Politalks.News/BiharPolitics. राजद में जारी आपसी खींचतान अब एक अलग ही रुख अख्तियार करती जा रही है. एक तरफ लालू प्रसाद यादव के दोनों बेटों के बीच जगजाहिर हुई खींचतान को लेकर जहां कई तरह के कयास लगने शुरू हो गए थे वहीं लालू के बड़े लाल तेजप्रताप यादव द्वारा आज सुबह सुबह किए गए एक ट्वीट ने सभी को चौंका दिया. सियासी गहमागहमी के बीच शनिवार सुबह तेजप्रताप यादव ने अपनी और तेजस्वी यादव की एक फोटो ट्वीट की. इस फोटो में तेजप्रताप तेजस्वी के सर पर चांदी का मुकुट बाँध रहे हैं. इस फोटो के साथ तेजप्रताप ने लिखा कि ‘चाहे जितना षड्यंत्र रचो, कृष्ण – अर्जुन की ये जोड़ी को तोड़ नहीं पाओगे!. तेजप्रताप यादव के इस ट्वीट ने राजद की राजनीति में सियासी बयार को एक नई हवा दे दी है. जबकि इससे पहले शुक्रवार शाम को तेजप्रताप द्वारा तेजस्वी यादव के दिल्ली दौरे को लेकर उठाए गए सवाल कि, ‘बिहार में लोग बाढ़ से डूब रहे हैं और तेजस्वी बिहार छोड़कर दिल्ली चले गए हैं,’ को तेजू भैया के बगावती सुर से जोड़कर देखा जा रहा था. तो वहीं दूसरी और तेजस्वी यादव द्वारा तेजप्रताप को अनुशासन में रहने की नसीहत को भी कुनबे में पड़ी बड़ी रार माना जा रहा था.
हर पल बदल रहे हैं तेजस्वी के तेवर
आपको बता दें, लालूप्रसाद यादव के बड़े पुत्र तेजप्रताप यादव के रंग इन दिनों बदले बदले नजर आ रहे हैं. कभी तो वह पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह के खिलाफ कार्यवाही की मांग करते है तो कभी अपने छोटे भाई और ‘तेज के अर्जुन‘ तेजस्वी पर जमकर भड़ास निकलते हैं. तो वहीं तेज और तेजस्वी के बीच आपसी बयानबाजी के बाद तेजप्रताप के एक ट्वीट ने सभी को चौंका दिया है. तेजप्रताप यादव ने एक फोटो ट्वीट करते हुए कहा कि ‘चाहे जितना षड्यंत्र रचो, कृष्ण – अर्जुन की ये जोड़ी को तोड़ नहीं पाओगे!’. तेजप्रताप का यह ट्वीट उस समय आया जब तेजस्वी यादव ने उन्हें अनुशासन में रहने की बात कही. इससे पहले बहन रोहिणी सिंह ने भी तेजप्रताप को नसीहत देते हुए शांत रहने की सलाह दी थी. रोहिणी सिंह ने ट्वीट करते हुए लिखा कि ‘अनुशासन जीवन की वो कुंजी है, जिसके बिना सफलता अधूरी है. वहीं अपने दूसरे ट्वीट में रोहिणी ने लिखा कि सफलता का मंजिल पाना है अनुशासन और संयम को अपनाना है’.
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सियासी बयानबाजी के बीच दिल्ली रवाना हुए तेजस्वी
आरजेडी में मचे घमासान के बीच शुक्रवार शाम बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव दिल्ली रवाना हुए. जिसके बाद से ही ये कयास लगाए जा रहे हैं कि तेजस्वी, लालू प्रसाद यादव से मुलाकात कर तेजप्रताप और जगदानंद सिंह के बीच जारी जुबानी जंग को लेकर उनसे बातचीत करेंगे. तो वहीं दिल्ली रवाना होने से पहले पत्रकारों ने जब तेजस्वी यादव से सवाल किया कि क्या जब तेजप्रताप यादव आपसे मुलाकात के लिए आए थे तो उनसे आपकी मुलाकात नहीं हुई? उन्हें आपसे मिलने नहीं दिया गया? इन सवालों के जवाब में तेजस्वी ने कहा कि मेरी उनसे मुलाकात हुई है, लेकिन जिस समय वे मुलाकात के लिए आए थे उसी समय विपक्षी दलों की साझा बैठक शुरू हो गई थी.
तमतमाते हुए राबड़ी आवास से निकले थे तेजप्रताप
आपको बता दें, आकाश यादव को राजद छात्र इकाई के अध्यक्ष पद से हटाए जाने के बाद से ही तेजप्रताप यादव बेहद गुस्से में हैं और लगातार प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह पर जुबानी वार कर रहे हैं. इसी सिलसिले में शुक्रवार को जब तेजप्रताप, तेजस्वी से मिलने राबड़ी आवास पहुंचे तो करीब 20 मिनट अंदर रहने के बाद जब तेजप्रताप यादव राबड़ी आवास से बाहर निकले तो उनके चेहरे से गुस्सा साफ़ झलक रहा था. साथ ही तेजप्रताप ने तेजस्वी के सलाहकार संजय यादव पर आरोप लगाया की उन्होंने मुझे तेजस्वी से मिलने से रोक दिया और तेजस्वी को लेकर कमरे के अंदर चले गए. जिसके बाद तेजप्रताप यादव ने कहा था कि, ‘संजय यादव होते कौन हैं बीच में बोलने वाले और रोकने वाले?’ यहां तक की तेजप्रताप ने संजय यादव को नागपुरिया पार्टी का स्लीपर सेल तक बता डाला.
