Politalks.News/Rajasthan. अशोक गहलोत सरकार द्वारा जयपुर में हरिदेव जोशी पत्रकारिता यूनिवर्सिटी की स्थापना की गई है. विश्वविद्यालय के कुलपति के आवास की साज सज्जा के लिए 20 लाख रुपए का बजट भी जारी किया गया है. इस बजट को लेकर उपनेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ ने ट्विटर पर टिप्पणी की तो यूनिवर्सिटी के कुलपति ओम थानवी उनसे पर भिड़ गए. कुलपति आवास की साज सज्जा पर 20 लाख रुपए खर्च करने के मुद्दे पर दोनों के बीच टकरार हुई है. उपनेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ ने पत्रकारिता यूनिवर्सिटी के कुलपति को कांग्रेस प्रवक्ता करार देते हुए उनके आवास की साज सज्जा पर 20 लाख खर्च करने पर तंज कसा. इस पर ओम थावनी ने पलटवार करते हुए लिखा कि 20 लाख में से धेला खर्च नहीं किया, बेटे के ढाई कमरे के फ्लैट में रह रहा हूं. सियासी हलकों सहित शिक्षा जगत में भी इस ट्वीटर वार की चर्चा जोरों पर है. साथ ही दोनों के ट्वीट पर जमकर कमेंट आ रहे हैं.
पूरे मसले पर उपनेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ ने ट्वीट किया- ‘कांग्रेस के प्रवक्ता की भूमिका में तत्पर रहने वाले पत्रकार से शिक्षाविद् बने हरिदेव जोशी पत्रकारिता एवं जनसंचार विश्वविद्यालय के कुलपति के निवास की साज-सज्जा के लिए 20 लाख रुपये खजाने से खर्च होना कोई आश्चर्य नहीं ? क्योंकि प्रतिदिन पानी पी पीकर प्रधानमंत्री जी पर कटाक्ष भरी टिप्पणी करने वाले कुलपति जी पर इतनी सरकारी मेहरबानी तो बनती ही है‘.
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उपनेता प्रतिपक्ष राजेन्द्र राठौड़ के वार पर कुलपति ओम थानवी ने पलटवार कर ट्विटर पर लिखा- ‘जब से दिल्ली छोड़ 32 साल बाद जयपुर लौटा और विश्वविद्यालय स्थापित करने का ज़िम्मा सम्भाला, 20 लाख में से एक धेला नहीं व्यय किया है. यहां आया तब से बेटे के ढाई कमरे वाले अपार्टमेंट में ही रह रहा हूँ. सारी साज सज्जा घर की है और पुरानी है. ऐसे तो विश्वविद्यालय के एक्ट में लिखा है कि कुलपति को सुसज्जित आवास उपलब्ध करवाने की ज़िम्मेदारी विश्वविद्यालय की होगी. उसके अनुसार वित्त समिति ने प्रावधान भी रख छोड़ा है. जब किसी नए घर में जाऊंगा और विश्वविद्यालय उस पर जो कुछ ख़र्च करेगा, वह आपको ख़ुद बता दूंगा. आपका नम्बर मेरे पास है‘.
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ओम थानवी को वैसे भी कांग्रेस समर्थक और वामपंथी विचारधारा के पत्रकार के रूप में ख्याति हासिल है.कुलपति ओम थानवी को अशोक गहलोत का बेहद करीबी माना जाता है. साल 1977 से पत्रकारिता में विभिन्न संस्थानों में काम कर चुके ओम थानवी के ऊपर अशोक गहलोत के फेवर में खबरें लिखने के लिए आरोप लगते रहे हैं.
यह पहला अवसर नहीं है जब पत्रकारिता विश्वविद्यालय के कुलपति ओम थानवी चर्चा में आए हों, पहले भी उनकी एक टिप्पणी पर सियासी बवाल खड़ा हो गया था. इससे पहले भी वीसी ओम थानवी द्वारा राज्य के पूर्व उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट के ऊपर लिखे गए ट्वीट को लेकर बवाल खड़ा हो चुका है. थानवी ने पिछले दिनों पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट की कोटखावदा में हुई किसान महापंचायत पर टिप्पणी कर सियासी बवाल को हवा दे चुके हैं. थानवी का ट्वीट वायरल होने के बाद वे सचिन पायलट के खेमे के निशाने पर आ गए थे. कुलपति ओम थानवी के इस ट्वीट के बाद सचिन पायलट के खेमे से माने जाने वाले नेताओं और उनके समर्थकों के द्वारा कड़ी आपत्ति दर्ज कराई गई और ओम थानवी की इस टिप्पणी को लेकर ट्रॉल किया गया. हालांकि, खुद पायलट की तरफ से इस मामले में कोई भी आपत्ती नहीं की गई थी.