पॉलिटॉक्स न्यूज़/राजस्थान. प्रदेश में कोेरोना का कहर थमने का नाम नहीं ले रहा है. बुधवार को एक ही दिन में अब तक के सर्वाधिक 202 मरीज सामने आए. प्रदेश में प्रवासियों का आवागमन सुचारू होने के बाद से एक बार फिर से कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या में इजाफा होने लगा है. प्रदेश में बीते दिन बुधवार को देर रात तक बाहरी राज्यों से आने वाले 174 कोरोना पॉजिटिव केस सामने आए. प्रदेश में बाहरी राज्यों से आ रहे प्रवासियों को लेकर चिकित्सा मंत्री रघु शर्मा ने बताया कि प्रदेश के बाहर से आने वाले हर व्यक्ति को 14 दिनों के होम क्वारेंटाइन का पालन करना जरूरी है. बाहर से आने वाला हर व्यक्ति क्वारेंटाइन पीरियड का पालन करे, ताकि प्रदेशवासी महफूज रह सके.
चिकित्सा मंत्री रघु शर्मा ने बताया कि प्रदेश के बाहर से आने वाले हर व्यक्ति को 14 दिनों के होम क्वारेंटाइन या संस्थागत क्वारेंटाइन का पालन करना जरूरी है. मंत्री शर्मा ने आगे कहा कि क्वारेंटाइन पीरियड सजा नहीं सुरक्षा का मामला है. इसमें लापरवाही से समाज और प्रदेश दोनों संकट में आ सकते हैं.
मंत्री शर्मा ने बताया कि आने वाला समय प्रदेश के लिए बेहद खास है क्योंकि 19 लाख प्रवासी राजस्थानी, प्रवासी श्रमिक व अन्य लोग राज्य से जाएंगे और आएंगे. इनमें से लगभग 6.50 लाख लोगों ने राज्य से बाहर जाने के लिए और बाकी ने राज्य में आने के लिए पंजीकरण करवाया है. मंत्री शर्मा ने आगे कहा कि सरकार और चिकित्सा विभाग जिला स्तर पर क्वारेंटाइन फैसेलिटी को विकसित और मजबूत करने को सर्वोच्च प्राथमिकता दे रहे हैं.
रघु शर्मा ने आगे कहा कि बाहर से आने वाले सभी लोगों का स्वागत है लेकिन वे गांव-मोहल्लों में जाने से पहले क्वारेंटाइन पीरियड का पालन करें, ताकि प्रदेश में पिछले 50 दिनों से घरों में रह रहे लोग संक्रमण से बचे रहें. मंत्री शर्मा ने आगे कहा कि जिला प्रशासन से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए क्वारेंटाइन की सुविधा विकसित करना सुनिश्चित किया जा रहा है.
25 हजार जांच प्रतिदिन करने का लक्ष्य
चिकित्सा मंत्री ने आगे बताया कि प्रदेश के मुख्यमंत्री पिछले 2 महीनों से संवेदनशीलता के साथ कोरोना के खिलाफ लड़ाई लड़ रहे हैं. उन्हीं के नेतृत्व में कोरोना संक्रमण को फैलने से रोका जा रहा है. प्रदेश में प्रतिदिन 12 हजार से ज्यादा लोगों की जांच हो रही है और आने वाले दिनों में 25 हजार सैंपल प्रतिदिन जांचने का लक्ष्य सरकार ने रखा है. सरकार 1 लाख 85 हजार लोगों के सैंपल अब तक ले चुकी है.
सरकार हर पहलू पर कर रही ठोस काम
मंत्री शर्मा ने आगे बताया कि प्रदेश में कोरोना के खिलाफ हर स्तर पर बेहतरीन काम हुआ है. प्रदेश में टेस्टिंग में जबरदस्त इजाफा हुआ है. वहीं सैंपलिंग का रेशो भी बेहतर हुआ है. प्रदेश में पॉजीटिव से नेगेटिव की तादात 60 फीसदी से ज्यादा है तो प्रदेश में कोरेाना से होने वाली मृत्यु दर भी राष्ट्रीय दर के मुकाबले कम है. सरकार अपने स्तर पर बेहतरीन काम कर रही है, जरूरत आमजन को सजग रहते हुए कोरोना से लड़ने की है.
प्रदेश में बुधवार देर रात तक एक ही दिन में सर्वाधिक 202 केस आए. जिसमें से जयपुर मेें 61, उदयपुर में 33, जालोर में 28, पाली में 27, जोधपुर में 8, सवाई माधोपुर में 6, कोटा और राजसमंद में 5-5, चुरू, धौलपुर और सिरोही में 3-3, बांसबाडा, भरतपुर, डूंगरपूर, नागौर और टोंक में 2-2, अलवर, बाडमेर, दौसा, जैसलमेर, झुंझुनू और सीकर में 1-1 केस सामने आया.
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बता दें, प्रदेश के 31 जिलों में कोरोना का संक्रमण फैल चुका है. प्रदेश में बुधवार देर रात तक जयपुर में 1342, जोधपुर-919, कोटा-269, अजमेर-235, उदयपुर-257, टोंक-144, चित्तौढगढ-142, नागौर-139, भरतपुर-121, पाली-95, बांसवाडा-68, झालावाड-47, झुंझुनू-47, भीलवाडा-43, जालोर-42, जैसलमेर-41, बीकानेर-40, अलवर-32, दौसा-28, चुरू-27, राजसमंद-26, धौलपुर-24, सवाई माधोपुर-16, सिरोही-14, डूंगरपुर-13, हनुमानगढ और सीकर 12-12, बाडमेर-8, करौली-7, प्रतापगढ-4, बांरा में 3 कोरोना पॉजिटिव केस सामने आ चुके है. बुधवार देर रात तक कोरोना संक्रमण के चलते जयपुर में 2, अलवर और पाली में 1-1 मरीज की मौत हो गई. इस तरह प्रदेश में अब कोरोना से मरने वालों का आंकड़ा 121 पहुंच गई है.
इसके साथ ही जोधपुर में दिल्ली से लौटे बीएसएफ के 43 जवान पॉजिटिव है. इससे पहले शुरूआती दौर में जोधपुर और जैसलमेर में ईरान से रेस्क्यू कर लाये गये भारतीयों में से 61, जयपुर में सबसे पहले पॉजिटिव आए इटली के 2 मरीज, इन सभी की रिपोर्ट अब पॉजिटिव से नेगेटिव हो चुकी है ओर इन सभी को डिस्चार्ज किया जा चुका है. इन सभी को मिलाकर अब तक प्रदेश में कोरोना पॉजिटिव मरीजों की संख्या 4328 पहुंच गई है. प्रदेश में अब तक सामने आए 4328 कोरोना पॉजिटिव मरीजों में से 2573 मरीज पॉजिटिव से नेगेटिव हो चुके है जिनमें से 2344 को डिस्चार्ज किया जा चुका है.