बिहार में लोग डूब रहे हैं और तेजस्वी जा रहे हैं दिल्ली- तेजप्रताप
इसके बाद शुक्रवार शाम तेजस्वी यादव के दिल्ली दौरे को लेकर भी तेजू भैया ने सवाल उठाये. तेजप्रताप ने कहा कि बिहार में लोग बाढ़ से डूब रहे हैं. बाढ़ में घूमने का काम तेजस्वी को करना चाहिए और उन्होंने घूमने का काम किया भी है लेकिन संजय यादव उनको अब भड़काकर दिल्ली लेकर चला गया है. संजय यादव तेजस्वी को जनता से दूर कर रहे हैं. तेजप्रताप ने आगे कहा कि संजय यादव तेजस्वी को बिहार से बाहर क्यों लेकर गए. तेजस्वी नेता प्रतिपक्ष हैं और हम मिले भी हैं लेकिन तब ऐसी कोई बात ही नहीं हुई थी. संजय यादव का अपना घर-बार नहीं है, अपने बाल बच्चों को देखें. इतना ही तेजप्रताप ने जगदानन्द सिंह को महाभारत का शिशुपाल तो तेजस्वी के सलाहकार संजय यादव को दुर्योधन बता डाला.
तेजू भैया ने संजय को ‘दुर्योधन’ तो जगदानंद को बताया ‘शिशुपाल’
इस दौरान तेज प्रताप ने कहा, मैं पिता जी से मिलने दिल्ली जाऊंगा और उनके सामने अपनी बात रखूँगा. जब तक जगदानंद को नहीं हटा लेता तब तक मैं सांस नहीं लूंगा. वहीं राबड़ी आवास पर हुए घटनाक्रम को लेकर तेजप्रताप ने कहा कि मैं अपनी बात को तेजस्वी से रख रहा था, तब तेजस्वी का सलाहकार संजय यादव उन्हें लेकर चला गया. तेजप्रताप ने कहा कि संजय दुर्योधन की भूमिका में है और जगदानन्द सिंह शिशुपाल की भूमिका में हैं. हमारे पिता जी दिल्ली में बैठे हैं, लेकिन अगर वो सुन रहे हैं तो वो दूध का दूध पानी का पानी क्यों नहीं करते हैं. इस पुरे मसले पर हम उनसे बात करेंगे. तेजप्रताप यादव ने आगे कहा कि तेजस्वी यादव मेरी बात को सुनेंगे क्योंकि उन्हें सीएम बनना है. हम उन्हें अपने पक्ष में ले लेंगे क्योंकि वह अभी बच्चे हैं.
तेजस्वी ने तेजप्रताप को याद दिलाये माता पिता के संस्कार
तो वहीं तेजप्रताप यादव के द्वारा लगातार पार्टी के नेताओं के खिलाफ की जा रही बयानबाजी को लेकर तेजस्वी यादव ने तेजप्रताप को अनुशासन में रहने की बात कही. दिल्ली जाने से पहले तेजस्वी ने पत्रकारों से कहा कि वे भले ही मेरे बड़े भाई हों लेकिन माता-पिता ने हमें यह संस्कार दिया है कि हम बड़ों का कैसे आदर करें और फिर चाहे वो कोई भी हो, अनुशासनहीनता ठीक नहीं है. तेजस्वी यादव ने आगे कहा कि अगर पार्टी के अंदर अनुशासनहीनता होगी तो उससे परेशानी और भी अधिक हो जायेगी.
तेजस्वी ने दो टूक शब्दों में कह दिया कि नाराजगी होती रहती है लेकिन इससे कोई फर्क नहीं पड़ता. तो वहीं अपने दिल्ली दौरे को लेकर तेजस्वी ने कहा कि 23 अगस्त को प्रधानमंत्री ने जातीय जनगणना के मसले पर बिहार विधानसभा के प्रतिनिधिमंडल को मिलने का वक्त दिया है. इस मुलाकात के लिए भी वहां जाना जरूरी है. तो वहीं इससे पहले 22 अगस्त को रक्षाबंधन है और हमारी छह बहने दिल्ली एनसीआर में रहती हैं.
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तेजप्रताप पर कार्यवाही का निर्णय लेंगे पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष लालू
वहीं जब इस पुरे मामले पर तेजप्रताप यादव के खिलाफ कार्यवाही को लेकर प्रदेश राजद अध्यक्ष जगदानंद सिंह से सवाल पूछा गया तो उन्होंने कहा कि तेजप्रताप की हर गतिविधि पर राष्ट्रीय अध्यक्ष लालू यादव की नजर है. रही बात तेजप्रताप यादव पर कार्यवाही करने की तो यह अधिकार राष्ट्रीय अध्यक्ष को है. वहीं तेजप्रताप द्वारा जगदानंद सिंह पर लगाए जा रहे आरोपों को लेकर उन्होंने कहा कि वह यह भूल जाते हैं कि कोर कमेटी को नियुक्ति का अधिकार नहीं है. तो वहीं तेजप्रताप द्वारा जगदानंद सिंह पर कार्यवाही ना होने तक पार्टी कार्यक्रम दुरी बनाये रखने के सवाल पर सिंह ने कहा कि पार्टी के कार्यक्रम में किसको बुलाना है या किसको नहीं बुलाना है ये सब मेरा काम है. वहीं तेजप्रताप द्वारा जगदानंद सिंह के बेटे पर पार्टी के खिलाफ काम करने के आरोपों के सवाल जगदानंद ने कहा कि अगर मेरे बेटे ने कुछ गलत किया है तो वो उसकी शिकायत करें उस पर तुरंत कार्रवाई होगी.