पॉलिटॉक्स न्यूज/राजस्थान. पूर्व प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरू की पुण्यतिथि पर बुधवार को देशभर में श्रद्धांजलि कार्यक्रम आयोजित हुए. राजस्थान में प्रदेश कांग्रेस कार्यालय पर कांग्रेस नेताओं व कार्यकर्ताओं ने पंडित नेहरू को श्रद्धांजलि दी. इस मौके पर पीसीसी चीफ सचिन पायलट ने कहा कि 28 मई गुरूवार को कांग्रेस देशभर में सोशल मीडिया के माध्यम से अभियान चलायेगी और केंद्र सरकार से टैक्स के दायरे से बाहर रहने वाले व्यक्तियों को 10 हजार रूपये नगद देने की मांग करेगी. इसके साथ ही पायलट ने केंद्र सरकार के पीएम मोदी के 6 साल पूरा होने पर प्रेस कांफ्रेंस करने और उपलब्धियां गिनाने को लेकर भी केंद्र के भाजपा नेताओं पर जमकर निशाना साधा.
पीसीसी चीफ एवं उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट ने पत्रकारों से रूबरू होते हुए कहा कि अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी ने निर्णय लिया है कि गुरूवार को सुबह 11:00 बजे से दोपहर 2:00 बजे तक देशभर में कांग्रेस जन डिजिटल प्लेटफॉर्म्स पर एक अभियान चलाएंगे. जिसमें कांग्रेस के सभी नेता और कार्यकर्ता शामिल होकर कुछ मुददे सोशल मीडिया के माध्यम से उठाएंगे. राहुल गांधी जी बहुत समय से कह रहे हैं लॉकडाउन 4.0 के बाद भी इस तरह के हालात देश में हैं कि तमाम कोशिशों के बाद भी गरीब तबके के पास आज तक आर्थिक मदद नहीं पहुंची है. केंद्र सरकार घोषणा कर रही है, पैकेज का ऐलान कर रही है, लेकिन गरीब के हाथ में अभी तक पैसा नहीं पहुंचा है. हमारी मांग है कि प्रत्येक गरीब के खाते में 10 हजार रूपये केंद्र सरकार सीधा डाले.
उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट ने केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि बड़े-बड़े लोन देने की घोषणा करने से खबरें बनती हैं लेकिन धरातल पर बहुत कम कुछ हो पाता है. हमने केंद्र सरकार के समक्ष यह भी मांग रखी है कि मनरेगा में ग्रामीण श्रमिकों को मिलने वाले 100 दिन के रोजगार को बढाकर 200 दिन किया जाए. पायलट ने आगे बताया कि मनरेगा योजना में देश में सबसे ज्यादा श्रमिक राजस्थान में काम कर रहे हैं. प्रदेश में 40 लाख से ज्यादा लोग मनरेगा के तहत रोजगार प्राप्त कर रहे हैं. प्रदेश में आने वाले प्रवासी श्रमिकों के लिए मनरेगा में काम करने के लिए आसानी से जॉब कार्ड बनाए जा रहे है.
पायलट ने आगे कहा कि कोरोना संकट के इस दौर का इतना समय बीत गया है. पूरे देश मे कोरोना संक्रमण लगातार बढ़ रहा है. देश में इस पर रोक लगाने के लिए जो कदम केंद्र सरकार ने अब तक उठाए हैं उसमें अभी और कदम उठाए जाने की जरूरत है. राहुल गांधी जी ने कल भी कहा था लॉकडाउन के बाद कि क्या व्यापक योजना केंद्र ने बनाई है, क्या कदम हमको उठाने पड़ेंगे इसमेंअसमंजस है. आपस में एक दूसरे से बात करने का अभाव है, चर्चा होती है लेकिन सार्थक निर्णय केंद्र सरकार नहीं ले पा रही है.
सचिन पायलट ने कहा कि देश में श्रमिकों और मजदूरों के आवागमन पर राजनीति पिछले दिनों हुई वह बहुत दुखद थी. देशभर में लाखों-करोड़ों लोग सड़कों पर चल रहे थे लेकिन केंद्र सरकार ने कोई भी देशव्यापी नीति बनाई नहीं ताकि पैदल चल रहे लोगों की मदद की जा सके. आज भी लाखों लोग सड़कों पर हैं, कोई ठोस देशव्यापी नीति केंद्र सरकार ने नहीं बनाई है उसका भी जवाब केंद्र सरकार को देना पड़ेगा.
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इसके साथ ही सचिन पायलट ने कहा कि मोदी जी के नेतृत्व में केंद्र सरकार के 6 साल पूरे हो रहे हैं. सरकार के 6 साल पूरे होने पर भाजपा नेताओं द्वारा ऑनलाइन रैलियां, प्रेस कॉन्फ्रेंस ओर अलग-अलग कार्यक्रम आयोजित हो रहे है. यह समय है पारदर्शिता और सहानुभूति दिखाने का समय है. सभी को लेकर चलने का समय है, पीठ थप थपाने का समय नहीं है. इसके बावजूद 6 साल के पूरा होने का जश्न मनाया जा रहा है, उपलब्धियां गिनाई जा रही हैं. कोरोना से लड़ने के लिए राज्यों को कोई आर्थिक मदद अभी तक नहीं दी गई है. इस पर स्पष्टीकरण दिया जाए, अपनी बात रखी जाए वह ज्यादा सार्थक होता. लेकिन इस प्रकार जो पीठ थपथपाने का कार्य हो रहा है उससे बहुत ज्यादा अच्छा संदेश जनता में नहीं जा रहा है.