया हुआ था और जब हम संवेदना प्रकट करने जा रहे हैं तो हमें रोका जा रहा है’. दिलावर को पुलिसकर्मियों ने पकड़ लिया तो दिलावर नाराज हो गए और पुलिसकर्मियों से तकरार हुई. बाद में दिलावर के साथ प्रतिनिधिमंडल में आए सांसद सीपी जोशी और भाजपा की राष्ट्रीय सचिव अलका गुर्जर ने धरना शुरू कर दिया. विधायक मदन दिलावर प्रतिनिधिमंडल के साथ सड़क पर ही धरने पर बैठ गए. पुलिस और प्रशासन के अधिकारी उनको झालावाड़ नहीं जाने दे रहे थे.

यह भी पढ़ें- पायलट को सवालों के कटघरे में खड़ा कर बाबूलाल नागर ने पढ़ी ‘गहलोत चालिसा’, सियासत गर्माना तय

अलका गुर्जर ने कहा कि, ‘जब कांग्रेस के नेता और झालावाड़ के प्रभारी मंत्री जिले में आए हैं उन्हें क्यों नहीं रोका गया, हमें ही क्यों रोका जा रहा है. पुलिस ने कांग्रेस सरकार के दबाव में कमेटी के सदस्यों को झालावाड़ के बॉर्डर पर ही रोका है’.

जहां बीजेपी के प्रतिनिधिमंडल को झालावाड़ की बॉर्डर पर रोका गया. वहीं प्रभारी मंत्री टीकाराम जूली आज झालावाड़ दौरे पर रहे. टीकाराम जूली ने मिनी सचिवालय में समीक्षात्मक बैठक ली और सर्किट हाउस में पार्टी पदाधिकारियों और आमजन की जनसुनवाई की.

बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष ने बनाई थी जांच कमेटी
दरअसल झालावाड़ में दलित युवक कृष्णा वाल्मीकि की हत्या की तथ्यात्मक जांच के लिए बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष डॉ. सतीश पूनिया ने 3 सदस्यीय कमेटी बनाई है. इस कमेटी में राष्ट्रीय मंत्री अलका सिंह गुर्जर, प्रदेश महामंत्री मदन दिलावर और प्रदेश उपाध्यक्ष और सांसद सीपी जोशी शामिल हैं, बीजेपी का ये दल आज झालावाड़ में कृष्णा वाल्मीकि को श्रद्धांजलि अर्पित कर परिजनों से बातचीत कर पूरे घटनाक्रम की जानकारी लेने पहुंचा था. ये दल अधिकारियों से बात कर पूरी रिपोर्ट बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष को सौंपेगा.

यह भी पढ़ें- फर्जी मार्कशीट मामले में BJP MLA अमृतलाल मीणा को गिरफ्तार कर भेजा गया जेल, गरमाई सियासत

परिजनों को मुआवजा, सरकारी नौकरी दे सरकार
झालावाड़ के झालरापाटन में कृष्णा वाल्मीकि हत्या मामले में भाजपा युवा मोर्चा प्रदेशाध्यक्ष हिमांश शर्मा ने वाल्मीकि के परिजनों को एक करोड़ रुपए और सरकारी नौकरी की मांग की है. शर्मा ने कांग्रेस सरकार को दलित विरोधी बताया और कहा कि गहलोत सरकार में दलितों पर अत्याचार बढ़ रहे हैं, लेकिन सरकार इनकी अनदेखी कर रही है. जिससे दलित समाज में रोष है. वाल्मीकि की हत्या के बाद भी पुलिस ने एससीएसटी एक्ट के तहत एफआईआर दर्ज नहीं की. मामला उछलने पर एसपी के निर्देश के बाद धाराएं जोड़ी गई.

1 जुलाई को हुई थी कृष्णा वाल्मीकि की निर्मम हत्या 
झालावाड़ के झालरापाटन में 1 जुलाई को कोतवाली थाना क्षेत्र के गुढा गांवडी रोड पर आपसी रंजिश के चलते स्थानीय निवासी कृष्णा वाल्मीकि की आधा दर्जन से ज्यादा बदमाशों ने पीट-पीटकर हत्या कर दी थी. इस मामले को लेकर वाल्मीकि समाज और हिंदू संगठनों ने जिले भर में प्रदर्शन किया था और मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन दिए हैं.
वाल्मीकि समाज ने प्रदर्शन कर सभी आरोपियों की गिरफ्तारी, मृतक के परिजनों को सहायता राशि देने की मांग की है.

Leave a Reply